अमेरिका के पास रिकॉर्ड 88 लाख करोड़ का गोल्ड, चीन-रूस से तीन गुना रिजर्व, जानें भारत के पास कितना

अमेरिका के पास मौजूद गोल्ड रिजर्व का वैल्यू पहली बार 1 ट्रिलियन डॉलर से ऊपर पहुंच गई है. गोल्ड की कीमत 3824.50 डॉलर प्रति औंस पर पहुंचने से इस साल अब तक 45 फीसदी तेजी दर्ज हुई है. अमेरिकी ट्रेजरी के पास 261.5 मिलियन औंस सोना है.

USA गोल्ड रिजर्व पहली बार 1 ट्रिलियन डॉलर से ऊपर पहुंच गया है. Image Credit: CANVA

US Gold Reserves: अमेरिका के सोने के रिजर्व का वैल्यू इतिहास में पहली बार 1 ट्रिलियन डॉलर से ऊपर चला गया है. गोल्ड की कीमतें 3824.50 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई हैं. इस साल अब तक इसकी कीमत में 45 फीसदी तेजी दर्ज की गई है. इस रैली के पीछे ट्रेड वार, जियोपॉलिटिकल संकट और सरकारी फंडिंग को लेकर चिंता प्रमुख वजह मानी जा रही हैं. अमेरिका के पास दुनिया का सबसे बड़ा सोना रिजर्व है, और अब 1 ट्रिलियन का आंकड़ा पार करने से पूरी दुनिया में उसकी आर्थिक ताकत को दिखाता है.

अमेरिका के पास कितना सोना

अमेरिकी ट्रेजरी के पास करीब 261.5 मिलियन औंस सोना है. इसे फोर्ट नॉक्स, वेस्ट प्वाइंट, डेनवर और न्यूयॉर्क फेडरल रिजर्व बैंक में रखा गया है. मौजूदा कीमतों पर इसका वैल्यू सरकार की बुक में दर्ज 11 अरब डॉलर से 90 गुना ज्यादा है.

अमेरिका के बजट घाटे का आधा

अगर सोने का वैल्यू मौजूदा बाजार भाव पर आंका जाए, तो अमेरिका को लगभग 990 अरब डॉलर का फायदा दिख सकता है. यह रकम मौजूदा 1.97 ट्रिलियन डॉलर के बजट घाटे का आधा हिस्सा कवर कर सकती है. हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि यह बदलाव केवल कागजी होगा और इससे सरकार की असली खर्च करने की क्षमता नहीं बढ़ेगी.

निवेशकों पर क्यों होगा असर

1 ट्रिलियन का आंकड़ा भले ही प्रतीकात्मक हो, लेकिन जानकारों का मानना है कि इससे निवेशकों पर असर पड़ेगा. यह तेजी गोल्ड ईटीएफ और फ्यूचर्स में निवेश को बढ़ावा दे सकती है. हालांकि, कुछ जानकार चेतावनी भी दे रहे हैं कि इस तेजी के चलते बाजार अस्थिर हो सकता है, क्योंकि निवेशक मुनाफा वसूली की ओर रुख कर सकते हैं.

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दुनिया का सबसे बड़ा रिजर्व

अमेरिका के पास 8100 टन सोना है, जो जर्मनी के रिजर्व से दोगुना है. चीन और रूस के पास करीब 2300 टन सोना है, जबकि भारत, जापान और तुर्की इससे पीछे हैं. भारत के पास 880 मीट्रिक टन गोल्ड रिजर्व है. फोर्ट नॉक्स में रखा सोना 1930 के दशक में युद्ध की आशंका के बीच सुरक्षित किया गया था. आज भी यह अमेरिका की आर्थिक शक्ति का सबसे बड़ा प्रतीक माना जाता है.