खो गया LIC का कागज, तो ऐसे मिल जाएगी डुप्लिकेट पॉलिसी, जानें पूरा प्रोसेस
LIC Duplicate Policy Bond: LIC केवल तभी रिस्क को कवर करती है जब पॉलिसीधारक उस प्रस्ताव को स्वीकार कर लेता है. यह भी महत्वपूर्ण है कि पॉलिसीधारक पॉलिसी बॉन्ड की सॉफ्ट कॉपी संभाल कर रखें.
LIC Duplicate Policy Bond: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) देश की सबसे ब़ड़ी सरकारी बीमा कंपनी है. करोड़ों लोगों ने LIC की पॉलिसी ले रखी है. इस बीमा कंपनी में पैसा निवेश करना एक तरह से सुरक्षित माना जाता है, क्योंकि इसकी देख रेख की जिम्मेदारी सरकार के पास है. जब कोई भी LIC से पॉलिसी खरीदता है, तो उसे एक पॉलिसी बॉन्ड मिलता है. यह पॉलिसी बॉन्ड बहुत महत्वपूर्ण होता है. एक बार जब पॉलिसीधारक का प्रपोजल LIC स्वीकार कर लेती है, तो एक वैलिड पॉलिसी बॉन्ड प्रदान किया जाता है जिसमें मुख्य रूप से पॉलिसीधारक को उपलब्ध कराई गई शर्तें और विशेषाधिकार शामिल होते हैं. LIC केवल तभी रिस्क को कवर करती है जब पॉलिसीधारक उस प्रस्ताव को स्वीकार कर लेता है. अब मान लीजिए कि LIC का यही पॉलिसी बॉन्ड कहीं खो जाए, तो फिर क्या होगा?
क्यों महत्वपूर्ण है पॉलिसी?
पॉलिसी बॉन्ड मूल रूप से पॉलिसीधारक को मिलने वाली अलग-अलग सर्विसेज, पॉलिसी से जुड़ी शर्तों और नियमों का एक दस्तावेज है. कुछ सर्विस के दौरान पॉलिसी बॉन्ड को LIC द्वारा संदर्भित किया जाता है. इसलिए बॉन्ड का फिजिकल रूप से सुरक्षित होना अनिवार्य है. इसके अतिरिक्त, पॉलिसी बॉन्ड की आवश्यकता तब भी होती है जब पॉलिसीधारक कोई क्लेम करता है और LIC बाद में उसका सेटलमेंट करता है.
पॉलिसी बॉन्ड की आवश्यकता तब भी होगी जब पॉलिसीधारक लोन ले रहा हो या मौजूदा पॉलिसी को असाइन कर रहा हो. यह भी महत्वपूर्ण है कि पॉलिसीधारक पॉलिसी बॉन्ड की सॉफ्ट कॉपी संभाल कर रखें, ताकि अगर वह खो जाए तो कुछ सबूत उपलब्ध हो.
डुप्लिकेट के लिए करना होगा काम
अगर आपकी पॉलिसी का बॉन्ड खो जाता है, तो आप इसका डुप्लिकेट प्राप्त कर सकते हैं. किसी भी कारण से पॉलिसी बॉन्ड खो जाता है, तो एक निश्चित अवधि के बाद पॉलिसीधारक को एक नया बॉन्ड, जिसे डुप्लिकेट बॉन्ड भी कहा जाता है, जारी किया जाता है.
- बैंक बाजार के अनुसार, फॉर्म 3756 का कंटेट सबसे पहले 100 रुपये के स्टाम्प पेपर पर तैयार की जाता है, जो नॉन ज्यूडिशियल है.
- इसके बाद इस फॉर्म को नोटरी द्वारा अथॉराइज्ड किया जाता है. इसपर पॉलिसी होल्डर के भी साइन होते हैं.
- पॉलिसीधारक को एक अतिरिक्त फॉर्म/प्रश्नावली भी भरनी होती है.
- क्वेश्चनेयर में पॉलिसी बॉन्ड कैसे खो गया, क्या इसे वापस पाने के लिए कोई प्रयास किए गए हैं, जैसे प्रश्न शामिल होते हैं.
- फॉर्म के साथ-साथ, पहचान प्रमाण और पते का प्रमाण (पॉलिसीधारक का) भी LIC मांगती है.
- लागत वाले स्टाम्प शुल्क का भुगतान पॉलिसीधारक LIC को करता है.
- जब पॉलिसीधारक सभी काम पूरा कर लेता है, तो LIC डुप्लिकेट पॉलिसी बॉन्ड भेज देता है.
स्टाम्प पेपर की कीमत एलआईसी से वेरिफाई की जानी चाहिए, क्योंकि यह एक राज्य से दूसरे राज्य में अलग हो सकती है. अपना नाम और पॉलिसी नंबर जैसी मांगी गई जानकारी दर्ज कर और दो गवाहों के साइन भी कराने होते हैं.
छपवाना होगा विज्ञापन
आपको उस राज्य में पढ़े जाने वाले अंग्रेजी या स्थानीय न्यूज पेपर में विज्ञापन प्रकाशित कराना होगा, जहां आपकी बीमा पॉलिसी खो गई थी. फिर आपको समाचार पत्र और विज्ञापन की एक प्रति LIC सर्विसिंग ब्रॉन्च में जमा करानी होगी. अगर विज्ञापन चलने वाले महीने के दौरान कोई शिकायत नहीं की गई तो LIC डुप्लिकेट पॉलिसी जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर देगी.
इन सवालों का देना होता है जवाब
- कौन सी परिस्थितियों के कारण पॉलिसी खो गई?
- पॉलिसी खोजने के लिए कौन से कदम उठाए गए?
- क्या किसी विशेष संस्थान को पॉलिसी दी गई थी?
जरूर हैं ये डॉक्यूमेंट्स
- फोटो पहचान: पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, आदि.
- पते का प्रमाण: राशन कार्ड, उपयोगिता बिल, बैंक स्टेटमेंट, आदि.
- इन दस्तावेजों के अलावा, LIC ब्रॉन्च में आवश्यक डुप्लिकेट पॉलिसी शुल्क, पॉलिसी स्टाम्प शुल्क और GST का भुगतान करें.
डुप्लीकेट पॉलिसी बॉन्ड जारी किया जाएगा
सभी आवश्यक कागजात मिलने के बाद LIC इसकी समीक्षा करेगा और आवेदन के साथ आगे बढ़ेगा. आपके आवेदन पर, आपको डुप्लीकेट पॉलिसी बॉन्ड जारी किया जाएगा. आप ऑफिस से डुप्लीकेट पॉलिसी ले सकते हैं. आप इसे अपने पते पर भी मंगा सकते हैं.
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