Operation Sindoor: 2 महीने बाद भी पाक को डराते हैं भारत के ये स्वदेशी हथियार, 3 दिन में ही दिखा दी औकात

ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ अब भारत की नई नीति बन गया है. सरकार का साफ कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर फिलहाल थमा हुआ है, बंद नहीं हुआ है. बहरहाल, यहां जानते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने किन स्वदेशी हथियारों से पाकिस्तान को धूल चटाई, जिनकी चोट से दो महीने बाद भी पाकिस्तान उबर नहीं पाया है.

ऑपरेशन सिंदूर Image Credit: CANVA/AI

Operation Sindoor Weapons Used Against Pakistan: ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान के स्टेट स्पॉन्सर्ड टेररिज्म के खिलाफ सिर्फ एक जवाबी कार्रवाई नहीं. बल्कि, आतंक के खिलाफ भारत की जीरो टोलरेंस नीति का नेक्स्ट फेज है. इसके तहत भारत ने पूरी दुनिया को साफ कर दिया है कि अब भारत पाकिस्तान की जमीन से भारत के खिलाफ काम करने वाले आतंकियों, पाकिस्तान की सेना और पाकिस्तान की सरकार में कोई फर्क नहीं करता है. अगर किसी आतंकी ने भारत के खिलाफ कोई दुस्साहस किया, तो उसका नतीजा पाकिस्तान की सेना और सरकार को भुगतना होगा.

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने शुरुआत में सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था. लेकिन, पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों के बचाव में भारत के नागरिक और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिसके बाद भारतीय सैन्य बलों ने व्यापक कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान को धूल चटा दी. इस दौरान भारत की तीनों सेनाओं के बीच जबरदस्त तालमेल देखने को मिला. इसके अलावा इसरो जैसे संगठनों ने भी सेना की मदद की थी. इन सबके साथ इस कार्रवाई में रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भता का भी शानदार प्रदर्शन हुआ, क्योंकि भारत ने तमाम स्वदेशी हथियारों से पाकिस्तान में तहलका मचा दिया. यहां तक कि पाकिस्तान की तरफ से इस्तेमाल किए गए तुर्किये के ड्रोन और चीन के तमाम हथियारों को राख कर दिया.

आकाश मिसाइल सिस्टम

सरकार और सेना की तरफ से दी गई आधिकारिक जानकारी व PIB की रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने स्वदेशी मिसाइल डिफेंस सिस्टम आकाश का इस्तेमाल किया. आकाश मिसाइल सिस्टम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान की तरफ से इस्तेमाल किए गए तुर्किये के तमाम ड्रोन्स और चीनी मिसाइलों को हवा में ही राख बना दिया.

आकाशतीर एयर डिफेंस कंट्रोल सिस्टम

यह DRDO की तरफ से बनाया गया AI बेस्ड ऑटोमेटेड रियल टाइम डाटा प्रोसेसिंग और ट्रैकर सिस्टम है. यह रडार, सेंसर और कम्युनिकेशन सिस्टम्स को इंटीग्रेट कर दुश्मन के प्लेन, ड्रोन और मिसाइल को ट्रैक करते हुए रियल टाइम में एयर डिफेंस सिस्टम्स के साथ डाटा शेयर करता है, ताकि ऐसे खतरों पर सटीक निशाना लगाया जा सके. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस सिस्टम की मदद से भारत ने पाकिस्तान के तमाम हमलों को नाकाम किया था.

ब्राह्मोस सुपरसोनिक मिसाइलें

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें गेम चेंजर साबित हुईं. भारत ने जब इन मिसाइलों सुखोई-30MKI और नौसैनिक प्लेटफॉर्म से इस्तेमाल शुरू किया, तो पाकिस्तान कुछ घंटों में घुटनों पर आ गया था. इन मिसाइलों से भारत ने पाकिस्तान के तमाम एयर डिफेंस सिस्टम के साथ ही, रडार स्टेशन, अवाक्स और एयरबेस को तबाह कर दिया. इसके बाद पाकिस्तान न तो अपना बचाव करने की स्थिति में रहा और न भारत पर हमला कर पाने की स्थिति में था. इस तरह ब्रह्मोस मिसाइलों ने पाकिस्तानी डिफेंस को कुछ ही घंटे में पंगू कर दिया था.

इन स्वदेशी ड्रोन्स का भी हुआ इस्तेमाल

भारत की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जिन ड्रोन्स का इस्तेमाल किया गया, उनमें से ज्यादातर को अभी आधिकारिक तौर पर रक्षा बलों में शामिल नहीं किया गया है. इस तरह सेना और इंडस्ट्री ने मिलकर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी ड्रोन टेक्नोलॉजी का रियल लाइफ सिचुएशन में परीक्षण किया और आगे के लिए इनमें जरूरी सुधारों के क्षेत्रों को तलाश किया. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जिन ड्रोन्स का इस्तेमाल किया गया, नीचे उनकी एक टेबल दी गई है, जिसमें इन्हें बनाने वाली कंपनियों और इनकी विशेषताओं की जानकारी दी गई है.

ड्रोन नामनिर्मातामुख्य विशेषताएं
SkyStrikerAlpha Design+ Elbit
(भारत-इजराइल)
100 किमी रेंज, 5–10 किलो warhead, stealth operation में सक्षम
Nagastra‑1Solar Industries
(भारत)
1.5 किलो payload, 15 किमी range, सटीक हमले में सक्षम
JM‑1Johnnette Technologies
(भारत)
पूरी तरह भारत में बना AI बेस्ड Autonomous Targeting में सक्षम
ALS‑50Tata Advanced Systems
(भारत)
Radar और Command center जैसे हाई वैल्यू टारगेट तबाह करने में माहिर

ISRO ने भी दिया योगदान

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ISRO ने अपने सैटेलाइट नेटवर्क के जरिये भारतीय रक्षा बलों की मदद में अहम भूमिका निभाई. खासतौर पर इसरो के 10 सैटेलाइट्स ने रियल-टाइम निगरानी, टारगेट पहचान में मदद की, जिससे सटीक हमले करने में मदद मिली.

इन हथियारों का भी हुआ इस्तेमाल

  • SCALP क्रूज मिसाइल और HAMMER बम: भारत ने पाकिस्तान में किए हमलों के दौरान राफेल का भी इस्तेमाल किया. इस फाइटर जेट में SCALP क्रूज मिसाइल और HAMMER बम का भी इस्तेमाल किया.
  • पाकिस्तान की ओर से किए गए हमलों को नाकाम करने के लिए भारत ने अपनी बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली के तहत रूसी मेड S-400 का भी इस्तेमाल किया गया.