JSW की बड़ी जीत! सुप्रीम कोर्ट ने भूषण पावर अधिग्रहण को किया मंजूर

भारतीय स्टील इंडस्ट्री में अहम मोड़ आया है. JSW Steel को कानूनी राहत मिली है और कर्जदाताओं की मांगें ठुकरा दी गई हैं. इस फैसले से कंपनी की रणनीति और उत्पादन क्षमता पर असर पड़ेगा. जानिए क्यों यह निर्णय स्टील सेक्टर में चर्चा का विषय बना हुआ है.

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भारतीय स्टील इंडस्ट्री सेक्टर से जुड़ी एक कंपनी पर कोर्ट का बड़ा फैसला सामने आया है. सुप्रीम कोर्ट ने JSW Steel Ltd. के 197 अरब रुपये के अधिग्रहण को वैध मानते हुए अंतिम मुहर लगा दी है. यह अधिग्रहण कर्ज में डूबी भूषण पावर & स्टील Ltd. का था. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट ने अधिग्रहण के पिछले फैसले को रिव्यू करते हुए JSW की जीत को पक्का किया और कर्जदाताओं की अतिरिक्त भुगतान की मांग को खारिज कर दिया.

कोर्ट का आदेश और JSW की राहत

चीफ जस्टिस बी.आर. गवई की अध्यक्षता में तीन न्यायाधीशों की बेंच ने JSW द्वारा भूषण पावर के अधिग्रहण को कानूनी रूप से सही ठहराया. अदालत ने स्पष्ट किया कि इस मामले में किसी भी नए दावे की अनुमति देना कानून के प्रावधानों का उल्लंघन होगा. कोर्ट ने यह भी कहा कि अधिग्रहण में हुई देरी JSW की वजह से नहीं हुई, बल्कि यह कानूनी प्रक्रियाओं में फंसने के कारण थी.

कर्जदाताओं ने JSW से अतिरिक्त पैसे की मांग की थी, ताकि अधिग्रहण में हुई देरी के दौरान कंपनी की कमाई का हिसाब लिया जा सके. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया.

JSW की उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी

इस फैसले से JSW को बड़ी राहत मिली है. अब भूषण पावर इसके अधीन है और इस अधिग्रहण के बाद इस यूनिट की वार्षिक क्रूड स्टील उत्पादन क्षमता लगभग 65% बढ़ गई है. खबर आने के बाद JSW के शेयर में 1.7% तक उछाल देखा गया, हालांकि बाद में यह बढ़त कुछ हद तक कम हुई.

कानूनी प्रक्रिया और समीक्षा

इससे पहले, मई में सुप्रीम कोर्ट ने इस अधिग्रहण को भारत के दिवालिया कानूनों के अनुरूप न मानते हुए भूषण पावर को लिक्विडेशन की प्रक्रिया में भेजने का आदेश दिया था. इसके बाद JSW और कुछ कर्जदाताओं ने इस फैसले की समीक्षा की मांग की. जुलाई में कोर्ट ने मामले को फिर से सुनवाई के लिए खोलने का निर्णय लिया था.

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अब शीर्ष अदालत ने स्पष्ट किया है कि अधिग्रहण वैध है और इसके खिलाफ कोई नया दावा स्वीकार नहीं किया जाएगा. इस फैसले से JSW और उसके निवेशकों के लिए लंबित अनिश्चितता दूर हो गई है.

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