इंडेक्स में हेरफेर पर SEBI के सवालों का जवाब देने के लिए Jane Street ने मांगा समय, बाजार में निगरानी बढ़ी
अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म Jane Street ने SEBI के 3 जुलाई, 2025 के अंतरिम आदेश पर जवाब देने के लिए अतिरिक्त समय मांगा है. कंपनी पर BANKNIFTY और NIFTY ऑप्शन्स में कथित बाजार हेरफेर के आरोप हैं. फिलहाल, सेबी ने बाजार में निगरानी बढ़ा दी है.

भारतीय बाजार नियामक SEBI से अमेरिकी हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग (HFT) फर्म Jane Street Group ने 3 जुलाई, 2025 को जारी अंतरिम आदेश का जवाब देने के लिए अतिरिक्त समय मांगा है. यह आदेश कंपनी पर भारतीय इंडेक्स में कथित हेरफेर के आरोपों से जुड़ा है. Jane Street का कहना है कि वह SEBI के साथ सहयोग कर रही है. इस मामले को पूरी तरह स्पष्ट करने के लिए उसे कुछ समय की मोहलत चाहिए.
क्या है पूरा मामला?
SEBI ने 3 जुलाई को जारी एक आदेश में जेन स्ट्रीट पर आरोप लगाया था कि उसने BANKNIFTY और NIFTY इंडेक्स ऑप्शन्स के जरिये बाजार में हेरफेर की है. कंपनी पर कैश और फ्यूचर्स में लंबी पोजीशन लेने के बाद भारी मात्रा में ऑप्शन्स में शॉर्ट पोजीशन लेकर अनुचित लाभ कमाने का आरोप लगाया है. सेबी ने शुरुआती जांच में अनुमान लगाया है कि जेन स्ट्रीट ने गलत तरीक से करीब 4,843.5 करोड़ रुपये यानी 550 मिलियन डॉलर प्रॉफिट हासिल किया है. सेबी के आदेश पर कंपनी ने यह रकम एक एस्क्रो अकाउंट में जमा करा दी है.
अब तक इस मामले में क्या हुआ?
मामला सामने आने के बाद SEBI ने Jane Street के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए कंपनी को भारतीय बाजार में ट्रेडिंग से प्रतिबंधित कर दिया. इसके साथ ही कंपनी के सभी बैंक, डीमैट और कस्टोडियल खाते ब्लॉक कर दिए. हालांकि, 11 जुलाई को कंपनी ने SEBI के निर्देश के जेन स्ट्रीट ने एक एस्क्रो अकाउंट में 4,843.5 करोड़ रुपये जमा करा दिए, जिसके बाद सेबी ने 21 जुलाई को कुछ शर्तों के साथ ट्रेडिंग प्रतिबंध हटा दिया. हालांकि, कंपनी फिलहाल Options ट्रेडिंग में हिस्सा नहीं ले रही है. इसके अलावा SEBI ने सभी एक्सचेंजों को आदेश दिया कि वे Jane Street के ट्रेडिंग पैटर्न की कड़ी निगरानी करें.
Jane Street ने आरोपों पर क्या कहा?
कंपनी ने SEBI के आरोपों पर असहमति जताते हुए कहा कि उनकी ट्रेडिंग रणनीति को गलत समझा गया है. Jane Street ने यह भी कहा कि वह भारतीय बाजारों की अखंडता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और नियामक के साथ इस मामले को पूरी तरह साफ करने के लिए सहयोग जारी रखेगी.
बाजार पर असर
SEBI के कदम के बाद बाजार में हलचल देखी गई. हालांकि, कंपनी से ट्रेडिंग बैन हटने की खबर से MCX और BSE के शेयरों में करीब 2% की तेजी देखी गई.
आगे क्या होगा?
इस मामले में फिलहाल SEBI ने अंतरिम आदेश दिया है. जांच पूरी होने के बाद जब कोई अंतिम फैसला आएगा, तब Jane Street का भविष्य तय होगा. हालांकि, फिलहाल कंपनी के दावे के मुताबिक वह सेबी को इस मामले में पूरी तरह संतुष्ट कर देगी. क्योंकि, उनकी ट्रेडिंग रणनीति में कुछ भी गलत नहीं था.
Latest Stories

Waaree Energies Q1FY26 Results: कंसोलिडेटेड PAT 89 फीसदी बढ़ा, ऑपरेशनल रेवेन्यू 4,426 करोड़ पहुंचा

Adani Green Q1FY26 Result: 60 फीसदी बढ़ा मुनाफा, EBITDA मार्जिन में इंडस्ट्री टॉपर बनी कंपनी

Operation Sindoor से खूब चमके ये डिफेंस स्टॉक्स, 83% तक चढ़े शेयर; इन कंपनियों की भरी ऑर्डर बुक
