क्या Aegis Vopak Terminals IPO पर लगाना चाहिए दांव? बजाज ब्रोकिंग ने दे डाली ये सलाह
Aegis Vopak Terminals IPO: एजिस वोपैक टर्मिनल्स लिमिटेड 2,800 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू के साथ पब्लिक मार्केट प्रवेश कर रही है. कंपनी ने एक मजबूत वित्तीय बदलाव का प्रदर्शन किया है. अगर आप इस आईपीओ में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको किन चीजों पर फोकस करना चाहिए जान लीजिए.
Aegis Vopak Terminals IPO: टैंक स्टोरेज टर्मिनलों के थर्ड पार्टी ऑनर और ऑपरेटर का लक्ष्य 11.91 करोड़ शेयरों के फ्रेश इश्यू के जरिए 2,800 करोड़ रुपये जुटाना है, कंपनी का इरादा नेट इनकम का उपयोग कर्ज के सभी या कुछ हिस्से को चुकाने या प्री पेमेंट करने और मैंगलोर में क्रायोजेनिक एलपीजी टर्मिनल के कॉन्ट्रैक्ट अधिग्रहण के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर को फंड देने के लिए करना है. नेट इनकम का कुछ हिस्सा सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
एजिस वोपैक टर्मिनल्स IPO का प्राइस बैंड 223 से 235 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया है. आवेदन के लिए न्यूनतम लॉट साइज़ 63 है. अगर आप इस IPO में पैसा लगाने की योजना बना रहे हैं, तो आइए समझ लेते हैं कि बजाज ब्रोकिंग की इसपर क्या सलाह है.
क्या करती है कंपनी?
साल 2013 में शुरू हुई एजिस वोपैक टर्मिनल्स लिमिटेड (AVTL) एक ऐसी कंपनी है, जो लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस (LPG) और विभिन्न लिक्विड प्रोडक्टस के लिए स्टोरेज टर्मिनलों का मालिकाना हक रखती है और संचालन करती है.
कंपनी पेट्रोलियम, वनस्पति तेल, स्नेहक, रसायन और प्रोपेन और ब्यूटेन जैसी गैसों के लिए सुरक्षित स्टोरेज और संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करती है. 30 जून 2024 तक, AVTL लिक्विड प्रोडक्ट्स के लिए लगभग 1.50 मिलियन क्यूबिक मीटर और LPG के लिए 70,800 मीट्रिक टन (MT) की कुल स्टोरेज कैपिसिटी को मैनेज करती है.
निवेश करें या नहीं?
बजाज ब्रोकिंग ने एजिस वोपैक टर्मिनल्स लिमिटेड के आईपीओ को लेकर कहा कि इस पर लॉन्ग टर्म के लिए दांव लगा सकते हैं. मतलब कि अगर आप इसके शेयर को लंबे समय तक होल्ड कर सकते हैं, इसके आईपीओ में पैसा लगा सकते हैं.
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
एजिस वोपैक टर्मिनल्स लिमिटेड 2,800 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू के साथ पब्लिक मार्केट प्रवेश कर रही है. कंपनी ने एक मजबूत वित्तीय बदलाव का प्रदर्शन किया है. वित्त वर्ष 23 में मामूली नुकसान के बाद वित्त वर्ष 24 में 86.54 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट पोस्ट किया. इसके वैल्यूएशन पर सावधानीपूर्वक विचार करने की आवश्यकता है.
वित्त वर्ष 24 के 1.00 रुपये के EPS और 13.27 रुपये के एनएवी के आधार पर 223-235 रुपये का आईपीओ प्राइस बैंड पारंपरिक वैल्यूशन मीट्रिक जैसी प्राइस टू अर्निंग पर महंगा लगता है. खासकर तब जब कंपनी के हाल ही में मुनाफे में बदलाव के कारण बढ़िया P/E प्राप्त नहीं किया जा सकता है.
प्रीमियम सही या गलत?
बजाज ब्रोकिंग के अनुसार, RoNW 7.51 फीसदी है, जो अडानी पोर्ट्स (RoNW 15.32%) और JSW इंफ्रास्ट्रक्चर (RoNW 14.40%) जैसे प्रतिस्पर्धियों की तुलना में मॉडरेट है. जबकि भारत के LPG और लिक्विड बल्क इंफ्रास्ट्रक्चर स्पेस में कंपनी का रणनीतिक महत्व कुछ हद तक प्रीमियम को सही ठहराता है, लेकिन मूल्य निर्धारण भविष्य में मजबूत ग्रोथ अपेक्षाओं को ध्यान में रखता है.
इस चीज पर नजर रखें निवेशक
निवेशकों को इस आईपीओ को लॉन्ग टर्म इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी लॉजिस्टिक ग्रोथ पर नजर रखनी चाहिए. लेकिन आगामी कैपिटल एक्सपेंडिचर परियोजनाओं में कंपनी की सीमित ऐतिहासिकप्रॉफिटेबिलिटी और एग्जीक्यूशन रिस्क के खिलाफ प्रीमियम वैल्यूएशन को तौलना चाहिए.