
China vs India: EV सब्सिडी पर छिड़ी जंग, WTO में चीन ने भारत के खिलाफ की शिकायत, क्या होगा हल?
चीन ने भारत की इलेक्ट्रिक वाहन (EV) और बैटरी सब्सिडी नीति को लेकर विश्व व्यापार संगठन (WTO) में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है. चीन का दावा है कि भारत की यह नीति घरेलू कंपनियों जैसे Tata Motors, Ola Electric और Mahindra को अनुचित लाभ देती है. भारत की FAME-II और अन्य उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजनाओं के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों और बैटरियों पर 46% तक की सब्सिडी दी जाती है, जिससे स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिला है. बीजिंग का कहना है कि इन सब्सिडियों के चलते चीनी कंपनियों के लिए भारतीय बाजार तक पहुंच मुश्किल हो गई है. चीन पहले भी अमेरिका और यूरोप में EV बाजार को लेकर व्यापारिक विवादों में रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर WTO चीन के पक्ष में निर्णय देता है, तो भारत को अपनी नीति में बदलाव करना पड़ सकता है. हालांकि, भारत का तर्क है कि यह सब्सिडी ‘हरित ऊर्जा संक्रमण’ और ‘मेक इन इंडिया’ को मजबूत करने के लिए है. यह मामला अब वैश्विक EV बाजार में शक्ति संतुलन तय करने वाला बन सकता है.
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