UPI की धमाकेदार परफॉर्मेंस, अप्रैल की गिरावट के बाद मई में दिखी तेजी; हर दिन इतना हुआ ट्रांजेक्शन
मई 2025 में UPI ने 18.68 अरब ट्रांजेक्शन और 25.14 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन दर्ज किया, जो अप्रैल की तुलना में तेज उछाल है. NPCI के आंकड़ों के अनुसार, औसतन प्रतिदिन 602 मिलियन ट्रांजेक्शन हुए. IMPS, AEPS और FASTag के जरिए भी बड़ी संख्या में ट्रांजेक्शन हुए. अप्रैल में आई तकनीकी दिक्कतों के बाद मई में सुधार देखा गया है.
UPI Growth Report: आज भारत में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन तेजी से हो रहे हैं. लोग अब सब्जी से लेकर दूध तक ज्यादातर चीजों को खरीदने के लिए यूपीआई का सहारा ले रहे हैं. यूपीआई की वजह से अब कैश और चेंज पैसा रखने की झंझट खत्म हो गई है. हालांकि अप्रैल महीने में यूपीआई लेनदेन में थोड़ी कमी आई थी, लेकिन मई में इसमें सुधार देखने को मिला है. तो चलिए आपको बताते हैं कि मई में कितना इजाफा हुआ है.
मई में हुए 18.68 अरब ट्रांजेक्शन
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा संचालित यूपीआई (Unified Payments Interface) ने मई 2025 में 18.68 अरब ट्रांजेक्शन किए हैं. यह अप्रैल महीने में आई गिरावट से उबर रहा है और अप्रैल के 17.89 अरब ट्रांजेक्शन से ज्यादा है. अप्रैल में मार्च (18.3 अरब) की तुलना में ट्रांजेक्शन की संख्या में गिरावट आई थी. इस दौरान पेमेंट सिस्टम में कुछ समस्याएं भी सामने आई थीं.
मई में यूपीआई से कुल 25.14 लाख करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ, जो अप्रैल (23.95 लाख करोड़ रुपये) से अधिक है. पिछले साल मई (14.03 अरब ट्रांजेक्शन) की तुलना में इस साल मई में 33 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. औसतन, मई में प्रतिदिन 602 मिलियन ट्रांजेक्शन हुए, जिनकी कुल राशि 81,106 करोड़ रुपये रही.
FASTag के जरिए 40.4 करोड़ ट्रांजेक्शन
यूपीआई (UPI) की शुरुआत 2016 में हुई थी. अपनी शुरुआत से लेकर अब तक यह तेजी से विकास कर रहा है. नोटबंदी के बाद डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा मिला. साथ ही स्मार्टफोन का बढ़ता इस्तेमाल और Google Pay, PhonePe व Paytm जैसे ऐप्स ने इसे और लोकप्रिय बनाया है.
NPCI के आंकड़ों से यह भी सामने आया है कि मई में IMPS (Instant Payment Service) के जरिए 6.41 लाख करोड़ रुपये के 46.4 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए, वहीं Aadhaar आधारित भुगतान (AEPS) में 10.5 करोड़ और FASTag के जरिए 40.4 करोड़ ट्रांजेक्शन दर्ज किए गए.
कई बार पैसे ट्रांसफर करने में आई दिक्कत
पिछले कुछ महीनों में यूपीआई (UPI) के कई बार ठप होने से हज़ारों यूजर्स को पेमेंट करने या पैसे ट्रांसफर करने में दिक्कत हुई. NPCI के मुताबिक, 12 अप्रैल को कुछ बैंकों द्वारा “Check Transaction” API का ज्यादा इस्तेमाल करने से सिस्टम धीमा हो गया, जिससे कई घंटों तक पेमेंट प्रक्रिया प्रभावित रही.
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यूपीआई मार्केट में इनका दबदबा
फिलहाल, यूपीआई मार्केट पर PhonePe और Google Pay का दबदबा है, जिनकी हिस्सेदारी 80 फीसदी से अधिक है. हालांकि Flipkart के Super.Money, Navi, BHIM और CRED जैसे नए ऐप्स कैशबैक और ऑफर्स के जरिए अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं.