बांग्लादेश पर सरकार के स्ट्राइक से इन स्टॉक्स की खुलेगी किस्मत! लिस्ट में अंबानी से लेकर इन दिग्गजों की कंपनियां
अगर आप टेक्सटाइल या कपड़ा बनाने वाली कंपनी में निवेश करने का मन बना रहे हैं तो यह एक ठीक समय हो सकता है. सरकारी नीतियों और इंटरनेशनल डील के कारण भारतीय कपड़ा कंपनियों का मुनाफा बढ़ने की पूरी संभावना है. जानकारों का मानना है कि इस फैसले से भारतीय टेक्सटाइल इंडस्ट्री को मजबूती मिलेगी.
भारत-बांग्लादेश में लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है. भारत सरकार ने बांग्लादेश से रेडीमेड गारमेंट्स के आयात पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं. जिसके बाद भारत की टेक्सटाइल कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली. इस फैसले का असर बाजार में साफ नजर आया, जहां कई बड़ी कंपनियों के शेयरों में 1 फीसदी से 7 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई. आइए जानते हैं कि किन कंपनियों के शेयरों में कितनी तेजी रही?
कपड़ा कंपनियों के शेयरों में उछाल
- सियाराम सिल्क मिल्स: 7 फीसदी की तेजी
- आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल: 4.4 फीसदी की तेजी
- अलोक इंडस्ट्रीज: 4.7 फीसदी की तेजी ( अंबानी की कंपनी)
- अरविंद लिमिटेड: 4.2 फीसदी की तेजी
- केपीआर मिल: 3 फीसदी की तेजी
- ट्राइडेंट: 2.8 फीसदी की तेजी ( टाटा ग्रुप की कंपनी)
- पेज इंडस्ट्रीज़: 1.8 फीसदी की तेजी
- इंडो काउंट और रेमंड लाइफ: लगभग 1.2 फीसदी की तेजी
क्या है सरकार का फैसला?
सरकार ने एक नई नोटिफिकेशन में साफ किया है कि अब बांग्लादेश से रेडीमेड कपड़े केवल कोलकाता और न्हावा शेवा (मुंबई) के बंदरगाहों से ही भारत में आ सकेंगे. साथ ही, कई कंज्यूमर प्रोडक्ट जैसे कि प्लास्टिक के सामान, लकड़ी के फर्नीचर, शीतल पेय, प्रोसेस्ड फूड, फलयुक्त ड्रिंक और कॉटन वेस्ट को भी अब नॉर्थईस्ट के जमीनी बॉर्डर से आयात नहीं किया जा सकेगा. यह कदम बांग्लादेश से सस्ते कपड़ों की बाढ़ और भारत में डंपिंग की समस्या को रोकने के लिए उठाया गया है.
बांग्लादेश से जवाबी रुख का असर
भारत सरकार का यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब बांग्लादेश ने पूर्वोत्तर भारत से कुछ वैल्यू एडेड प्रोडक्ट्स को अपने देश में घुसने नहीं दिया. इससे पहले भारत ने बांग्लादेश को अपने बंदरगाहों और हवाई अड्डों के जरिए तीसरे देशों को निर्यात करने की सुविधा भी खत्म कर दी थी.
भारतीय कंपनियों को मिल सकता है फायदा
जानकारों का मानना है कि इस फैसले से भारतीय टेक्सटाइल इंडस्ट्री को मजबूती मिलेगी. बांग्लादेश से आने वाले सस्ते कपड़ों की कीमत बढ़ेगी. यह कदम ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों को भी मजबूती देगा.
इंटरनेशनल डील से भी मिलेगी रफ्तार
हाल ही में भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच हुए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) से भी भारतीय कपड़ा कंपनियों को बड़ा फायदा मिलने की संभावना है. क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ICRA का कहना है कि इस समझौते से भारत से UK को टेक्सटाइल निर्यात अगले 5-6 वर्षों में दोगुना हो सकता है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.