टैक्स में बचत या ज्यादा कमाई! ऐसा क्या जिसके लिए यूरोप में सेटल होने को बेकरार भारतीय प्रोफेशनल्‍स

बड़ी संख्या में भारतीय प्रोफेशनल यूरोप जाकर बस रहे हैं. हालांकि, इसके पीछे का कारण टैक्स में भारी बचत या ज्यादा कमाई नहीं है. इसके विपरीत वे कुछ खास वजहों के चलते यूरोप में रहने के लिए ज्यादा टैक्स तक देने को तैयार हैं. चलिए जानते हैं कि आखिर यूरोप जाकर क्या मिल रहा है.

यूरोपीय देशों में कामकाज और पारिवारिक जीवन के बीच बेहतर संतुलन युवाओं को आकर्षित कर रहा है. Image Credit: svetikd/E+/Getty images

यूरोपीय संघ में शामिल 27 देशों में औसत इनकम टैक्स करीब 37% है. भारत में यह करीब 18 फीसदी है. यूरोप में फिलहाल, सिर्फ जर्मनी है, जो जीडीपी के लिहाज से भारत से बड़ा है. इसके अलावा उच्च शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार के अवसर हों या कारोबारी माहौल, हर मामले में भारत बेहतर विकल्प देने की स्थिति में है. इसके बाद भी बड़ी संख्या में भारतीय प्रोफेशनल्स यूरोप में जाकर बस रहे हैं. यहां तक कि कई ऐसे भी हैं, जो नौकरी-पेशा भारत में बनाए हुए हैं, लेकिन घर यूरोप में बना रहे हैं.

ऐसे ही एक आईटी प्रोफेशनल कपल हैं, जो अपनी पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताते हैं कि पिछले ही वर्ष वे स्थायी तौर पर यूरोपीय देश लक्जमबर्ग में बस गए हैं. जाहिर तौर पर वहां रहना और जीना भारत की तुलना में काफी महंगा है. हालांकि, वे अपने फैसले से खुश हैं. इस कपल का दावा है कि वे भारत में कितना भी पैसा खर्च कर लेते, लेकिन जो जीवनशैली और जीवन गुणवत्ता लक्जमबर्ग में मिल रही है, भारत में हासिल कर पाना संभव नहीं था.

भारत में होते तो दोगुनी होती आय

कपल का कहना है कि वे लक्जमबर्ग में जितना कमा रहे हैं, अमेरिका, दुबई या भारत में उससे काफी ज्यादा कमाई कर सकते थे. लेकिन, उन्होंने बेहतर जीवन के लिए बड़ी तनख्वाह का त्याग किया है. भारत की तुलना में यूरोप में रहने के फायदे और नुकसान की बात करते हुए कपल बताता है कि अगर वे भारत में होते, तो उनकी आय 1.5 से 2 गुना ज्यादा होती. लेकिन आय प्राथमिकता नहीं है. हमें यहां यूरोप में मिलने वाली बेहतरीन जिंदगी का आनंद लेना है. कामकाजी वर्ग का कोई भी भारतीय ज्यादा पैसा कमाने के लिए यूरोप नहीं आताा.

यूरोप में क्या खास मिल रहा

कपल का कहना है कि टैक्स और सुविधाओं के लिहाज से तुलना कर देखें, तो यूरोप में टैक्स भले ही ज्यादा देना पड़ता है. लेकिन, आखिर में उस टैक्स के बदले जो सुविधाएं मिलती हैं, वे हिसाब बराबर कर देती हैं. इसके अलावा कई मामलों में तो टैक्स भारत से कम होता है और सुविधाएं ज्यादा मिलती हैं. मसलन, उन्हें फिलहाल लक्जमबर्ग में भारत की तुलना में कम टैक्स देना पड़ रहा है. अगर वे भारत में होते तो 30% टैक्स देना पड़ता, जबकि फिलहाल उन्हें 28% टैक्स देना पड़ रहा है.

टैक्स के बदले मिल रहीं सुविधाएं पैसा वसूल

कपल बताता है कि उन्हें लक्जमबर्ग में अपनी व्यक्तिगत आय का कारीब 3% सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना में जमा कराना पड़ता है. लेकिन, इसके बदले हमें स्वास्थ्य सुविधा पूरी तरह निशुल्क मिलती है. अगर हमें भारत से आकर इन देशों की स्वास्थ्य सुविधाओं का इस्तेमाल करना पड़े तो यह बहुत महंगा पड़ सकता है.

बेरोजगारी तनाव नहीं देती

भारत में चाहे कोई कितना भी टैक्स चुकाता हो और चाहे कितने ही अच्छे पैकेज पर काम कर रहा हो, बेरोजगारी बहुत बड़ा तनाव होती है. अचानक से आपसे सब छिन जाता है. लेकिन, यहां बेरोजगारी का तनाव नहीं रहता है, क्योंकि आप जो टैक्स देते हैं, उसमें से 2% रकम एक बेरोजगारी फंड में जमा होती है, जो आपको बेरोजगार होने पर बहुत बड़ी राहत देती है.

सैलरी के 80% बराबर बेरोजगारी भत्ता

कपल का कहना है कि बेरोजगारी फंड उनके लक्जमबर्ग शिफ्ट होने के फैसले में सबसे अहम कारण था. फंड के बारे में बताते हुए कपल कहता है, अगर किसी को नौकरी से निकाल दिया जाता है, तो सरकार इस फंड से उसकी आखिरी सैलरी के 80% के बराबर भत्ता देती है. यह भत्ता आपको 2 वर्ष तक मिलता रहता है. जरा सोचिए, मोटे तौर पर अपने सालाना वेतन का 5% देकर आप 2 साल तक किसी भी तरह की आपात स्थिति के खिलाफ सुरक्षित हो जाते हैं. वहीं, अगर हमें भारत जैसे देश में इस तरह की आपात स्थिति के लिए 2 साल का फंड बनाना पड़े, तो इसमें लंबा समय लग सकता है.

कम खर्च में आलीशान जिंदगी

लक्जमबर्ग में रहने का एक और फायदा बताते हुए कपल कहता है कि यूरोप में बसने का बड़ा फायदा यह भी है कि कम खर्च में आलीशान जीवन जी सकते हैं. मिसाल के तौर पर यूरोप में ही रहते हुए यहां घूमने के बजाय भारत से यूरोप में आकर छुट्टियां बिताना बेहद खर्चीला साबित होता है. इसके अलावा अगर यहां आपकी आय औसत भी है, तो आप लग्जरी कारें खरीद सकते हैं. मसलन मर्सिडीज बेंज ए-क्लास की कीमत यहां करीब 43,000 यूरो है, जो करीब 10.3 लाख रुपये के बराबर रकम है. लेकिन, भारत में इस कार की कीमत करीब 55 लाख रुपये है.