अडानी ग्रुप का EBITDA रिकॉर्ड 90,000 करोड़ के स्तर पर पहुंचा, कर्ज चुकाने के लिए भी उपलब्ध है नकदी

Adani Group: समूह की इन कंपनियों की ब्याज, टैक्स, डेप्रिसिएशन एवं अमोर्टाइजेशन (EBITDA) से पहले की आय छह वर्षों में तीन गुना हो गई. समूह ने कहा कि उसके पास मौजूद नकदी 21 महीनों के डेट सर्विस दायित्वों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है.

अडानी समूह. Image Credit: Getty image

Adani Group: पोर्ट से लेकर एनर्जी सेक्टर तक में कारोबार करने वाले अडानी समूह ने गुरुवार को कहा कि उसकी पोर्टफोलियो में शामिल कंपनियों ने 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में अब तक का सर्वाधिक टैक्स पूर्व प्रॉफिट (EBITDA) लगभग 90,000 करोड़ रुपये दर्ज किया है और उनके पास 21 महीने के कर्ज भुगतान के लिए नकदी शेष है. समूह की इन कंपनियों की ब्याज, टैक्स, डेप्रिसिएशन एवं अमोर्टाइजेशन (EBITDA) से पहले की आय छह वर्षों में तीन गुना हो गई. यह वित्त वर्ष 2018-19 के 24,870 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024-25 में 89,806 करोड़ रुपये रही.

इन कंपनियों की टैक्स-पूर्व इनकम वित्त वर्ष 2023-24 के 82,976 करोड़ रुपये के मुकाबले पिछले वित्त वर्ष में 8.2 फीसदी बढ़ी. इनकी छह वित्त वर्षों (2018-19 से लेकर 2024-25 तक) में वार्षिक ग्रोथ दर 24 फीसदी रही. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए समूह का शुद्ध लाभ 40,565 करोड़ रुपये रहा और छह साल की वार्षिक ग्रोथ दर 48.5 फीसदी रही.

अडानी समूह का कुल कर्ज

समूह ने एक बयान में कहा कि उसके ग्रॉस एसेट्स छह वित्त वर्षों में 25 फीसदी से अधिक की सालाना ग्रोथ के साथ 609,133 लाख करोड़ रुपये हो गए. अडानी समूह का कुल कर्ज पिछले वित्त वर्ष में बढ़कर 2.9 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि 2023-24 में यह 2.41 लाख करोड़ रुपये था. वित्त वर्ष 2024-25 के अंत में समूह के पास मौजूद 53,843 करोड़ रुपये की नकदी को ध्यान में रखें तो उस पर नेट डेट 2.36 लाख करोड़ रुपये था.

कर्ज चुकाने के लिए नकदी

समूह ने कहा कि उसके पास मौजूद नकदी 21 महीनों के डेट सर्विस दायित्वों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है. बयान के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 में ऐसेट्स पर रिटर्न (ROA) 16.5 फीसदी पर पहुंच गया, जो दुनिया भर की ढांचागत कंपनियों के सबसे अधिक स्तरों में से एक है.

अडानी समूह के समूह मुख्य वित्त अधिकारी जुगशिंदर ‘रॉबी’ सिंह ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 का एक प्रमुख आकर्षण 16.5 फीसदी का ‘एसेट्स पर रिटर्न’ आना है, जो वैश्विक स्तर पर किसी भी इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस में सबसे अधिक स्तरों में है.

सोलर मॉड्यूल की बिक्री बढ़ी

ऑपरेशनल प्रदर्शन के बारे में समूह ने कहा कि सोलर मॉड्यूल की बिक्री साल-दर-साल 59 फीसदी बढ़कर 4,263 मेगावाट हो गई, जबकि अडानी एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की आवाजाही 7 फीसदी बढ़कर 94.4 मिलियन हो गई. 2,710 मेगावाट सोलर और 599 मेगावाट विंड एनर्जी प्लांट के जुड़ने से ऑपरेशनल ग्रीन क्षमता साल-दर-साल 30 फीसदी बढ़कर 14,243 मेगावाट हो गई.

समूह की कंपनियों का कारोबार

ट्रांसमिशन लाइन ऑर्डर बुक 3.5 गुना बढ़कर 59,936 करोड़ रुपये हो गई और अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस ने वित्त वर्ष 25 के दौरान सात नई ट्रांसमिशन परियोजनाएं हासिल हुईं.

अडानी पोर्ट्स द्वारा संभाले जाने वाले वॉल्यूम में 7 फीसदी की वृद्धि हुई और यह 450 मिलियन टन हो गया, जो कंटेनर वॉल्यूम में 20 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के कारण हुआ. इसका सबसे नया विझिनजाम पोर्ट मार्च 2025 में ऑपरेशनल शुरू होने के चार महीने बाद ही 100,000 टीईयू (ट्वेंटी-फुट इक्विवेलेंट यूनिट) के मील के पत्थर को पार कर गया.

सीमेंट कारोबार अब 100 मिलियन टन क्षमता को पार कर गया है – जो वित्त वर्ष 24 के अंत से 21 मिलियन टन की वृद्धि है.

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