कीटनाशक बनाने वाली ये कंपनी ला रही 200 करोड़ का IPO, प्राइस बैंड तय, जानें कितने शेयरों के लिए कर सकेंगे आवेदन
कीटनाशक और जैव उत्पाद बनाने वाली कंपनी Indogulf Cropsciences IPO बाजार में दस्तक देने को तैयार है. इसका आईपीओ 26 जून से बोली के लिए खुलेगा. इसका प्राइस बैंड तैयार कर दिया गया है. इस कंपनी का कारोबार जम्मू-कश्मीर से लेकर हरियाणा में फैला हुआ है. ऐसे में अगर आप भी इसमें दांव लगाने की सोच रहे हैं तो कंपनी का क्या कारोबार है जानें डिटेल.

Indogulf Cropsciences IPO: आईपीओ का बाजार इन-दिनों गुलजार है. आए दिन एक के बाद एक आईपीओ मार्केट में दस्तक दे रहे हैं. इसी कड़ी में एक और कंपनी का नाम जुड़ने वाला है, जो है इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेज लिमिटेड. भारतीय कृषि क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इंडोगल्फ का आईपीओ दस्तक देने को तैयार है. कंपनी 200 करोड़ का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) ला रही है. कीटनाशक और जैव उत्पाद बनाने वाली इस कंपनी ने शेयरों के लिए प्राइस बैंड की भी घोषणा कर दी है. ऐसे में अगर आप इसमें दांव लगाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो लॉट साइज, कंपनी के कारोबार से लेकर दूसरी डिटेल्स जान लें.
कितना है IPO का प्राइस बैंड?
Indogulf Cropsciences IPO 26 जून से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा. IPO का प्राइस बैंड 105 रुपये से 111 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है, जिसकी फेस वैल्यू 10 रुपये है. इस IPO में 160 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और प्रमोटर ग्रुप के 36,03,603 इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है.
कितने शेयरों के लिए लगा सकेंगे बोली?
इस IPO का लॉट साइज 135 इक्विटी शेयरों का है, और इसके बाद 135 शेयरों के मल्टीपल में आवेदन किया जा सकता है. कंपनी ने इस इश्यू में 50% तक शेयर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए, 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए और 35% रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व किए हैं.
कंपनी की प्लानिंग
कंपनी इस इश्यू से जुटाए गए फंड का उपयोग कई महत्वपूर्ण उद्देश्यों के लिए करेगी. इसमें वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करना, कर्ज का प्री-पेमेंट, हरियाणा के बरवासनी में इन-हाउस ड्राई फ्लोएबल (DF) प्लांट स्थापित करने और सामान्य कॉर्पोरेट गतिविधियां शामिल हैं.
कंपनी का प्रोफाइल
- 1993 में स्थापित इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेज भारत में फसल सुरक्षा उत्पादों, पौधों के पोषक तत्वों और जैविक समाधानों के उत्पादन का काम करती है. कंपनी ने 2019 में 96.5% शुद्धता के साथ स्पायरोमेसिफेन टेक्निकल और 97% शुद्धता के साथ पायराजोसल्फ्यूरॉन एथिल टेक्निकल का उत्पादन शुरू किया, जिससे यह भारत में इनके प्रमुख स्थानीय निर्माताओं में शामिल हो गई.
- कंपनी के चार मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट हैं, जो जम्मू-कश्मीर के सांबा और हरियाणा के नाथुपुर में फैले हैं, ये लगभग 20 एकड़ में हैं. इनमें नाथुपुर में दो और बरवासनी में एक साइट शामिल है.
- इंडोगल्फ की पहुंच भारत के 22 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों तक है, जिसमें 169 बिजनेस पार्टनर और 5,772 डिस्ट्रीब्यूटर्स का मजबूत नेटवर्क है.
- कंपनी 34 देशों में 129 साझेदारों के साथ अपने उत्पादों का निर्यात करती है, जिसने इसे वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई है.
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IPO की खास बातें
एंकर निवेशकों के लिए शेयर आवंटन 25 जून, बुधवार को होगा. IPO के शेयरों का आवंटन 1 जुलाई को फाइनल होने की उम्मीद है. रिफंड की प्रक्रिया 2 जुलाई, बुधवार को शुरू होगी, और उसी दिन आवंटियों के डीमैट खातों में शेयर क्रेडिट किए जाएंगे. इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेज के शेयर 3 जुलाई, गुरुवार को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होने की संभावना है.
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