नीलेश शाह ने कहा- शेयर बाजार में 2 साल तक कम कमाई की रखें उम्मीद लेकिन निवेश न रोकें, बताया इन सेक्टर में ग्रोथ सबसे अधिक
कोटक महिंद्रा एएमसी के नीलेश शाह ने निवेशकों की उलझनों पर बातचीत की है. उन्होंने कहा कि भले ही मैक्रो इंडिकेटर मजबूत हों लेकिन बाजार अस्थिर है. उन्होंने IPOs के वैल्युएशन, बिजनेस की गुणवत्ता और आगामी दो वर्षों में कम रिटर्न की संभावना पर भी प्रकाश डाला हैं. बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे क्षेत्रों में अवसर बताए हैं.
कोटक महिंद्रा एएमसी के मैनेजिंग डायरेक्टर नीलेश शाह ने Money9 से मौजूदा बाजार परिदृश्य और निवेशकों की उलझनों को लेकर बातचीत की है. उन्होंने बताया है कि एक ओर जहां देश के मैक्रो इंडिकेटर मजबूत दिख रहे हैं. वहीं दूसरी ओर बाजार बेहाल है और उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. इसके बावजूद नए IPOs में जोरदार निवेश देखने को मिल रहा है, जिससे निवेशक असमंजस में हैं कि बाजार में पैसा लगाएं, SIP करें या इंतजार करें. आइये जानते है कि उन्होंने निवेशकों को क्या सलाह दी है.
खुद करें रिसर्च
नीलेश शाह ने वैल्युएशन संबंधी चिंताओं पर कहा, “कीमत, वह है जो आप चुकाते हैं, ‘मूल्य’ वह है जो आपको मिलता है.” उन्होंने Zomato और Lenskart के महंगे वैल्युएशन पर सोशल मीडिया टिप्पणियों का उदाहरण देते हुए कहा कि फंड मैनेजर के तौर पर, लोगों की बातों पर ध्यान देने के बजाय अपनी रिसर्च पर भरोसा करना महत्वपूर्ण है. उन्होंने एक कहानी के माध्यम से समझाया कि हर किसी को खुश करना असंभव होता है. उन्होंने कहा कि किसी भी फंड मैनेजर के प्रदर्शन का आकलन उसके पोर्टफोलियो के रिटर्न से करना चाहिए.
निवेश से पहले फॉलो करें ये 3 स्टेप
शाह ने IPO या मौजूदा कंपनी में निवेश के लिए 3 स्टेप की प्रक्रिया बताई है. पहला, बिजनेस की गुणवत्ता (रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड और विकास की संभावना), दूसरा, मैनेजमेंट का विजन, एक्जीक्यूशन और गवर्नेंस और तीसरा है, वैल्युएशन. उन्होंने कहा कि वैल्युएशन कोई निश्चित गणित नहीं है (जैसे 10 का P/E सस्ता और 20 का P/E महंगा), बल्कि यह एक कला है जहां निर्णय लेने पड़ते हैं. निवेशक को अपने विश्वास के अनुसार निवेश बढ़ाना चाहिए.
अगले 2 साल का अनुमान
शाह ने निवेशकों को सलाह दी कि बाजार की मौजूदा उलझन के बावजूद अपने निवेश को रोकना नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि अपनी पसंद के अनुसार कम या ज्यादा निवेश जारी रखें, लेकिन अगले दो साल तक बाजार से कम या मध्यम रिटर्न की उम्मीद रखनी चाहिए.
किन सेक्टर में ज्यादा विकास की उम्मीद
सेक्टरवाइज निवेश को लेकर नीलेश शाह ने कहा कि शुरुआती निवेशकों को डाइवर्सिफाइड फंड्स से शुरुआत करनी चाहिए, जबकि अनुभवी निवेशकों को अपने कोर पोर्टफोलियो का अधिकांश हिस्सा डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंड्स में रखना चाहिए. उन्होंने थीमेटिक या सेक्टोरल फंड्स में सैटेलाइट पोर्टफोलियो रखने की सलाह दी है. वर्तमान में, उन्होंने बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और कंज्यूमर सेक्टरों को विकास की अच्छी संभावनाएं वाले थीम के रूप में बताया है. हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि इन फंडों में सीमित मात्रा में ही निवेश करना चाहिए क्योंकि सभी सेक्टर एक साथ अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं.
Latest Stories
अगर कोटक महिंद्रा बैंक में है खाता तो रहें सतर्क! मिनिमन बैलेंस न रखने पर SMS के लिए कटेंगे इतने रुपये, इस डेट से होगा लागू
अब चांदी पर भी मिलेगा लोन, कैसे होगी ज्वेलरी की वैल्यूएशन; जानें नीलामी और मुआवजे की पूरी प्रक्रिया
फ्रीलांसर भी ले सकते हैं ₹40 लाख तक का लोन, बस इन दस्तावेजों की होगी जरूरत, जानें स्टेप-बाय-स्टेप तरीका
