M&B Engineering IPO: कंपनी ला रही 650 करोड़ का IPO, ब्रोकरेज ने बताया रिस्क-स्ट्रेंथ; निवेश से पहले पढ़ें ये रिपोर्ट
स्टील स्ट्रक्चर और रूफिंग सॉल्यूशन के कारोबार में जमीनी पकड़ रखने वाली एक बड़ी कंपनी शेयर बाजार में दस्तक देने जा रही है. ब्रोकरेज हाउस ने इसकी ताकत और जोखिम को लेकर जो विश्लेषण दिया है, वो निवेशकों के लिए बेहद अहम हो सकता है. पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में.

M&B Engineering IPO Analysis: भारत की प्रमुख प्री-इंजीनियर्ड बिल्डिंग्स (PEB) बनाने वाली कंपनी M&B Engineering Ltd. अब स्टॉक मार्केट में एंट्री के लिए तैयार है. कंपनी 30 जुलाई 2025 से अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लेकर आ रही है, जो 1 अगस्त को बंद होगा. IPO का कुल आकार 650 करोड़ रुपये का है, जिसमें 275 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 375 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है. शेयरों की प्राइस बैंड 366 से 385 रुपये प्रति शेयर तय की गई है.
कंपनी का बिजनेस मॉडल और क्षमता
M&B Engineering का बिजनेस दो मुख्य डिवीजनों में बंटा हुआ है – Phenix Division, जो PEB और स्ट्रक्चरल स्टील सॉल्यूशंस देती है, और Proflex Division, जो सेल्फ-सपोर्टेड स्टील रूफिंग सॉल्यूशंस प्रदान करती है. कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता फिलहाल 1,03,800 MTPA (PEB स्ट्रक्चर के लिए) और 18,00,000 वर्ग मीटर सालाना (रूफिंग के लिए) है.
कंपनी अब FY28 तक अपनी उत्पादन क्षमता में 65,000 MTPA का इज़ाफा करने की योजना पर काम कर रही है. अब तक कंपनी ने 9,500 से ज्यादा प्रोजेक्ट पूरे किए हैं, जिनमें इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग, फूड एंड बेवरेज, लॉजिस्टिक्स, पावर, रेलवे जैसे विविध सेक्टर शामिल हैं.
मजबूत ग्रोथ, लेकिन कड़ी प्रतिस्पर्धा भी
SBI Securities की रिपोर्ट के मुताबिक, FY23 से FY25 के बीच कंपनी की Revenue 6%, EBITDA 37.9% और Net Profit 53% की CAGR से बढ़ी है. हालांकि FY25 के आंकड़ों के आधार पर कंपनी का P/E Ratio 28.6x है, जो वैल्यूएशन के लिहाज से ‘Fairly Valued’ माना जा रहा है.
ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कंपनी की पोजिशन अच्छी है लेकिन इसके बड़े प्रतिस्पर्धियों के बीच प्रदर्शन को पोस्ट-लिस्टिंग ट्रैक करना जरूरी रहेगा. इसलिए उन्होंने IPO पर ‘Neutral’ स्टैंड लिया है.
जोखिम जो निवेशकों को जानने चाहिए
- मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पर ज्यादा निर्भरता: कंपनी की पूरी गतिविधियां भारी मशीनरी और मैन्युफैक्चरिंग पर आधारित हैं. अब तक 4 साइट्स पर जानलेवा घटनाएं हो चुकी हैं.
- PEB बिजनेस पर निर्भरता: FY25 में कंपनी की 77.4% आय इसी से आई. अगर इस क्षेत्र में डिमांड घटी, तो रेवेन्यू प्रभावित हो सकता है.
- वर्किंग कैपिटल का दबाव: FY24 में ऑपरेटिंग कैश फ्लो कमजोर हुआ क्योंकि कंपनी ने रॉ मटेरियल के आयात में तेजी लाई.
- उच्च गुणवत्ता की अपेक्षा: कस्टमर की अपेक्षाओं पर खरा न उतरने पर जुर्माना या ऑर्डर रद्द होने का जोखिम है.
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IPO से जुड़ी अहम जानकारियां
- इश्यू ओपनिंग: 30 जुलाई 2025
- इश्यू क्लोजिंग: 1 अगस्त 2025
- प्राइस बैंड: ₹366–385 प्रति शेयर
- शेयरों की संख्या: 1.68 से 1.77 करोड़
- फेस वैल्यू: ₹10
- पोस्ट इश्यू मार्केट कैप: ₹2,105–2,200 करोड़
- रिटेल कोटा: 10%
- QIB कोटा: 75%
- नॉन-इंस्टीट्यूशनल कोटा: 15%
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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