झूठी बम धमकियों से परेशान एयरलाइंस, 2025 में अब तक 69 फर्जी अलर्ट: डेटा
भारत की हवाई यात्रा व्यवस्था से जुड़ी एक अहम रिपोर्ट ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. यह रिपोर्ट संसद में रखी गई, जिसमें कुछ चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. इस घटनाक्रम में सुरक्षा से जुड़ा एक ऐसा पैटर्न देखा गया है, जो लगातार दोहराया जा रहा है.

भारत की हवाई यात्रा प्रणाली को एक और चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. झूठी बम धमकियों का सिलसिला जो न सिर्फ सुरक्षा एजेंसियों को परेशान कर रहा है बल्कि यात्रियों की चिंता भी बढ़ा रहा है. साल 2025 में अब तक 69 बार एयरलाइंस को फर्जी बम धमकियां मिल चुकी हैं. यह जानकारी केंद्र सरकार ने संसद में दी.
2022 से अब तक 881 फर्जी धमकियां
लोकसभा में एक लिखित जवाब में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोळ ने बताया कि ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) के आंकड़ों के अनुसार, 2022 से 20 जुलाई 2025 तक कुल 881 फर्जी बम धमकियों की घटनाएं दर्ज की गईं. इनमें से 2024 में अकेले 728 बार धमकियां मिलीं, जबकि 2023 में 71 और 2022 में 13 मामले सामने आए थे.
मंत्री ने बताया कि BCAS ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों, CISF और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर सख्त प्रोटोकॉल बनाए हैं, ताकि इन धमकियों से उड़ानों पर असर न पड़े. इन उपायों की वजह से अधिकांश मामलों में फ्लाइट संचालन सामान्य रहा.
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कर्नाटक में सबसे ज्यादा केस, पर कोई गिरफ्तारी नहीं
कर्नाटक से जुड़े सवाल पर मंत्री ने बताया कि 2021 से जुलाई 2025 तक राज्य में 94 फर्जी धमकियां एयरलाइंस को मिली हैं. हालांकि, इन मामलों में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और ना ही किसी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई दर्ज की गई है. फर्जी बम धमकियों की लगातार बढ़ती घटनाएं सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनती जा रही हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं.
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