Bank Locker Charges: लॉकर के बदले बैंक वसूलते हैं ये मोटी रकम, बुक करने से पहले जाने लें कितना है चार्ज
बैंक ग्राहकों को सुरक्षित लॉकर सुविधा प्रदान करते हैं, जिसका वार्षिक किराया आकार और स्थान पर निर्भर करता है. लॉकर लेते समय रजिस्ट्रेशन शुल्क, अधिक उपयोग शुल्क, बकाया या तोड़ने का शुल्क ध्यान रखें. कुछ बैंक FD की मांग करते हैं, लेकिन SBI जैसे बैंक मौजूदा ग्राहकों से नहीं मांगते. चोरी या दुर्घटना में बैंक मुआवजा देने के लिए जिम्मेदार होता है.

Bank Locker Facility and Charges: बैंक अपने ग्राहकों को कीमती सामान सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षित जमा लॉकर प्रदान करते हैं. इन लॉकरों का सालाना किराया लॉकर के आकार और ब्रांच के स्थान के आधार पर अलग-अलग होता है, जिसे वित्त वर्ष के लिए एडवांस में पेमेंट करना होता है. इसके अलावा, बैंकों को लॉकर धारकों को लॉकर समझौते की साइन की हुई एक कॉपी प्रदान करता है, जिसमें उनके अधिकार और जिम्मेदारियों को स्पष्ट रूप से बताया जाता है. ध्यान हो कि किसी भी प्रकार के एग्रीमेंट पर साइन करने से पहले उसके टर्म एंड कंडीशन और विभिन्न प्रकार के शुल्क की जानकारी आपको होनी चाहिए.
लॉकर का किराया?
लॉकर के किराए के अलावा, बैंकों द्वारा विभिन्न शुल्क भी लगाए जाते हैं, जो ग्राहकों को लॉकर सुविधा लेने से पहले ध्यान में रखने चाहिए. ये शुल्क बैंक-दर-बैंक भिन्न हो सकते हैं.
- वन टाइम रजिस्ट्रेशन चार्ज – लॉकर आवंटन के समय यह शुल्क लिया जाता है, जो लॉकर हॉल्डर के नाम का डॉक्यूमेंट और अन्य जरूरी काम के लिए लिया जाता है.
- निर्धारित संख्या से अधिक लॉकर के उपयोग पर शुल्क – बैंक यह निर्धारित करता है कि एक साल आप कितने बार उस लॉकर का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आपने उससे अधिक बार लॉकर का इस्तेमाल किया है तो आपको इसके लिए अतिरिक्त शुल्क देना होगा.
- लॉकर किराया बकाया शुल्क – यदि सालाना किराया तय तारीख तक नहीं चुकाया जाता है, तो बैंक बकाया शुल्क लगा सकता है.
- लॉकर तोड़ने का शुल्क – यदि किराया ना चुकाने, चाबी खोने या ग्राहक के अनुरोध पर लॉकर को जबरन खोलना पड़े, तो ताला तोड़ने, नया ताला लगाने और संबंधित प्रक्रियाओं के लिए आपको अधिक शुल्क देना पड़ सकता है.
- लॉकर की चाबी खोने पर – एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के अनुसार, चाबी बदलने का शुल्क लॉकर हॉल्डर से वसूला जाता है. चाबी बदलने का काम ऑथराइज्ड वेंडर द्वारा लॉकर हॉल्डर और बैंक अधिकारी की उपस्थिति में किया जाता है.
FD की होती है जरूरत?
कुछ बैंक लॉकर आवंटन के समय तीन साल के किराए और लॉकर तोड़ने के शुल्क को कवर करने वाला टर्म डिपोजिट मांगते हैं. हालांकि, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के अनुसार, बैंक मौजूदा लॉकर धारकों से टर्म डिपोजिट की मांग नहीं करेगा. अगर आप अपने बैंक लॉकर को आसानी से ऑपरेट करना चाहते हैं तो कुछ नियमों का पालना करना बहुत जरूरी है.
- अकाउंट KYC के नियमों का पालन करे.
- ग्राहक का बचत/चालू खाता पिछले 3 वर्षों से सक्रिय होना चाहिए.
- ग्राहक ने पिछले एक वर्ष में औसतन दो साल के किराए के बराबर बैंक बैलेंस बनाए रखा हो.
चोरी-डकैती होने पर बैंक देता है मुआवजा
बैंक आग, चोरी, डकैती, लूट या इमारत ढहने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए जिम्मेदार होती हैं, यदि ये उनकी कमियों, लापरवाही या किसी चूक के कारण होती हैं. यदि लॉकर में रखे सामान का नुकसान इन घटनाओं या बैंक कर्मचारियों द्वारा धोखाधड़ी के कारण होता है, तो बैंक को मौजूदा सालाना किराए के 100 गुना के बराबर मुआवजा देना होगा.
यह भी पढ़ें: आटा-चीनी बनाने वाली कंपनी ला रही IPO, GMP दे रहा दमदार संकेत, 12 अगस्त से कर सकेंगे अप्लाई
Latest Stories

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर 147% का रिटर्न, RBI ने किया प्रीमेच्योर रिडेम्प्शन का ऐलान, जानें निवेशकों के खाते में कब आएंगे पैसे

ITR रिफंड से MSME और पेनल्टी तक, नए इनकम टैक्स बिल के 10 बड़े बदलाव; 11 अगस्त को पेश होगा ड्राफ्ट

आयकर विभाग ने ITR-5 का एक्सेल फॉर्म ऑनलाइन किया उपलब्ध, फर्म से लेकर ट्रस्ट तक कर सकेंगे ई-फाइलिंग
