मेडिकल टेक सेक्टर की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी लाएगी ₹925 करोड़ का IPO, 65 देशों में फैला बिजनेस; DRHP किया फाइल

भारत की दूसरी सबसे बड़ी डाइवर्सिफाइड मेडिकल टेक्नोलॉजी कंपनी होने का दावा करने वाली इंटेग्रिस मेडटेक ने अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) SEBI के पास दाखिल किया है. कंपनी 925 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू और 2.16 करोड़ शेयरों की ऑफर फॉर सेल के जरिए पूंजी जुटाने की योजना बना रही है.

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Integris Medtech IPO: भारत के तेजी से उभरते मेडिकल टेक्नोलॉजी सेक्टर में एक और बड़ी खबर सामने आई है. इंटेग्रिस मेडटेक, जो वित्त वर्ष 2024-25 में Operating Revenue के आधार पर भारत की दूसरी सबसे बड़ी डाइवर्सिफाइड मेडिकल टेक्नोलॉजी कंपनी है, ने अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) को SEBI के पास दाखिल कर दिया है. यह कदम कंपनी के IPO की दिशा में एक अहम मील का पत्थर माना जा रहा है.

IPO और शेयर बिक्री की योजना

कंपनी के इस आईपीओ में दो प्रमुख हिस्से शामिल हैं, पहला, 925 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू, जो नए शेयर जारी करके जुटाया जाएगा, और दूसरा, 2.16 करोड़ शेयरों की ऑफर फॉर सेल, जिनका फेस वैल्यू 1 रुपये प्रति शेयर है. ऑफर फॉर सेल के तहत, मौजूदा प्रमोटर और शेयरधारक अपने कुछ हिस्से को बेचेंगे. इसमें Evercure Holdings Pte. Ltd. द्वारा लगभग 1.51 करोड़ शेयर, गुरमीत सिंह चुघ द्वारा 32.5 लाख शेयर, और पुनीता शर्मा द्वारा 32.5 लाख शेयर की बिक्री की जाएगी. कंपनी ने यह भी कहा है कि वह 185 करोड़ रुपये तक की प्री-IPO प्लेसमेंट पर विचार कर सकती है. अगर यह निवेश पूरा हो जाता है, तो नए इश्यू का साइज कम कर दिया जाएगा.

IPO से जुटाई जाने वाली राशि का इस्तेमाल

कंपनी ने स्पष्ट किया है कि IPO से जुटाए गए पैसों का सबसे बड़ा हिस्सा उसके और उसकी सहायक कंपनियों के कुछ कर्जों को चुकाने या आंशिक रूप से प्रीपे करने में इस्तेमाल किया जाएगा. कुल मिलाकर, लगभग 696.39 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज भुगतान और उससे जुड़े ब्याज तथा प्रीपेमेंट शुल्क के लिए किया जाएगा. इसके अलावा, कुछ पैसे कंपनी के सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी इस्तेमाल की जाएगी, जिससे ऑपरेशनल और विस्तार दोनों को गति मिल सके. कंपनी के इस IPO को मैनेज करने की जिम्मेदारी चार बड़े निवेश बैंकों को दी गई है, ICICI Securities Limited, Axis Capital Limited, Citigroup Global Markets India Pvt. Ltd., और IIFL Capital Services Limited (पूर्व में IIFL Securities Limited).

कंपनी की शुरुआत?

इंटेग्रिस मेडटेक की स्थापना गुरमीत सिंह चुघ और पुनीता शर्मा ने मिलकर की थी. कंपनी ने अपने सफर की शुरुआत कार्डियोलॉजी प्रोडक्ट्स की बिक्री से की थी, लेकिन समय के साथ यह उन्नत मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन की दिशा में आगे बढ़ी. कंपनी ने हाई  क्वालिटी वाले मेडिकल इक्विपमेंट के निर्माण में अपनी पकड़ मजबूत की और अपने पोर्टफोलियो में Yukon Drug-Eluting Stent जैसी नए तकनीक को शामिल किया. हाल ही में कंपनी ने बिजनेस के अनुभवी नेता प्रोबीर दास को नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त किया है. प्रोबीर दास के पास 26 साल से अधिक का एक्सपीरिएंस है और उन्होंने Terumo तथा Becton Dickinson जैसी ग्लोबल कंपनियों में वरिष्ठ पदों पर काम किया है.

इस कंपनी के निवेश से मिली नई उड़ान

2019 में, Everstone Capital ने इंटेग्रिस मेडटेक में निवेश किया, जिससे कंपनी को Strategic Acquisitions और विस्तार के लिए पूंजी मिली. इस फंडिंग के बाद कंपनी ने यूरोप और एशिया के अलग-अलग हिस्सों में अधिग्रहण किए, जिससे उसे नई तकनीक, विशेषकर कॉम्प्लेक्स कोरोनरी इंटरवेंशन और Scientific Laboratory Solutions के क्षेत्र में बड़ी मजबूती मिली. आज यह कंपनी दुनिया की एकमात्र संस्था है जिसके पास दो नए ड्रग इल्यूटिंग स्टेंट प्लेटफॉर्म्स- VIVO ISAR और Yukon Choice मौजूद हैं.

ग्लोबल ऑपरेशन और प्रोडक्ट पोर्टफोलियो

इंटेग्रिस मेडटेक दो प्रमुख सेगमेंट्स में कार्यरत है- पहला, कार्डियोवैस्कुलर डिवाइसेज, जिसमें ड्रग इल्यूटिंग स्टेंट्स, ड्रग-कोटेड बैलून, कोरोनरी इंटरवेंशन प्रोडक्ट्स और वैस्कुलर एक्सेस सॉल्यूशंस शामिल हैं; और दूसरा, लैबोरेटरी सॉल्यूशंस, जो क्लिनिकल, रिसर्च और इंडस्ट्रियल प्रयोगशालाओं को समाधान प्रदान करता है. भारत में कंपनी दूसरी सबसे बड़ी कोरोनरी स्टेंट निर्माता है, जिसकी ड्रग इल्यूटिंग स्टेंट्स में लगभग 22 फीसदी मार्केट शेयर है.

इसके साथ ही, यह दक्षिण-पूर्व एशिया की सबसे बड़ी वैज्ञानिक लैब सॉल्यूशंस कंपनी भी मानी जाती है. कंपनी का संचालन चार प्रमुख जियोग्राफिकल बाजारों में फैला है- भारत, यूरोप, एशिया (भारत को छोड़कर) और बाकी दुनिया (जिसमें मध्य पूर्व, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका शामिल हैं). इंटेग्रिस के पास भारत, जर्मनी और नीदरलैंड्स में स्थित पांच नए मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं हैं, जिनसे इसके प्रोडक्ट 65 से अधिक देशों में निर्यात किए जाते हैं.

कस्टमर और ग्लोबल नेटवर्किंग

30 जून 2025 तक, इंटेग्रिस मेडटेक ने 2,000 से अधिक अस्पतालों और कैथ लैब्स के साथ साझेदारी की थी. इसके अलावा, कंपनी 9,500 से अधिक प्रयोगशालाओं को समाधान प्रदान करती है. इसका पोर्टफोलियो बेहद विस्तृत है- इसमें 22,000 से अधिक SKUs और 200 से ज्यादा ब्रांड्स शामिल हैं. लैब सॉल्यूशंस बिजनेस में कंपनी Euroimmun, Biorad, bioMérieux और MGI जैसी ग्लोबल कंपनियों के साथ जुड़ी हुई है, जिससे उसकी पकड़ भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया के बाजारों में और गहरी हुई है. कंपनी की कुल आय का 60 फीसदी हिस्सा ग्लोबल मार्केट से आता है.

वित्तीय प्रदर्शन में मजबूती

वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का प्रदर्शन बेहद पॉजिटिव रहा. इंटेग्रिस मेडटेक की कुल आय 23.85 फीसदी बढ़कर 1,959.58 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 1,582.25 करोड़ रुपये थी. सबसे अहम बात यह रही कि कंपनी ने पिछले साल के 4.8 करोड़ रुपये के घाटे से उबरकर 70.6 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया. Adjusted PAT 103 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष के 21.4 करोड़ रुपये की तुलना में काफी अधिक है.

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.