चीन पर फिर बमके अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, टैरिफ में बढ़ोतरी की दी धमकी; इस फैसले से हुए नाराज
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन की नई एक्सपोर्ट पॉलिसी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें अमेरिकी जहाजों पर अतिरिक्त पोर्ट चार्ज लगाया गया है. ट्रंप ने इसे “व्यापारिक शत्रुता” बताते हुए चीन से आने वाले प्रोडक्ट्स पर टैरिफ में भारी बढ़ोतरी की चेतावनी दी. दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच, ट्रंप-शी जिनपिंग की संभावित APEC मीटिंग पर भी अनिश्चितता के बादल छा गए हैं.

Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को चीन की नई एक्सपोर्ट पॉलिसी पर सवाल उठाया है, जिसमें अमेरिकी शिपमेंट पर अतिरिक्त पोर्ट चार्ज लगाया गया है. उन्होंने इसे “व्यापारिक शत्रुता” करार दिया. इसके जवाब में, राष्ट्रपति ने अमेरिका आने वाले “चीनी प्रोडक्ट्स पर टैरिफ में भारी वृद्धि” की धमकी दी है. चीन के परिवहन मंत्रालय ने घोषणा की है कि मंगलवार से अमेरिकी कंपनियों के जहाजों या अमेरिकी झंडे वाले जहाजों पर चीन के बंदरगाहों पर एक अतिरिक्त पोर्ट चार्ज लगाया जाएगा. इसी तरह, चीन की कंपनियों के जहाजों को भी अमेरिका जाने पर उनके साइज के हिसाब से एक निश्चित शुल्क (80 डॉलर प्रति टन) देना होगा.
चीन ने बताया जवाबी कार्रवाई
चीन सरकार ने इस फीस को अमेरिका की ओर से लगाए गए पोर्ट शुल्क का जवाब बताया है. उनका कहना है कि यह एक जवाबी कार्रवाई है. अमेरिका ने यह नियम बनाया है कि 14 अक्टूबर से चीन में बने या चीनी कंपनियों के जहाजों को अमेरिका के पहले बंदरगाह पर ही एक विशेष फीस देनी होगी. इस फीस की रकम बहुत ज्यादा हो सकती है. अनुमान है कि 10,000 कंटेनर ले जाने वाले एक जहाज के लिए यह 10 लाख डॉलर से अधिक हो सकती है और साल 2028 तक इस फीस में हर साल बढ़ोतरी भी हो सकती है.
ट्रंप ने दी चेतावनी
डोनाल्ड ट्रंप ने Truth Social पर लिखा, “चीन में कुछ बहुत ही अजीब चीजें हो रही हैं! वे बहुत आक्रामक हो गए हैं और दुनिया भर के देशों को पत्र भेज रहे हैं कि वे रेयर अर्थ से संबंधित उत्पादन के प्रत्येक तत्व पर एक्सपोर्ट कंट्रोल लगाना चाहते हैं.” बीजिंग की व्यापार नीति के जवाब में, ट्रंप ने लिखा, “इस समय हम जिन नीतियों पर विचार कर रहे हैं, उनमें से एक है संयुक्त राज्य अमेरिका में आने वाले चीनी उत्पादों पर टैरिफ में भारी बढ़ोतरी. इसी तरह, कई अन्य जवाबी उपाय भी हैं जिन पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है.”
ट्रंप-शी मुलाकात पर ग्रहण
कहा जा रहा था कि ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग दक्षिण कोरिया में APEC में मिलेंगे, लेकिन अब ये योजनाएं धुंधली पड़ रही हैं. ट्रंप ने लिखा, “मुझे दो हफ्ते बाद दक्षिण कोरिया में APEC में राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलना था, लेकिन अब ऐसा करने का कोई कारण नजर नहीं आ रहा है.” शी जिनपिंग के साथ अपने संबंधों पर उन्होंने कहा, “जो चीजें पहले नियमित थीं, अब बिल्कुल भी नियमित नहीं रहीं. मैंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात नहीं की है क्योंकि ऐसा करने का कोई कारण नहीं था. यह न केवल मेरे लिए, बल्कि फ्री वर्ल्ड के सभी नेताओं के लिए एक बड़ा आश्चर्य था.”
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