ISRO के साथ उड़ान भर रहे ये 3 स्टॉक, मजबूत है रेवेन्यू और नेट प्रॉफिट; 2026 की वॉचलिस्ट में कर सकते हैं शामिल

भारत का स्पेस सेक्टर तेजी से विस्तार कर रहा है और ISRO के साथ काम करने वाली भारतीय कंपनियां निवेशकों के रडार पर हैं. Hindustan Aeronautics Limited और Data Patterns (India) Limited जैसी कंपनियां सैटेलाइट, रॉकेट सिस्टम, क्रायोजेनिक इंजन और स्पेस इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में अहम भूमिका निभा रही हैं. बढ़ता रेवेन्यू और स्थिर नेट प्रॉफिट इन कंपनियों को 2026 की वॉचलिस्ट के लिए आकर्षक बनाते हैं.

स्पेस सेक्टर के स्टॉक Image Credit: ai generated

Space sector stocks: भारत का स्पेस सेक्टर तेजी से ग्लोबल पहचान बना रहा है और इसके पीछे सिर्फ ISRO ही नहीं, बल्कि कई भारतीय कंपनियों का भी अहम योगदान है. सैटेलाइट लॉन्च, रॉकेट सिस्टम, क्रायोजेनिक इंजन, एवियोनिक्स और हाई-प्रिसिजन इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में देश की पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट कंपनियां ISRO के मिशनों को मजबूती दे रही हैं. जैसे-जैसे भारत का स्पेस इकोसिस्टम मजबूत हो रहा है, वैसे-वैसे इन कंपनियों पर निवेशकों की नजर भी बढ़ रही है. ऐसे में आइए जानते हैं उन कंपनियों के बारे में, जिन्हें आप 2026 की वॉचलिस्ट में शामिल कर सकते हैं.

Hindustan Aeronautics Limited (HAL)

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड देश की प्रमुख एयरोस्पेस और डिफेंस पब्लिक सेक्टर कंपनी है, जिसका मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है. वर्ष 1940 में स्थापित यह कंपनी एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर, इंजन, एवियोनिक्स और एयरोस्पेस स्ट्रक्चर के डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग और ओवरहॉल का काम करती है. स्पेस प्रोग्राम के मोर्चे पर HAL ने ISRO के कई अहम मिशनों में योगदान दिया है. मंगल ऑर्बिटर मिशन सहित विभिन्न अभियानों के लिए सैटेलाइट स्ट्रक्चर, प्रोपेलेंट टैंकेज, क्रायोजेनिक लिक्विड ऑक्सीजन और लिक्विड हाइड्रोजन टैंक, साथ ही GSLV D5 के लिए स्ट्रक्चरल असेंबली HAL ने उपलब्ध कराई हैं.

फाइनेंशियल परफॉर्मेंस की बात करें तो कंपनी का रेवेन्यू सितंबर 2024 में 6519 करोड़ रुपये से बढ़कर सितंबर 2025 में 7516 करोड़ रुपये पहुंच गया है. इस दौरान नेट प्रॉफिट भी 1510 करोड़ रुपये से बढ़कर 1669 करोड़ रुपये हो गया है. 295609 करोड़ रुपये मार्केट कैप वाली इस कंपनी का शेयर बुधवार को 0.32 फीसदी की बढ़त के साथ 4421.30 रुपये पर बंद हुआ.

MTAR Technologies

MTAR Technologies प्रिसिजन इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जानी-मानी कंपनी है और ISRO के साथ इसका सहयोग काफी गहरा रहा है. कंपनी लिक्विड प्रोपल्शन और क्रायोजेनिक इंजन से जुड़े मिशन-क्रिटिकल कंपोनेंट्स का निर्माण करती है, जिनमें टर्बो पंप, बूस्टर पंप, गैस जनरेटर और इंजेक्टर हेड शामिल हैं. PSLV C25, जिससे मंगलयान लॉन्च हुआ था, और PSLV C49 जैसे अभियानों में MTAR के इंजन कंपोनेंट्स का इस्तेमाल किया गया है.

हालिया तिमाही आधार पर कंपनी के फाइनेंशियल नतीजों में कुछ दबाव जरूर दिखा है, लेकिन सालाना आधार पर इसमें सुधार देखने को मिला है. FY24 में कंपनी का रेवेन्यू 587 करोड़ रुपये था, जो FY25 में बढ़कर 681 करोड़ रुपये पहुंच गया है. 7542 करोड़ रुपये मार्केट कैप वाली इस कंपनी का शेयर बुधवार को 0.68 फीसदी की बढ़त के साथ 2450.70 रुपये पर बंद हुआ.

Data Patterns (India) Limited

Data Patterns (India) Limited एक वर्टिकली इंटीग्रेटेड डिफेंस और एयरोस्पेस इलेक्ट्रॉनिक्स सॉल्यूशंस प्रोवाइडर है. कंपनी ISRO के लिए स्पेस-ग्रेड इलेक्ट्रॉनिक्स, एवियोनिक्स और टेस्ट इक्विपमेंट सप्लाई करती है. PSLV, GSLV और ह्यूमन स्पेसफ्लाइट प्रोग्राम के लिए इसके प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है. चेन्नई स्थित इसकी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी ISRO से अप्रूव्ड है, जहां हाई-रिलायबिलिटी कंपोनेंट्स तैयार किए जाते हैं.

रेवेन्यू के मोर्चे पर कंपनी ने मजबूत ग्रोथ दर्ज की है. सितंबर 2024 में जहां कंपनी का रेवेन्यू 91 करोड़ रुपये था, वहीं सितंबर 2025 में यह बढ़कर 307 करोड़ रुपये पहुंच गया है. इसी अवधि में प्रॉफिट 30 करोड़ रुपये से बढ़कर 49 करोड़ रुपये हो गया है. 14960 करोड़ रुपये मार्केट कैप वाली इस कंपनी का शेयर बुधवार को 0.55 फीसदी की तेजी के साथ 2672.03 रुपये पर बंद हुआ.

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.