
रूसी तेल से असली फायदा किसका? रघुराम राजन ने उठाया बड़ा सवाल, छोटे एक्सपोर्टर्स पर संकट गहराया
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने रूस से तेल आयात पर गंभीर सवाल खड़ा किया है. उनका कहना है कि भारत को यह देखना चाहिए कि सस्ते रूसी तेल का फायदा देश को मिल रहा है या केवल बड़ी कंपनियों को. राजन ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि रिलायंस जैसी बड़ी रिफाइनरी कंपनियां रूस से कच्चा तेल खरीदकर उसे रिफाइन कर एक्सपोर्ट कर रही हैं और भारी मुनाफा कमा रही हैं. वहीं छोटे निर्यातक जैसे झींगा, ज्वेलरी और छोटे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर—अमेरिका और यूरोप के बढ़े हुए टैरिफ का बोझ झेल रहे हैं. यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाए, जिससे रूस भारत को डिस्काउंट पर तेल बेचने लगा है. भारत का रूस से तेल आयात 2 फीसदी से बढ़कर 35 फीसदी से अधिक हो गया.शुरुआत में यह सौदा फायदेमंद दिखा क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल 100 डॉलर प्रति बैरल बिक रहा था, जबकि रूस भारत को 30 से 40 फीसदी सस्ता तेल दे रहा था. इससे भारत का इंपोर्ट बिल कम हुआ और पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर रहीं.
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