ऑनलाइन एजुकेशन सेक्टर में मेगा डील, कोर्सेरा खरीदेगी Udemy; 2.5 बिलियन डॉलर की बनेगी नई कंपनी
ऑनलाइन एजुकेशन सेक्टर में बड़ी कॉरपोरेट डील सामने आई है, जहां कोर्सेरा ने उडेमी को ऑल स्टॉक डील के तहत खरीदने का ऐलान किया है. इस मर्जर के बाद बनने वाली संयुक्त कंपनी का वैल्यूएशन करीब 2.5 बिलियन डॉलर आंका गया है. यह डील एआई, डेटा साइंस और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट जैसी स्किल्स में कॉरपोरेट ट्रेनिंग की बढ़ती मांग को ध्यान में रखकर की गई है.
Coursera Udemy deal: ऑनलाइन एजुकेशन सेक्टर में एक बड़ी कॉरपोरेट डील सामने आई है. प्रमुख ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म कोर्सेरा ने अपने प्रतिद्वंद्वी उडेमी को खरीदने का ऐलान किया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह डील पूरी तरह ऑल-स्टॉक डील के तहत की जा रही है और इसके बाद बनने वाली संयुक्त कंपनी का वैल्यूएशन करीब 2.5 बिलियन डॉलर आंका गया है. इस डील को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट जैसे उभरते स्किल्स में कॉरपोरेट ट्रेनिंग की बढ़ती मांग से जोड़कर देखा जा रहा है. यह डील ऐसे समय पर सामने आई है, जब पोस्ट-पैंडेमिक दौर में ऑनलाइन एजुकेशन कंपनियों की ग्रोथ धीमी हुई है और निवेशक इस सेक्टर को लेकर ज्यादा सतर्क नजर आ रहे हैं.
डील की शर्तें और शेयर बाजार पर असर
इस ट्रांजैक्शन के तहत उडेमी के शेयरहोल्डर्स को हर 1 शेयर के बदले 0.8 शेयर कोर्सेरा के मिलेंगे. रॉयटर्स की कैलकुलेशन के मुताबिक, इससे उडेमी की वैल्यू करीब 930 मिलियन डॉलर बैठती है. डील की घोषणा के बाद शेयर बाजार में भी इसका असर साफ दिखा. उडेमी के शेयर लगभग 12.66 फीसदी उछल गए. कंपनियों ने साफ किया है कि यह डील अगले साल के सेकंड हाफ में पूरी होने की उम्मीद है, हालांकि इसके लिए रेगुलेटरी अप्रूवल और शेयरहोल्डर्स की मंजूरी जरूरी होगी.
एआई और कॉरपोरेट ट्रेनिंग पर बड़ा दांव
कोर्सेरा और उडेमी दोनों का मानना है कि एक साथ आने से वे कॉरपोरेट वर्कफोर्स ट्रेनिंग के तेजी से बढ़ते मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत कर पाएंगे. खासतौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट जैसे स्किल्स पर फोकस रहेगा. जेनरेटिव एआई में हो रही तेज डेवलपमेंट के चलते कंपनियां अपने कर्मचारियों को री-स्किल और अप-स्किल करने पर लगातार निवेश बढ़ा रही हैं. ऐसे में यह संयुक्त प्लेटफार्म एंटरप्राइज कस्टमर्स के लिए ज्यादा मजबूत और व्यापक सॉल्यूशन पेश कर सकता है.
निवेशकों की चिंता अभी भी बरकरार
हालांकि एआई अपस्किलिंग को भविष्य का बड़ा ग्रोथ ड्राइवर बताया जा रहा है, लेकिन निवेशकों का भरोसा अभी पूरी तरह लौटा नहीं है. बढ़ती प्रतिस्पर्धा, प्राइसिंग प्रेशर और एआई से जुड़े निवेशों पर अनिश्चित रिटर्न को लेकर ऑनलाइन एजुकेशन स्टॉक्स पर दबाव बना हुआ है. यही वजह है कि इस साल अब तक उडेमी के शेयर करीब 26 फीसदी गिर चुके हैं, जबकि कोर्सेरा के शेयरों में 7 फीसदी की कमजोरी देखी गई है.
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