टेक सेक्टर में छंटनी के बीच Infosys ने 12,000 फ्रेशर्स को दी नौकरी, कुल 20,000 को हायर करने का प्लान

इंफोसिस की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक उसने सितंबर तिमाही में लगातार पांचवीं तिमाही अपने एंप्लॉयीज की संख्या बढ़ाई है. इस दौरान कंपनी ने कुल 8,203 एंप्लॉयीज की भर्ती की. इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने 8,413 एंप्लॉयीज की भर्ती की थी, जिससे कुल एंप्लॉयीज की संख्या बढ़कर 3,31,991 हो गई है.

इन्फोसिस ने छह महीने में 12,000 फ्रेशर्स को दी नौकरी

Infosys इस साल नए लोगों की भर्ती पर पूरी तरह से अमल कर रही है. कंपनी ने फाइनेंशियल ईयर 2025-26 की पहली छमाही में 12,000 फ्रेशर्स हायर किए हैं. कंपनी का कहना है कि वो इसी रफ्तार से आगे बढ़ेगी और पूरे साल में कुल 20,000 फ्रेशर्स को नौकरी पर रखने का टारगेट पूरा करेगी. यह जानकारी Infosys के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) जयेश सांघराजका ने कंपनी के दूसरे तिमाही के नतीजों की बैठक के दौरान दी.

कर्मचारियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी

Infosys में यह लगातार पांचवीं तिमाही है जब कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़ी है. जुलाई-सितंबर की तिमाही (Q2) में कंपनी में 8,203 नए कर्मचारी जुड़े. इसी तरह, पहली छमाही (H1) में कुल 8,413 नए कर्मचारी जुड़े, जिसके बाद कंपनी का कुल स्टाफ 331,991 पहुंच गया.

एंप्लॉयीज के नौकरी छोड़ने की रेट में आई कमी

इस दौरान कंपनी में लोगों के छोड़कर जाने की दर भी थोड़ी कम हुई है. पिछले बारह महीने के आधार पर देखें तो यह दर 14.4 फीसदी से घटकर 14.3 फीसदी पर आ गई है. सांघराजका ने इसे लेकर कहा है कि साल की शुरुआत में हम 15,000-20,000 फ्रेशर्स की भर्ती के बारे में सोच रहे थे.

प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से तुलना

इस मामले में इन्फोसिस ने अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनी एचसीएलटेक को पीछे छोड़ दिया है. एचसीएलटेक ने इसी अवधि में 7,180 फ्रेशर्स हायर किए हैं. वहीं, दूसरी बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने तो हाल ही में अपने 2 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की थी.

मुनाफा और कारोबार में जबरदस्त उछाल

इन्फोसिस ने जुलाई-सितंबर तिमाही में मजबूत मार्जिन और डील्स की वजह से शानदार नतीजे दिए हैं. कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 13.2 फीसदी बढ़कर 7,364 करोड़ रुपये हो गया. वहीं, कंसोलिडेटेड राजस्व भी 8.6 फीसदी बढ़कर 44,490 करोड़ रुपये रहा. कंपनी ने शेयरधारकों को डिविडेंड के तौर पर 23 रुपये प्रति शेयर देने का भी ऐलान किया है. बता दें कंपनी की यह मजबूत स्थिति कॉर्पोरेट्स के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्लाउड कंप्यूटिंग पर बढ़ते खर्च की वजह से है.

इसे भी पढ़ें- EPFO की बड़ी कार्रवाई, ₹21,000 करोड़ बकाया PF वसूलने के लिए बनाई टास्क फोर्स; IBC सेल भी गठित