हवाई जहाजोंं में तकनीकी खामियों का खतरा बरकरार, 2025 में अब तक 183 घटनाएं दर्ज
देश में हवाई यात्राएं तो बढ़ रही हैं, लेकिन तकनीकी खराबियों को लेकर आंकड़े कुछ और ही कहानी कह रहे हैं. DGCA ने हाल ही में जो डेटा राज्यसभा में साझा किया है, उसमें कई हैरान करने वाले खुलासे हैं. सरकार ने क्या किया, किन बदलावों की शुरुआत हुई – जानिए पूरी जानकारी.

12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के Boeing 787-8 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद DGCA ने सुरक्षा जांच और निरीक्षण को और सख्त कर दिया है. इस हादसे में 260 लोगों की मौत हुई थी. नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने राज्यसभा को बताया कि DGCA ने दुर्घटना के बाद सिस्टम से जुड़ी खामियों को चिन्हित करने के लिए क्रिटिकल सेफ्टी कंपोनेंट्स की जांच बढ़ा दी है.
पिछले वर्षों के आंकड़े
सरकारी आंकड़ों के अनुसार:
- 2024 में 421 तकनीकी घटनाएं दर्ज हुईं
- 2023 में 448,
- 2022 में 528,
- और 2021 में 514 घटनाएं सामने आई थीं
पिछले 5 वर्षों में DGCA ने 2,094 बड़ी जांचें की हैं जो या तो गंभीर खराबी थीं या गंभीर सुरक्षा चिंता.
यह भी पढ़ें: बफेट की 9 चालें… जो दिखती आसान हैं, पर बना देती हैं अरबपति, और आप बिना एक भी जानें कर रहे हैं धड़ाधड़ निवेश
यात्रियों की शिकायतें भी बनी चिंता
तकनीकी खामियों के अलावा, यात्रियों की शिकायतें भी लगातार मिल रही हैं. 2025 में अब तक 3,925 शिकायतें DGCA को मिली हैं, जबकि 2024 में 4,016, 2023 में 5,513, और 2022 में 3,782 शिकायतें दर्ज की गई थीं. DGCA ने भरोसा दिलाया है कि भारत में नागरिक विमानन संचालन को सुरक्षित और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाए रखने के लिए नियमों को लगातार अपडेट किया जा रहा है.
Latest Stories

Operation Sindoor: 2 महीने बाद भी पाक को डराते हैं भारत के ये स्वदेशी हथियार, 3 दिन में ही दिखा दी औकात

ऑपरेशन सिंदूर: लोकसभा में बोले राजनाथ- जिन्ह मोहिं मारा, तिन्ह मोहिं मारे… भारत ने किसी दबाव में नहीं रोकी कार्रवाई

ऑपरेशन महादेव: सेना ने पहलगाम हमले के 3 संदिग्ध आतंकवादियों को मार गिराया, सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी
