सेविंग बैंक अकाउंट में कितना पैसा रखना चाहिए? कितना हो आपका इमरजेंसी फंड

क्या आप जानते हैं कि आपको अपने बचत खाते (Savings bank Account) में कितना रुपया जमा करना चाहिए? यह जानने के लिए आपको इमरजेंसी फंड का पूरा आईडिया होना चाहिए.

सैलरी में मिलने वाले विभिन्न अलाउंस और रीइंबर्समेंट का सही उपयोग कर टैक्स बचाया जा सकता है. Image Credit: freepik.com

कई लोग ऐसे हैं जो अपने सेविंग बैंक अकाउंट को ही गंभीरता से नहीं लेते, मतलब उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनके सेविंग अकाउंट में कितने रुपये हैं, कितने रुपये रखना चाहिए? क्या आपको पता है? कई लोग ऐसे भी मिल जाएंगे जिनके सेविंग अकाउंट में 10-10 लाख रुपये तक पड़े होते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि सेविंग अकाउंट में कितना पैसा जमा रखें.

सबसे पहले तो खर्च के बेसिक नियम को समझ लीजिए. सैलेरी आते ही 50% पैसा अपनी जरूरत पर खर्च करें, 30% सैलेरी अपनी इच्छाओं पर और फिर 20% अपनी बचत और निवेश पर.

सेविंग अकाउंट में कितना पैसा होना चाहिए यह समझने से पहले आपको इमरजेंसी फंड के बारे में जान लेना चाहिए, इसके बाद आप खुद इसका जवाब दे पाएंगे.

हर फाइनेंशियल एडवाइजर से आपको एक राय जरूर मिलेगी कि अपना इमरजेंसी फंड तैयार करें. इमरजेंसी फंड वह होता है जो पैसा अपको बुरी वक्त पर काम आता है. अब मान लीजिए आपने अपना सारा पैसा शेयर बाजार में लगा रखा है, या किसी बॉन्ड में जो सालों बाद मैच्योर होने वाला है, ऐसे में बुरी परिस्थिति में आप जल्द से जल्द इन पैसों का उपयोग नहीं कर पाएंगे.

इसीलिए जरूरी है इमरजेंसी फंड बनाना. कुछ पैसा आपके पास पड़ा होना चाहिए. लेकिन कितना? फाइनेंशियस एडवाइजर बताते हैं कि आपके पास आपकी सैलेरी का लगभग 6 गुना पैसा होना चाहिए. अगर यह मुश्किल है तो कम से कम 3 गुना तो होना ही चाहिए.

मान लीजिए आपकी सैलेरी 50,000 रुपये है. इस हिसाब से आपका इमरजेंसी फंड:

50,000 * 6 = 3,00,000 रुपये होना चाहिए. यानी आपके पास 6 महीने तक का पैसा होगा.

कहां जमा रखें इमरजेंसी फंड?

आपको जवाब मिल गया होगा कि सेविंग बैंक अकाउंट में कितना पैसा होना चाहिए. जवाब है, आपकी सैलेरी का 6 गुना. लेकिन इसे आप दूसरे सेविंग अकाउंट में रखे ताकी आप रोजमर्रा की जरूरतों में इसे खर्च ना कर दें.

यह भी ध्यान रखें कि अगर बहुत ज्यादा पैसा आप सेविंग बैंक अकाउंट में रखेंगे तो इससे आप नुकसान में रहेंगे, क्योंकि इसमें आपको आमतौर पर 4% सालाना ब्याज मिलता है जो बैंक एफडी – फिक्स्ड डिपॉसिट और म्यूचुअल फंड में मिलने वाले ब्याज से बहुत ज्यादा कम है. म्यूचुअल फंड औसतन 12% रिटर्न देते हैं, कई बार यह 20% या इससे ज्यादा भी हो सकता है.