हेलमेट बनाने वाली कंपनी ला रही ₹455 करोड़ का IPO, प्राइस बैंड तय, OFS में बेचे जाएंगे 77.86 लाख शेयर
हेलमेट बनाने वाली कंपनी Studds जल्द ही अपना आईपीओ मार्केट में उतारने वाली है. ये पूरी तरह से ओएफएस यानी ऑफर फॉर सेल पर आधारित होगा. आईपीओ के लिए कपंनी ने प्राइस बैंड भी तय कर दिया गया है. तो क्या है इसका लॉट साइज, कंपनी का क्या है कारोबार, चेक करें डिटेल.
Studds IPO price band: हेलमेट से लेकर मोटरसाइकिल एक्सेसरीज़ तक बनाने वाली मशहूर कंपनी Studds Accessories Ltd अब शेयर बाजार की रेस में उतरने को तैयार है. Studds ने अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लॉन्च करने की घोषणा कर दी है. कंपनी इस पब्लिक इश्यू के ज़रिए ₹455 करोड़ से अधिक जुटाने की तैयारी में है. सोमवार को कंपनी ने अपने IPO का प्राइस बैंड जारी किया. यह पूरा इश्यू एक Offer-for-Sale (OFS) होगा, जिसके तहत 77.86 लाख इक्विटी शेयर बेचे जाएंगे.
कितना है प्राइस बैंड?
सोमवार को कंपनी ने अपने IPO का प्राइस बैंड जारी किया, जो ₹557 से ₹585 प्रति शेयर तय किया गया है. ये अपने अपर प्राइस बैंड यानी ₹585 पर कुल ₹455.49 करोड़ जुटाएगी.
निवेश से जुड़ी जानकारी
इस IPO का लॉट साइज 25 शेयरों का होगा. यानी किसी भी रिटेल निवेशक को न्यूनतम ₹14,625 का निवेश करना होगा. इस इश्यू का 50% हिस्सा पात्र संस्थागत निवेशकों (QIB) के लिए, 15% गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए और शेष 35% शेयर खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित रखे गए हैं.
मधु भूषण खुराना, उनके बेटे सिद्धार्थ भूषण खुराना और बेटी शिल्पा अरोड़ा सहित प्रमोटरों के पास स्टड्स एक्सेसरीज़ में 78.78% हिस्सेदारी है. बाकी 21.22% शेयर आम जनता के पास हैं.
कौन है बुक लीड मैनेजर?
IPO का बुक रनिंग लीड मैनेजर है IIFL Capital Services Ltd., जबकि MUFG Intime India Pvt. Ltd. को रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है.
IPO की अहम तारीखें
- ओपनिंग डेट: गुरुवार, 30 अक्टूबर
- क्लोजिंग डेट: सोमवार, 3 नवंबर
- अलॉटमेंट डेट: मंगलवार, 4 नवंबर
- लिस्टिंग डेट: गुरुवार, 7 नवंबर
- एक्सचेंज: BSE और NSE दोनों पर लिस्टिंग होगी
क्यों खास है कंपनी?
Studds Accessories भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में हेलमेट और टू-व्हीलर एक्सेसरीज़ बनाने वाली प्रमुख कंपनी है. कंपनी के प्रोडक्ट्स 40 से ज्यादा देशों में एक्सपोर्ट किए जाते हैं. IPO के ज़रिए कंपनी के प्रमोटर्स और शुरुआती निवेशक आंशिक हिस्सेदारी बेचेंगे. चूंकि यह पूरी तरह OFS है, इसलिए कंपनी को सीधे तौर पर कोई नई पूंजी नहीं मिलेगी, लेकिन यह कदम ब्रांड वैल्यू और मार्केट विज़िबिलिटी बढ़ाने में मदद करेगा.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ या डेरिवेटिव में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें