Wakefit का डेटा-ड्रिवेन मॉडल vs Sleepwell का पुराना नेटवर्क, IPO पर दांव लगाने से पहले जानें असली ‘स्लीप किंग’ कौन

Wakefit Innovations लगभग 1,289 करोड़ रुपये का IPO ला रही है. इसमें से 377 करोड़ रुपये कंपनी के विस्तार पर खर्च होंगे और बाकी OFS के जरिए पुराने निवेशकों का partial exit होगा. सबसे बड़ी बात कंपनी अपने ऑफलाइन नेटवर्क को तेजी से बढ़ाने की तैयारी कर रही है.

IPO पर दांव लगाने से पहले जानें असली 'स्लीप किंग' कौन Image Credit: Money 9 Live

Wakefit IPO: Wakefit के IPO को लेकर बाजार में जबरदस्त उत्सुकता है. कंपनी ने भले ही शुरुआत सिर्फ गद्दों से की थी, लेकिन आज यह घर से जुड़ी कई प्रकार की चीजें बेचती है. इसमे बेड, सोफा, अलमारी, फर्निशिंग और बहुत कुछ शामिल है. अब बड़ा सवाल यह है कि क्या Wakefit का नया और डिजिटल तरीका, पुराने और बड़े ब्रांडों से तेज बढ़ने में मदद कर सकता है?

IPO में क्या है?

Wakefit Innovations लगभग 1,289 करोड़ रुपये का IPO ला रही है. इसमें से 377 करोड़ रुपये कंपनी के विस्तार पर खर्च होंगे और बाकी OFS के जरिए पुराने निवेशकों का partial exit होगा. सबसे बड़ी बात कंपनी अपने ऑफलाइन नेटवर्क को तेजी से बढ़ाने की तैयारी कर रही है. आने वाले समय में Wakefit 117 नए COCO (कंपनी-ओन्ड) स्टोर खोलेगी ताकि ब्रांड की पहुंच और भरोसा बढ़ सके. कंपनी के लिए मार्केटिंग और मशीनरी में निवेश भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जिससे आने वाले सालों में बड़े स्तर पर कारोबार बढ़ाया जा सके.

Wakefit कैसे बनी एक बड़ी D2C कंपनी?

Wakefit ने शुरुआत ऑनलाइन तरीके से की और किफायती, अच्छी क्वॉलिटी के मेमोरी-फोम गद्दों की वजह से तेजी से लोकप्रिय हुई. बीच के सभी बिचौलियों को हटाकर कंपनी सीधे ग्राहक तक पहुंची. यही इसकी सबसे बड़ी जीत थी. धीरे-धीरे कंपनी ने गद्दों से आगे बढ़कर फर्नीचर और होम प्रोडक्ट्स का बड़ा पोर्टफोलियो बना लिया. इससे Wakefit एक पूरे घर का समाधान देने वाला ब्रांड बन गया है. आज Wakefit की बिक्री 700 जिलों में होती है और कंपनी के 125 से ज्यादा स्टोर 62 शहरों में चल रहे हैं. ऑनलाइन+ ऑफलाइन का यही मॉडल इसे competitors से अलग बनाता है.

भारतीय गद्दा उद्योग की स्थिति

भारत का गद्दा बाजार करीब 15–16 हजार करोड़ रुपये का है और हर साल 10–12 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रहा है. साल 2030 तक यह मार्केट 27–30 हजार करोड़ रुपये तक जा सकता है. फोम और ऑर्थोपेडिक गद्दों की मांग सबसे तेजी से बढ़ रही है. उपभोक्ता अच्छी नींद, स्वास्थ्य और टिकाऊ प्रोडक्ट पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. हालांकि लोग अभी भी गद्दे ज्यादातर ऑफलाइन खरीदना पसंद करते हैं ताकि प्रोडक्ट को ट्राई कर सकें.

मुख्य मापदंडWakefit InnovationsSheela Foam (Sleepwell)
मुख्य ब्रांडSleepwell, Kurl-On, Furlenco, Feather FoamSleepwell
स्टोर / टचपॉइंट्स125 स्टोर11,300 टचपॉइंट्स
मार्केट कैप₹6,373 करोड़₹6,404 करोड़
FY25 राजस्व₹1,273 करोड़ (29% सालाना वृद्धि)₹3,439 करोड़ (15% सालाना वृद्धि)
FY25 प्रॉफिट / लॉस₹35 करोड़ का घाटा₹97 करोड़ (47.2% गिरावट)
FY25 EBITDA₹90.83 करोड़ (37% सालाना वृद्धि)₹235 करोड़ (12% सालाना वृद्धि)
FY25 गद्दे की बिक्री (वॉल्यूम)7,93,348 यूनिट33,08,000 यूनिट

Wakefit की सबसे बड़ी बढ़त क्या है?

Wakefit पारंपरिक कंपनियों से बिल्कुल अलग तरीके से काम करती है. कंपनी की करीब 60% कमाई गद्दों से आती है, लेकिन फर्निशिंग और फर्नीचर 30% से ज्यादा हो गया है और तेजी से बढ़ रहा है. Wakefit का लगभग 30% पोर्टफोलियो प्रीमियम हो चुका है, जिससे मार्जिन बेहतर हो रहे हैं. हर साल 35–40 नए कंपनी-ओन्ड स्टोर खोलने की योजना इसे और मजबूत बनाएगी. सबसे खास बात Wakefit डेटा और consumer behavior को केंद्र में रखकर फैसले लेती है.

यह Sleepwell (Sheela Foam) से कैसे अलग है?

Sleepwell आज भी अपने 7,800 डीलरों और पुराने Distributor Network पर निर्भर है. वे प्रोडक्ट बेचते हैं, लेकिन उन्हें ग्राहक की असल जरूरत या व्यवहार की जानकारी नहीं होती. Wakefit पूरा संबंध खुद संभालती है. ऑनलाइन से लेकर डिलीवरी और रिटर्न तक. इसलिए कंपनी तेजी से सीखती है और उतनी ही तेजी से बदल भी जाती है.

डेटा सोर्स: Groww, TB

इसे भी पढ़ें- डेटा-सेंटर बूम: ये 3 स्टॉक्स बन सकते हैं अगले आउटपरफॉर्मर, भारी डिस्काउंट पर कर रहे ट्रेड

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.