HSBC म्यूचुअल फंड का बड़ा मर्जर प्लान, टैक्स सेवर स्कीम अब फ्लेक्सी कैप में मर्ज! जानें निवेशकों को क्या फायदा?

HSBC टैक्स सेवर इक्विटी फंड का विलय अब HSBC फ्लेक्सी कैप फंड में किया जाएगा. यह विलय 23 जनवरी 2026 से लागू होगा. इसकी जानकारी HSBC म्यूचुअल फंड ने 17 दिसंबर 2025 को यूनिटधारकों को भेजे गए पत्र में दी है. इस विलय को सेबी (SEBI) की मंजूरी भी मिल चुकी है.

HSBC म्यूचुअल फंड Image Credit: Money 9 Live

HSBC Tax Saver Equity Fund to merge into Flexi Cap Fund: HSBC म्यूचुअल फंड ने अपने निवेशकों को बड़ी जानकारी दी है. कंपनी ने ऐलान किया है कि HSBC टैक्स सेवर इक्विटी फंड का विलय अब HSBC फ्लेक्सी कैप फंड में किया जाएगा. यह विलय 23 जनवरी 2026 से लागू होगा. इसकी जानकारी HSBC म्यूचुअल फंड ने 17 दिसंबर 2025 को यूनिटधारकों को भेजे गए पत्र में दी है. इस विलय को सेबी (SEBI) की मंजूरी भी मिल चुकी है.

विलय का कारण क्या है?

HSBC टैक्स सेवर इक्विटी फंड की शुरुआत साल साल 2007 में हुई थी. यह एक ELSS (Equity Linked Saving Scheme) है, जिसमें 3 साल का लॉक-इन होता है और पुराने टैक्स सिस्टम के तहत टैक्स छूट मिलती है. साल 2022 में जब HSBC एएमसी ने L&T म्यूचुअल फंड का अधिग्रहण किया, तब नियमों के अनुसार एक AMC सिर्फ एक ही ओपन-एंडेड ELSS चला सकती थी. इसी वजह से 25 नवंबर 2022 से इस फंड में नया निवेश बंद कर दिया गया था. अब 25 नवंबर 2025 तक सभी निवेशकों का 3 साल का लॉक-इन पूरा हो चुका है. इसलिए HSBC ने इस फंड को अपने HSBC फ्लेक्सी कैप फंड में मर्ज करने का फैसला लिया है.

निवेशकों के लिए क्या बदलेगा?

इस विलय के बाद टैक्स सेवर फंड के निवेशकों को HSBC फ्लेक्सी कैप फंड में यूनिट्स मिल जाएंगी. यूनिट्स का आवंटन 23 जनवरी 2026 को उस दिन की NAV के हिसाब से होगा. अच्छी बात यह है कि निवेश की कुल वैल्यू में कोई बदलाव नहीं होगा. यानी विलय से पहले और बाद में आपके पैसे की कीमत वही रहेगी. जो निवेशक IDCW (डिविडेंड) ऑप्शन में हैं, उन्हें फ्लेक्सी कैप फंड के उसी ऑप्शन में यूनिट्स दी जाएंगी.

HSBC फ्लेक्सी कैप फंड क्या करता है?

HSBC म्यूचुअल फंड के मुताबिक, दोनों फंड्स की निवेश रणनीति लगभग एक जैसी है.

  • बड़े, मिड और स्मॉल कैप शेयरों में निवेश
  • बॉटम-अप स्टॉक सिलेक्शन रणनीति
  • कंपनी का कहना है कि इससे निवेशकों को किसी नई निवेश रणनीति की चिंता नहीं करनी पड़ेगी

यूनिट्स कैसे मिलेंगी?

अगर आपके पास टैक्स सेवर फंड में ₹1,000 की यूनिट्स हैं, तो विलय के बाद आपको फ्लेक्सी कैप फंड में उतनी ही वैल्यू की यूनिट्स मिलेंगी.

  • पुराने फंड की NAV: ₹20
  • नए फंड की NAV: ₹25
  • नई यूनिट्स: 40
  • कुल वैल्यू: ₹1,000 (बिना किसी बदलाव के)
डिस्क्रिप्शनवैल्यू
विलय की तारीखJanuary 23, 2026
NAV per unit of the Plan / Option of the Merging Scheme (A)₹20.000
Units outstanding in Merging Scheme (B)50.000
Outstanding value in Merging Scheme (A × B = C)₹1,000.00
NAV of the corresponding Plan / Option of the Surviving Scheme (D)₹25.000
Units allotted in the corresponding Plan / Option of the Surviving Scheme (C ÷ D = E)40.000
Value of the units allotted in the Surviving Scheme (D × E = F)₹1,000.00

क्या एग्जिट का ऑप्शन मिलेगा?

निवेशक 24 दिसंबर 2025 से 22 जनवरी 2026 तक बिना किसी एग्जिट लोड के अपने पैसे निकाल सकते हैं. अगर कोई निवेशक विलय नहीं चाहता, तो वह इस दौरान आराम से बाहर निकल सकता है.

टैक्स पर क्या असर पड़ेगा?

अगर निवेशक विलय के बाद निवेश बनाए रखते हैं, तो कोई कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा. इसे रिडेम्पशन नहीं माना जाएगा. पुरानी होल्डिंग अवधि गिनी जाएगी. पुरानी लागत (cost) ही नई यूनिट्स की लागत मानी जाएगी. हालांकि, अगर कोई निवेशक इस दौरान पैसा निकालता है, तो उस पर कैपिटल गेन टैक्स लग सकता है. HSBC म्यूचुअल फंड का कहना है कि यह फैसला निवेशकों के हित में लिया गया है. निवेशकों को बिना किसी नुकसान के एक बड़े और सक्रिय फंड का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा, वो भी बिना किसी नए फैसले या टैक्स बोझ के.

डेटा सोर्स: Upstox

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.