सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी से 400 करोड़ की कंपनी का मालिक बनने का सफर, जानें बिहार में चुनाव लड़ रहे नीरज सिंह की कहानी

जनसुराज पार्टी से बिहार के शिवहर से चुनाव लड़ रहे नीरज सिंह ने गरीबी से निकलकर संघर्ष करते हुए अपनी मेहनत से 400 करोड़ रुपये की टर्नओवर वाली कंपनी खड़ी की है. सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर नौकरी की शुरुआत करने के बाद उन्होंने उषा इंडस्ट्रीज नाम की कंपनी बनाई. आइये उनके अब तक के सफर पर नजर डालते हैं.

नीरज सिंह Image Credit: money9live

बिहार के सीतामढ़ी जिले के शिवहर विधानसभा क्षेत्र से जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार घोषित किए गए नीरज सिंह कभी साइकिल खरीदने के सपने देखते थे लेकिन आज वह अपनी मेहनत और डेडिकेशन के बल पर 400 करोड़ रुपये की टर्नओवर वाली कंपनी उषा इंडस्ट्रीज के मालिक हैं. 38 वर्षीय नीरज सिंह की यह प्रेरणादायक यात्रा कठिन संघर्ष, मेहनत और संकल्प की एक मिसाल है. आइये जानते हैं कि नीरज का फर्श से अर्श तक पहुंचने का सफर कैसा रहा और उनकी कंपनी का क्या कारोबार करती है. क्या वह जनसुराज पार्टी को जीत का स्वाद चखा पायेंगे.

ऐसा रहा सफर

मूल रूप से बिहार के मथुरापुर गांव के रहने वाले नीरज सिंह ने 2000 में मैट्रिक पास करने के बाद काम की तलाश में झारखंड पहुंचे लेकिन उम्र कम होने के कारण उन्हें काम नहीं मिला. लेकिन परिवार की आर्थिक हालत सुधारने के लिए उन्होंने गांव में पेट्रोल-डीजल बेचने का काम शुरू किया. इसके बाद 2003 में नीरज दिल्ली आ गए और वहां सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने लगे. वह डबल शिफ्ट में काम करते थे ताकि अपना खर्चा निकाल सकें. फिर 2004 में पुणे चले गए जहां उन्होंने एक ऑफिस बॉय के रूप में नौकरी शुरू की और बाद में एचआर असिस्टेंट बन गए. दादी की मौत के बाद वह फिर बिहार लौट आए और 2010 में मोतिहारी में माइक्रोफाइनेंस कंपनी में 3,300 रुपये महीने की नौकरी की और यहीं से उन्हें व्यापार और बाजार की समझ मिली.

25,000 रुपये से शुरु किया कारोबार

एक रिश्तेदार को जमीन खरीदने में मदद करने के एवज में नीरज को 25,000 रुपये मिले थे जिससे उन्होंने अनाज का छोटा व्यापार शुरू किया जो धीरे-धीरे 20-30 करोड़ रुपये के कारोबार में बदल गया. इसके बाद उन्होंने टाइल्स, फाइबर ब्लॉक्स, फ्लाई ऐश ईंटें, रोड कंस्ट्रक्शन और आटा मिल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कदम रखा और आज उनकी कंपनी उषा इंडस्ट्रीज में 2,000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं. उनकी कंपनी सरकारी परियोजनाओं के प्रोडक्ट सप्लाई करती है और सर्विस देती है. नीरज सिंह ने 2025 में शिवहर-मोतिहारी रोड पर अपना पेट्रोल पंप भी शुरू किया. यह उपलब्धि खास है क्योंकि कभी उन्होंने सड़क किनारे पेट्रोल बेचा था.

लोगों के जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं

नीरज के पास स्नातक के साथ एल.एल.बी. की डिग्री है. उन्होंने बाबा साहब भीम राव आंबेडकर यूनिवर्सिटी (मुजफ्फरपुर) से पढ़ाई की है. वह सफल उद्यमी होने के साथ समाजसेवी भी हैं. वह शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में पिछले एक दशक से सक्रिय हैं. उनका कहना है कि अब वह राजनीति के माध्यम से लोगों के जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं.