PF ट्रांसफर में देरी से होगा लाखों का नुकसान!

अगर आपने हाल ही में नौकरी बदली है और पुराने ईपीएफ खाते से नए ईपीएफ खाते में पीएफ ट्रांसफर नहीं कराया है, तो यह छोटी सी लापरवाही भविष्य में आपको लाखों रुपये का नुकसान करा सकती है. नौकरी बदलते ही पीएफ ट्रांसफर कराना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि लंबे समय तक ट्रांसफर न होने पर आपका पुराना ईपीएफ खाता इनएक्टिव की श्रेणी में आ सकता है. ऐसे में खाते पर मिलने वाला ब्याज प्रभावित हो सकता है और कंपाउंडिंग का फायदा धीरे-धीरे खत्म होने लगता है.

ईपीएफ में असली कमाई लंबी अवधि में मिलने वाले ब्याज से होती है. अगर पीएफ ट्रांसफर में देरी होती है, तो आपका पैसा अलग-अलग खातों में बंटा रह जाता है, जिससे रिटायरमेंट के समय बड़ा फंड तैयार नहीं हो पाता. इसके अलावा, इनएक्टिव खाते की वजह से भविष्य में पीएफ निकालने या क्लेम सेटलमेंट के दौरान दस्तावेजी दिक्कतें भी आ सकती हैं. कई मामलों में केवाईसी अपडेट न होने या खाते के डिटेल्स मैच न होने से क्लेम रिजेक्ट तक हो जाता है.