1000 गुना सब्सक्राइब हुआ था IPO, लेकिन लिस्टिंग के बाद लगातार दबाव में स्टॉक; इश्यू प्राइस से 10% कम पर हो रहा ट्रेड

2025 में IPO बाजार में SME सेगमेंट के प्रति रिटेल निवेशकों का उत्साह चरम पर रहा. ऑस्टियर सिस्टम्स लिमिटेड का IPO करीब 1000 गुना सब्सक्राइब हुआ, जबकि रिटेल कैटेगरी में 1097 गुना बोली लगी. मजबूत सब्सक्रिप्शन और 37.3 फीसद प्रीमियम पर लिस्टिंग के बावजूद यह SME स्टॉक बाद में दबाव में आ गया है.

SME आईपीओ Image Credit: FreePik

Austere Systems: साल 2025 में IPO बाजार में रिटेल निवेशकों का उत्साह चरम पर नजर आया. खासकर SME सेगमेंट में आने वाले ज्यादातर IPO को जबरदस्त सब्सक्रिप्शन मिला. कई इश्यू 100 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुए, तो कुछ में यह आंकड़ा 1000 गुना के पार पहुंच गया. हालांकि, ज्यादा सब्सक्रिप्शन का मतलब हमेशा लिस्टिंग के बाद मजबूत परफॉर्मेंस नहीं होता. इसका ताजा उदाहरण ऑस्टियर सिस्टम्स लिमिटेड है, जिसका IPO रिकॉर्डतोड़ सब्सक्रिप्शन के बावजूद लिस्टिंग के बाद लगातार दबाव में बना हुआ है और फिलहाल अपने इश्यू प्राइस से भी नीचे ट्रेड कर रहा है.

IPO को मिला रिकॉर्ड सब्सक्रिप्शन

ऑस्टियर सिस्टम्स का IPO 3 दिन की सब्सक्रिप्शन प्रक्रिया के दौरान निवेशकों के बीच जबरदस्त चर्चा में रहा. इस इश्यू को कुल मिलाकर करीब 1000 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जो साल 2025 में अब तक लिस्ट हुई 362 कंपनियों में सबसे ज्यादा रहा. कैटेगरी वाइज देखें तो रिटेल निवेशकों ने 1097 गुना बोली लगाई.

वहीं, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की सब्सक्रिप्शन 2149.19 गुना रही, जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने भी 236.50 गुना तक सब्सक्राइब किया. इतना मजबूत रिस्पॉन्स मिलने के बाद निवेशकों को लिस्टिंग से काफी उम्मीदें थीं.

लिस्टिंग शानदार, लेकिन टिक नहीं पाई तेजी

शेयर ने सितंबर में मार्केट में दमदार शुरुआत की थी. IPO का प्राइस बैंड 52 रुपये से 55 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था और लिस्टिंग के दिन यह स्टॉक करीब 37.3 फीसद प्रीमियम के साथ 75.5 रुपये पर लिस्ट हुआ. हालांकि, यह तेजी ज्यादा समय तक टिक नहीं सकी. लिस्टिंग के बाद से अब तक यह स्टॉक अपने पहले दिन के हाई लेवल को पार नहीं कर पाया है और धीरे-धीरे बिकवाली के दबाव में आ गया.

लगातार गिरावट में शेयर

शुक्रवार के कारोबार में ऑस्टियर सिस्टम्स का शेयर 2.15 फीसद टूटकर 49.51 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ. मौजूदा स्तर पर यह स्टॉक अपने हालिया उच्च स्तर 79.32 रुपये से करीब 37.16 फीसद नीचे है और अपने IPO प्राइस 55 रुपये से लगभग 10 फीसद नीचे ट्रेड कर रहा है. इस गिरावट ने कई रिटेल निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है.

कंपनी ने जुटाए 15.57 करोड़ रुपये

ऑस्टियर सिस्टम्स ने IPO के जरिए कुल 15.57 करोड़ रुपये जुटाए थे. यह पूरी तरह फ्रेश इश्यू था, जिसके तहत 28 लाख इक्विटी शेयर जारी किए गए. कंपनी ने अपने रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस में बताया था कि इस रकम का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल जरूरतों और जनरल कॉर्पोरेट पर्पश के लिए किया जाएगा.

SME IPO में ज्यादा रिस्क क्यों

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि SME IPO में ग्रोथ की संभावना जरूर होती है, लेकिन इनमें लिक्विडिटी कम होती है और स्पेकुलेशन का जोखिम ज्यादा रहता है. कई बार लिस्टिंग के बाद शुरुआती उत्साह खत्म होते ही शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिलती है, जैसा कि ऑस्टियर सिस्टम्स के मामले में नजर आ रहा है.

कंपनी प्रोफाइल

2013 में स्थापित ऑस्टियर सिस्टम्स लिमिटेड एक टेक्नोलॉजी कंपनी है, जो स्टार्टअप्स और एंटरप्राइजेज को एंड-टू-एंड आईटी सर्विसेज और सॉल्यूशंस प्रदान करती है. कंपनी का काम सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, सास सॉल्यूशंस, मोबाइल एप्लीकेशंस, ईआरपी सॉल्यूशंस, एआई ड्रिवन प्रोसेस ऑटोमेशन और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन तक फैला हुआ है.

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.