जॉब जाने के बाद भी चलता रहेगा कंपनी से कराया गया हेल्थ इंश्योरेंस, अपनाएं ये तरीका
नौकरी छोड़ने या जॉब जाने के बाद भी कंपनी से कराया गया हेल्थ इंश्योरेंस बेकार नहीं जाएगा. आप चाहे तो इसे पोर्ट करा सकते हैं. इससे आप ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस को व्यक्तिगत प्लान में बदल सकते हैं.

नौकरीपेशा लोगों को अक्सर कंपनी की ओर से हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा मिलती है, जिसे ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस कहते हैं. मगर नौकरी छोड़ने या जॉब जाने के बाद उनका ये प्लान बेकार हो जाता है. अगर ये सोचकर आप भी अपने स्वास्थ्य बीमा को लेकर टेंशन में हैं तो चिंता मत करिए. दरअसल आप कुछ तरीकों को अपनाकर इस ग्रुप हेल्थ पॉलिसी को अपने नाम पर यानी इसे पर्सनल इंश्योरेंस में बदल सकते हैं. तो क्या है इसे पोर्ट करने का तरीका और किन चीजों का रखना होगा ध्यान आइए जानते हैं.
पोर्ट करने के लिए करें ये काम
कंपनी की ओर से कराए गए हेल्थ बीमा को व्यक्तिगत बीमा में तब्दील करने के लिए पॉलिसीधारक को पॉलिसी समाप्त होने से 45-60 दिन पहले बीमाकर्ता को इसे पोर्ट कराने की सूचना देनी होगी. इसके लिए उन्हें मौजूदा पॉलिसी के विवरण के साथ लिखित पोर्टेबिलिटी रिक्वेस्ट भेजनी होगी.
पोर्टेबिलिटी फॉर्म भरें
पुरानी पॉलिसी को नई पॉलिसी में शिफ्ट करने के लिए आवेदक को पोर्टेबिलिटी और प्रस्ताव फ़ॉर्म भरना होगा. इस फॉर्म में पर्सनल विवरण, पिछली पॉलिसी की जानकारी और क्लेम हिस्ट्री बतानी होगी.
दस्तावेज जमा करें
फॉर्म के साथ पॉलिसीधारक को अपने पहचान और पते का प्रमाण, पॉलिसी का विवरण और मेडिकल हिस्ट्री के दस्तावेज जमा करने होंगे. ये बीमाकर्ता को जोखिम का आकलन करने और लाभों की निरंतरता सुनिश्चित करने में मदद करते हैं.
अंडरराइटिंग मूल्यांकन
बीमाकर्ता आवेदक के मेडिकल हिस्ट्री और दावों सहित आवेदन की समीक्षा करेगा, जिसे अंडरराइटिंग असेसमेंट कहते हैं. इसके अलावा अतिरिक्त चीजों की जांच की जाएगी. इस मूल्यांकन के जरिए तय होगा कि क्या व्यक्तिगत पॉलिसी को समूह पॉलिसी के समान शर्तों पर जारी किया जा सकता है.
पॉलिसी जारी करना
बीमा कंपनी की ओर से अप्रूवल के बाद ग्रुप इंश्योंरेंस से वेटिंग पीरियड का एक गैप रखते हुए आवेदक को एक व्यक्तिगत स्वास्थ्य पॉलिसी जारी की जाएगी. इसके बाद पॉलिसीधारक बीमाकर्ता की ओर से तय किए गए प्रीमियम का भुगतान करेगा.
क्या होता है ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस?
ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज किसी कंपनी, संगठन, एसोसिएशन या समुदाय की ओर से अपने कर्मचारियों के लिए किया जाता है. ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस एक प्रकार का हेल्थ इंश्योरेंस है जिसका लाभ नौकरीपेशा लोगों को मिलता है. यह कर्मचारियों को किसी भी संभावित स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने के लिए मुहैया कराई जाती है.
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