2026 में देश की तस्वीर बदल देंगे ये 5 एक्सप्रेसवे, उत्तर से दक्षिण तक मजबूत होगी कनेक्टिविटी; सुहाना होगा सफर
नए साल 2026 में भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को बड़ी मजबूती मिलने जा रही है. दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली अमृतसर कटरा एक्सप्रेसवे, अहमदाबाद धोलेरा एक्सप्रेसवे और बेंगलुरु चेन्नई एक्सप्रेसवे देश की सडक कनेक्टिविटी की तस्वीर बदल देंगे. इन एक्सप्रेसवे के शुरू होने से यात्रा समय घटेगा, लॉजिस्टिक्स लागत कम होगी और व्यापार, उद्योग व पर्यटन को नई रफ्तार मिलेगी.
Expressway Projects 2026: नए साल की शुरुआत के साथ ही भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है. देशभर में बन रहे आधुनिक एक्सप्रेसवे न केवल सफर को तेज और सुरक्षित बनाएंगे, बल्कि उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक कनेक्टिविटी को नई मजबूती देंगे. केंद्र सरकार और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की प्राथमिकता इन परियोजनाओं को तय समयसीमा में पूरा करने की है, ताकि आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार मिले और लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आए. तो चलिए आपको बताते हैं कि 2026 में कौन-कौन से एक्सप्रेसवे हैं, जिन पर गाड़ियां रफ्तार भरती नजर आएंगी.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है. करीब 1350 किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर राजधानी दिल्ली को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से जोड़ेगा. इसके चालू होने से दिल्ली से मुंबई का सफर लगभग 24 घंटे से घटकर 12 घंटे का रह जाएगा. राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों को इसका सीधा फायदा मिलेगा, जिससे इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स हब तेजी से विकसित होंगे.
गंगा एक्सप्रेसवे
उत्तर प्रदेश के लिए गेम चेंजर साबित होने वाला गंगा एक्सप्रेसवे पश्चिमी यूपी को पूर्वी यूपी से जोड़ने का काम करेगा. 594 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक बन रहा है और 2026 में इसके शुरू होने की उम्मीद है. इससे न केवल धार्मिक और पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी, बल्कि कृषि उत्पादों और छोटे उद्योगों को भी नए बाजार मिलेंगे. क्षेत्रीय विकास के लिहाज से इसे बेहद अहम माना जा रहा है.
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे उत्तर भारत की कनेक्टिविटी को नया आयाम देगा. यह एक्सप्रेसवे दिल्ली को पंजाब के अमृतसर और जम्मू-कश्मीर के कटरा से जोड़ेगा. श्रद्धालुओं के लिए वैष्णो देवी यात्रा आसान होगी, वहीं सीमावर्ती क्षेत्रों में व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. सुरक्षा और सामरिक दृष्टि से भी यह परियोजना महत्वपूर्ण मानी जा रही है. 670 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे 2026 में पूरा हो जाएगा.
अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे
गुजरात के औद्योगिक विकास को रफ्तार देने वाला अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे स्मार्ट सिटी धोलेरा को अहमदाबाद से जोड़ेगा. इस एक्सप्रेसवे के जरिए दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को भी मजबूती मिलेगी. निवेश, मैन्युफैक्चरिंग और रोजगार के नए अवसर पैदा होने की उम्मीद है. 108 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का करीब 98 फीसदी काम पूरा हो चुका है.
बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे
दक्षिण भारत के दो प्रमुख महानगरों को जोड़ने वाला बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे आईटी, ऑटोमोबाइल और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए वरदान साबित होगा. करीब 260 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे यात्रा समय को लगभग आधा कर देगा. इससे कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच व्यापारिक गतिविधियां और मजबूत होंगी.
कुल मिलाकर, ये पांचों एक्सप्रेसवे नए साल में देश की सड़क कनेक्टविटी को एक नई दिशा देंगे. तेज रफ्तार, बेहतर सुरक्षा और मजबूत लॉजिस्टिक्स के जरिए भारत की आर्थिक ग्रोथ को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में इनकी भूमिका निर्णायक मानी जा रही है.
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