अमेरिकी अरबपति निवेशक का दावा, रूसी प्रतिबंधों से हिलेगा डॉलर, सोने की कीमतों में फिर आएगा उछाल!
अमेरिकी अरबपति निवेशक रे डालियो ने कहा है कि रूस पर लगे प्रतिबंधों से अमेरिकी डॉलर कमजोर हो सकता है. उन्होंने कहा कि इतिहास बताता है कि ऐसे आर्थिक प्रतिबंध फिएट करेंसी की मांग घटाते हैं और सोने की कीमत बढ़ाते हैं, क्योंकि सोना एक सुरक्षित, नॉन-फिएट एसेट है जो वैश्विक अस्थिरता के समय निवेशकों का भरोसा जीतता है.
अमेरिकी अरबपति निवेशक रे डालियो (Ray Dalio) ने चेतावनी दी है कि रूस पर लगाए गए अमेरिका के ताजा प्रतिबंधों से डॉलर की मजबूती खतरे में पड़ सकती है और आने वाले समय में सोने की कीमतों में तेज उछाल देखने को मिल सकता है. डालियो ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि इतिहास और तर्क यह साबित करते हैं कि जब किसी देश पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाते हैं तो यह फिएट करेंसी यानी कागजी मुद्रा की मांग को घटाते हैं और सोने की कीमत को बढ़ावा देते हैं. दरअसल, अमेरिका ने हाल ही में रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए थे. इनमें Rosneft और Lukoil शामिल हैं. इसे यूक्रेन युद्ध के बीच आर्थिक दबाव बढ़ाने का प्रयास माना जा रहा है. इन प्रतिबंधों से वैश्विक तेल आपूर्ति पर असर पड़ा है, जिससे तेल की कीमतों में अस्थिरता बढ़ी है.
रे डालियो ने और क्या कहा
डालियो ने कहा कि इतिहास में युद्धों के पहले और युद्ध के दौरान वित्तीय युद्ध या आर्थिक प्रतिबंध का इस्तेमाल आम बात रही है. उन्होंने बताया कि जब कोई देश अपने ऋणों का भुगतान रोक देता है या उस पर प्रतिबंध लगा देता है, तो इससे उसकी मुद्रा और कर्ज दोनों कमजोर होते हैं. यह प्रभाव और अधिक गंभीर हो जाता है जब बात दुनिया की रिजर्व करेंसी यानी अमेरिकी डॉलर की होती है. इसके परिणामस्वरूप, सोने की होल्डिंग और कीमत दोनों बढ़ जाती हैं,क्योंकि सोना एक नॉन-फिएट करेंसी है, जो सुरक्षित रूप से रखी जा सकती है और इसे दुनियाभर में हर जगह बेचा या बदला जा सकता है.
निवेशकों के लिए संकेत
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस महीने ब्याज दरों में कटौती करता है और डॉलर कमजोर होता है, तो सोना निवेश के लिए फिर से सबसे मजबूत विकल्प बन सकता है. जियो-पॉलिटिकल टेंशन, आर्थिक प्रतिबंध और ऊर्जा बाजार की अस्थिरता आने वाले महीनों में गोल्ड को सेफ हेवन एसेट के रूप में और आकर्षक बना सकती है.
रे डालियो की चेतावनी ने वैश्विक वित्तीय बाजारों में एक चर्चा छेड़ दी है. डालियो के मुताबिक, रूस पर लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंध डॉलर की पकड़ कमजोर कर सकते हैं और सोने को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा सकते हैं, जिससे निवेशक एक बार फिर इस पीली धातु की ओर रुख कर सकते हैं.
सोने की कीमतें
शुक्रवार को स्पॉट गोल्ड 0.2% गिरकर 4,118 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी है और लॉन्ग टर्म में सोना फिर से चढ़ सकता है. अमेरिकी डॉलर इंडेक्स फिलहाल लगातार तीसरे दिन मजबूत हुआ है जिससे सोने की कीमत पर दबाव पड़ा.
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