Closing Bell: ईरान में गिरा बम… भारत में क्रैश हुआ शेयर बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी लाल निशान में बंद, रियल्टी में तेजी

Closing Bell: निफ्टी और सेंसेक्स लगातार दूसरे दिन लाल निशान में बंद हए. मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव और व्यापार अनिश्चितताओं ने निवेशकों के सेंटीमेंट को झकझोर दिया. भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स कमजोर रुख के साथ बंद हुए. पीएसयू बैंक शेयरों में भारी गिरावट आई.

शेयर मार्केट में गिरावट. Image Credit: Tv9

Closing Bell: इजरायल के ईरान पर सैन्य हमले के बाद ऑयल से समृद्ध मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने से शुक्रवार 13 जून को भारतीय शेयर मार्केट में भारी गिरावट आई. बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी औैर सेंसेक्स में भारी गिरावट दर्ज की गई. सभी 13 सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए. लार्ज कैप और मिड कैप इंडेक्स में 2-2 फीसदी की गिरावट आई.

7 फीसदी उछला VIX

निफ्टी और सेंसेक्स लगातार दूसरे दिन लाल निशान में बंद हए. मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव और व्यापार अनिश्चितताओं ने निवेशकों के सेंटीमेंट को झकझोर दिया. व्यापक स्तर पर बिकवाली ने बाजार को जकड़ लिया, सभी इंडेक्स लाल निशान में फिसल गए और इंडिया VIX में 7 फीसदी से अधिक की उछाल आई, जो बढ़ती घबराहट का संकेत है.

लाल निशान में सेंसेक्स और निफ्टी

निफ्टी 24,750 के आसपास रहा और भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स कमजोर रुख के साथ बंद हुए.

सेंसेक्स 573.38 अंक या 0.70 फीसदी की गिरावट के साथ 81,118.60 पर बंद हुआ और निफ्टी 169.60 अंक या 0.68 फीसदी की गिरावट के साथ 24,718.60 पर क्लोज हुआ. लगभग 1520 शेयरों में तेजी आई, 2326 शेयरों में गिरावट आई और 124 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.

इन शेयरों में आई सबसे अधिक गिरावट

निफ्टी में सबसे ज्यादा गिरावट अडानी पोर्ट्स, आईटीसी, एसबीआई, इंडसइंड बैंक, अडानी एंटरप्राइजेज में आई, जबकि बढ़त हासिल करने वालों में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, ओएनजीसी, टेक महिंद्रा, टीसीएस, सिप्ला शामिल हैं.

निफ्टी मीडिया, रियल्टी, आईटी और हेल्थकेयर को छोड़कर, अन्य सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए, जिसमें एफएमसीजी, पीएसयू बैंक, ऑयल एंड गैस, बिजली, टेलीकॉम में 0.5-1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए. एफएमसीजी, पीएसयू बैंक शेयरों में भारी गिरावट आई.

2 लाख करोड़ डूबे

बीएसई-लिस्टेड फर्मों का कुल मार्केट कैप पिछले सत्र के 450 लाख करोड़ रुपये से घटकर लगभग 448 लाख करोड़ रुपये रह गया, जिससे निवेशकों को एक दिन में लगभग 2 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

क्रूड की कीमतों में उछाल

मिडिल ईस्ट से सप्लाई में व्यवधान की चिंताओं के बीच, ईरान पर इजरायल के हमले के बाद डब्ल्यूटीआई क्रूड और ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 10 फीसदी से अधिक की तेजी आई.

डिफेंस के शेयरों में तेजी

13 जून को डिफेंस शेयरों में काफी उछाल आया, क्योंकि इजरायल और ईरान के बीच लगातार बढ़ रहा युद्ध से वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच डिफेंस उपकरणों के अधिक ऑर्डर मिलने की उम्मीद बढ़ गई. शेयर कीमतों में तेज उछाल ने निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स को 2.5 फीसदी तक बढ़ा दिया, जिससे दो दिन की गिरावट का सिलसिला टूट गया.