पुराना Gmail यूजरनेम बना सिरदर्द? 2026 में Google दे रहा है बदलने का मौका! जानें कब से मिलेगी सुविधा
नए साल में गूगल Gmail यूजर्स को अपना ईमेल एड्रेस बदलने का ऑप्शन दे सकता है. फिलहाल यह नया फीचर धीरे-धीरे रोलआउट होगा. यूजर नया एड्रेस चुनने पर पुराने Gmail को एलियास की तरह इस्तेमाल कर सकेंगे. इससे ईमेल, फोटो और दूसरा डेटा सुरक्षित रहेगा. खास बात ये भी है कि एक अकाउंट में तीन बार तक ईमेल बदलने की अनुमति होगी.
कभी स्कूल के दिनों में या जल्दबाजी में बनाया गया Gmail यूजरनेम आज आपको अटपटा लगने लगा है? अगर हां, तो यह खबर आपके लिए राहत लेकर आई है. सालों से Gmail आईडी को एक स्थायी डिजिटल पहचान माना जाता रहा है, जिसे बदला नहीं जा सकता था. लेकिन अब Google इस नियम को बदलने की तैयारी में है. दरअसल कंपनी एक ऐसा फीचर ला रही है, जिससे यूजर्स अपने ईमेल पते को बदल सकेंगे.
क्या है नया बदलाव?
Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक, अब यूजर्स को अपना Gmail एड्रेस बदलने का विकल्प देने जा रही है. अब तक यह सुविधा सिर्फ उन्हीं अकाउंट्स को मिलती थी, जो किसी थर्ड-पार्टी ईमेल (जैसे Yahoo या Outlook) से बनाए गए हों. लेकिन Gmail यूजरनेम को बदलने की इजाजत नहीं थी. नया अपडेट इसी पाबंदी को खत्म करता दिख रहा है.
पुराना Gmail रहेगा या जाएगा?
अगर आप नया Gmail एड्रेस चुनते हैं, तो Google आपके पुराने Gmail एड्रेस को alias की तरह इस्तेमाल कर सकता है. इसका मतलब यह है कि आप पुराने और नए—दोनों ईमेल एड्रेस से Google सेवाओं में साइन-इन कर पाएंगे.
इतना ही नहीं, पुराने Gmail एड्रेस पर आने वाले ईमेल भी पहले की तरह मिलते रहेंगे. Google ने साफ किया है कि आपकी फोटो, मैसेज, ईमेल और बाकी डेटा पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा.
कितनी बार बदल सकेंगे Gmail एड्रेस?
रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर कुल तीन बार अपना ईमेल एड्रेस बदल सकेंगे. इसके अलावा, अगर आप नया Gmail एड्रेस चुनते हैं, तो एक साल तक आप नया Google अकाउंट ईमेल एड्रेस नहीं बना पाएंगे यानी बदलाव की आजादी है, लेकिन कुछ सीमाओं के साथ.
सबको कब मिलेगी सुविधा?
यह फीचर अभी सभी यूजर्स के लिए लाइव नहीं हुआ है. Google ने बताया है कि इसे धीरे-धीरे रोलआउट किया जा रहा है. यानी शुरुआत में कुछ चुनिंदा अकाउंट्स को ही यह विकल्प मिलेगा, बाकी यूजर्स को इसके लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है.
क्यों है यह बदलाव अहम?
आज के समय में Gmail सिर्फ ईमेल नहीं, बल्कि बैंकिंग, सोशल मीडिया, सरकारी सेवाओं और कामकाज से जुड़ी पहचान बन चुका है. ऐसे में पुराने या गैर-प्रोफेशनल यूजरनेम को बदले बिना अकाउंट छोड़े रखना यूजर्स के लिए बड़ी राहत साबित हो सकता है.
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