UPI से बदलेगा इंश्योरेंस प्रीमियम पेमेंट का सिस्टम, IRDAI ने लॉन्च किया Bima-ASBA, जानें कब से होगा लागू
इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI ने Bima-ASBA नाम की एक नया पेमेंट सिस्टम शुरू किया है, जो पॉलिसी होल्डर को अपने बैंक खाते में प्रीमियम की राशि को ब्लॉक करने की अनुमति देगा. इसका क्या मतलब है. बीमा-ASBA प्रणाली यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए कैसे बदलेगा प्रीमियम का पेमेंट सिस्टम
Bima ASBA UPI: बीमा रेगुलेटर IRDAI ने ग्राबकों के लिए बीमा के प्रीमियम का पेमेंट आसान बनाने के लिए नया तरीका अपनाया है. अब प्रीमियम का पेमेंट करने के लिए पॉलिसी होल्डर अपने बैंक अकाउंट में प्रीमियम के पैसों को बचा कर रख पाएंगे जब तक कि प्रीमियम का पेमेंट न हो जाए. इसका मतलब बैंक अकाउंट में प्रीमियम का अमाउंट अब ब्लॉक किया जा सकेगा ताकि पेमेंट सुनिश्चित हो सके. ये सब यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI के जरिए होगा.
Bima-ASBA क्या है?
इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी IRDAI ने 18 फरवरी को जारी एक सर्कुलर में बताया कि, बीमा पॉलिसीधारकों के लिए एक नया पेमेंट का तरीका पेश किया गया है. इसे बीमा-ASBA (Applications Supported by Blocked Amount) कहा जाता है. यह सुविधा यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए काम करेगी. इसके तहत, ग्राहक अपनी बीमा प्रीमियम राशि को अपने बैंक खाते में ब्लॉक कर सकते हैं, जिससे पेमेंट प्रक्रिया आसान हो जाएगी.
कैसे काम करेगा Bima-ASBA?
एप्लिकेशन: जब आप किसी बीमा पॉलिसी के लिए अप्लाई करते हैं, तो आपको अपने बैंक को यह अनुमति देने का ऑप्शन मिलेगा कि वह आपके खाते में प्रीमियम की राशि को ब्लॉक कर सके.
बीमा कंपनी: इसके बाद खुद बीमा कंपनी अपने सहयोगी बैंक के जरिए आपके बैंक को राशि ब्लॉक करने का रिक्वेस्ट भेजेगी.
पॉलिसी होल्डर: बैंक पॉलिसी होल्डर्स के रिक्वेस्ट को वरिफाय करेगा. पॉलिसी होल्डर की स्वीकृति के बाद ही, बैंक उस राशि को ब्लॉक करेगा और बीमा कंपनी को इसकी सूचना देगा.
अमाउंट ब्लॉक: यह राशि पॉलिसी होल्डर के खाते में ही रहेगी, लेकिन जब तक बीमा कंपनी पॉलिसी होल्डर की एप्लिकेशन स्वीकार या अस्वीकार नहीं करती, इसे कहीं और इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा. यह अधिकतम 14 दिनों तक ब्लॉक रह सकती है और इस दौरान ब्याज भी कमा सकती है.
इसके बाद अगर बीमा कंपनी पॉलिसी होल्डर की एप्लिकेशन स्वीकार कर लेती है, तो वह बैंक को सूचित करेगी और बैंक उस राशि को काटकर बीमा कंपनी को भेज देगा. अगर एप्लिकेशन अस्वीकार कर दिया जाता है या पॉलिसी होल्डर इसे रद्द कर देते हैं, तो वह राशि बिना किसी कटौती के पॉलिसी होल्डर के खाते में वापस आ जाएगी.
कब से लागू होगी Bima-ASBA की सुविधा?
IRDAI के अनुसार, Bima-ASBA पेमेंट सिस्टम 1 मार्च 2025 से लागू होगा.
कैसे मिलेगा फायदा?
प्रीमियम जब ब्लॉक होगा तो वो तुरंत डेबिट नहीं होगा, बल्कि बीमा स्वीकृत होने के बाद ही पेमेंट होगा. अगर एप्लिकेशन अस्वीकार हो जाता है, तो पैसा अपने आप वापस मिल जाएगा. बीमा प्रीमियम के पेमेंट की प्रक्रिया अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक हो जाएगी.
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