कचोलिया-केडिया सहित दिग्गज निवेशकों के पोर्टफोलियो का बदला मिजाज, Q2 के बाद इन कंपनियों में घटाई हिस्सेदारी

भारत के दिग्गज निवेशकों- डॉली खन्ना, आशीष कचोलिया, विजय केडिया और मुकुल अग्रवाल ने Q2 FY25 में अपने पोर्टफोलियो में बड़े बदलाव किए. कई कंपनियों में हिस्सेदारी घटाकर नई निवेश रणनीति अपनाई, जिससे बाजार में नए ट्रेंड्स के संकेत मिल रहे हैं. इन निवेशकों ने कई कंपनियों से अपनी हिस्सेदारी घटाई है. जानें विस्तार में.

दिग्गज निवेशकों ने घटाई हिस्सेदारी Image Credit: @Canva/Money9live

Ace Investors Slashing Stake From Companies: वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (Q2 FY25) भारतीय शेयर बाजार के लिए न सिर्फ नतीजों के लिहाज से अहम रही, बल्कि इस दौरान देश के कई दिग्गज निवेशकों ने अपने निवेश पोर्टफोलियो में बड़े बदलाव भी किए. आशीष कचोलिया, डॉली खन्ना, मुकुल अग्रवाल और विजय केडिया जैसे दिग्गज निवेशकों ने अपनी कई कंपनियों में हिस्सेदारी घटाकर पोर्टफोलियो को रीबैलेंस किया है. ट्रेंडलाइन के नए शेयरहोल्डिंग डेटा से पता चलता है कि इन चारों दिग्गजों ने मिलकर कम से कम 10 लिस्टेड कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी कम की है. आइए विस्तार से सभी कंपनियों के बारे में आपको जानकारी देते हैं.

डॉली खन्ना ने यहां से घटाई हिस्सेदारी

चेन्नई की मशहूर निवेशक डॉली खन्ना ने इस तिमाही में अपने निवेशों में सावधानी से कटौती की है. जून तिमाही के अंत में Prakash Pipes Ltd में उनकी हिस्सेदारी 3.2 फीसदी थी, जो सितंबर तिमाही के अंत तक घटकर 1.7 फीसदी रह गई. इसके अलावा, उन्होंने Som Distilleries & Breweries Ltd में भी अपनी हिस्सेदारी 2.8 फीसदी से घटाकर 2.4 फीसदी कर दी. वहीं, KCP Sugar & Industries Corporation Ltd में उनका निवेश 1.9 फीसदी से घटकर 1.8 फीसदी पर आ गया. माना जा रहा है कि उन्होंने यह कदम हालिया तेजी के बाद मुनाफावसूली और पोर्टफोलियो बैलेंस के उद्देश्य से उठाया है.

आशीष कचोलिया ने मिडकैप शेयरों में घटाई हिस्सेदारी

स्मॉल और मिडकैप सेगमेंट में अपनी समझ के लिए पहचाने जाने वाले आशीष कचोलिया ने भी सितंबर तिमाही में कुछ चुनिंदा स्टॉक्स में कटौती की. उन्होंने Dhabriya Polywood Ltd में अपनी हिस्सेदारी 6.7 फीसदी से घटाकर 5.8 फीसदी कर दी. वहीं, Brand Concepts Ltd में हिस्सेदारी 1.6 फीसदी से घटकर 1.5 फीसदी रह गई. बताया जा रहा है कि कचोलिया फिलहाल कंसोलिडेशन फेज में हैं और हाई-वैल्यू स्टॉक्स में पोजिशन को हल्का करते हुए नए ग्रोथ सेक्टर्स पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

मुकुल अग्रवाल ने तीन कंपनियों में घटाई हिस्सेदारी

एक्टिव निवेशक और मार्केट ट्रेंड्स पर पैनी नजर रखने वाले मुकुल अग्रवाल ने भी इस तिमाही में तीन कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी कम की. उन्होंने Vasa Denticity Ltd में 2.5 फीसदी से घटाकर 2.0 फीसदी हिस्सेदारी की, Stanley Lifestyles Ltd में 1.6 फीसदी से घटाकर 1.2 फीसदी और Kingfa Science & Technology Ltd में 2.5 फीसदी से घटाकर 2.2 फीसदी की. दरअसल अग्रवाल अपने पोर्टफोलियो में वैल्यू रीअलाइनमेंट और सेक्टर डायवर्सिफिकेशन पर फोकस कर रहे हैं.

विजय केडिया ने की बड़ी बिकवाली

अनुभवी और लंबे समय से भारतीय बाजार से जुड़े विजय केडिया ने इस तिमाही में कुछ प्रमुख कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी में सबसे बड़ी कटौती की. Affordable Robotic & Automation Ltd में उनकी हिस्सेदारी 9.9 फीसदी से घटकर 7.4 फीसदी रह गई. इसके अलावा, OM Infra Ltd में उनकी हिस्सेदारी भी 2.5 फीसदी से घटकर 2.0 फीसदी हो गई. यह कदम संकेत देता है कि केडिया फिलहाल ऑटोमेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट की वोलैटिलिटी को देखते हुए अपने निवेशों को सुरक्षित और लिक्विड पोजिशन में ट्रांसफर कर रहे हैं.

पोर्टफोलियो रीबैलेंसिंग का दौर!

इन दिग्गज निवेशकों की ओर से हिस्सेदारी घटाने का यह सिलसिला किसी नकारात्मक संकेत का परिणाम नहीं, बल्कि एक स्ट्रैटेजिक मूव भी हो सकता है. बीते महीनों में कई मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स ने शानदार रिटर्न दिए हैं और अब निवेशक प्रॉफिट बुकिंग के बाद नए अवसरों की तलाश में हैं. इस तरह के पोर्टफोलियो शफलिंग कदम बाजार में अगले निवेश ट्रेंड्स का संकेत भी दे सकते हैं.

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.