‘डेटा नेशन’ बनने की ओर भारत, 7 साल में ₹4 लाख करोड़ का निवेश और 9GW क्षमता, ये 10 शेयर बन सकते हैं कमाऊपूत

भारत में डेटा सेंटर सेक्टर में अगले 7 वर्षों में 50 बिलियन डॉलर यानी ₹4.30 लाख करोड़ का निवेश होगा जिससे क्षमता 1.2 GW से बढ़कर 9 GW पहुंचने का अनुमान है. यह निवेश भारत को ‘डेटा नेशन’ बनाएगा और रोजगार व शेयर बाजार में नए अवसर पैदा करेगा. आप डेटा सेंटर से जुड़े इन शेयरों पर नजर रख सकते है.

डेटा सेंटर Image Credit: canva

भारत में डेटा ट्रैफिक, डेटा लोकलाइजेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तेजी से बढ़ती मांग को देखते हुए ग्लोबल हाइपरस्केलर और भारतीय कंपनियां अगले 7 वर्षों में देश के डेटा सेंटर सेक्टर में 50 बिलियन डॉलर (₹4.30 लाख करोड़) से अधिक का निवेश करने जा रही हैं. इस निवेश से भारत की कुल डेटा सेंटर क्षमता वर्तमान के 1.2 गीगावॉट (GW) से बढ़कर 2032 तक 9 गीगावॉट (GW) तक पहुंचने का अनुमान है. यह निवेश 17% की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) के साथ भारत को डेटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल करेगा. इस सेक्टर में होने वाले 50 बिलियन डॉलर के निवेश से न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे बल्कि यह देश को एक ‘डेटा नेशन’ के रूप में भी पहचान दिलाएगा. इससे भविष्य में डेटा सेंटर से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में शानदार ग्रोथ देखने को मिल सकती है.

नॉर्थ अमेरिका है बहुत आगे

डेटा सेंटर क्षमता के मामले में नॉर्थ अमेरिका बहुत आगे है. नॉर्थ अमेरिका की वर्तमान की क्षमता 38 GW है और 2030 तक 84 GW क्षमता होने का अनुमान है. इसके मुकाबले भारत की विकास रफ्तार भले ही तेज हो जाए लेकिन कुल साइज में अभी लंबा रास्ता तय करना बाकी है.

वर्षभारत (GW)उत्तर अमेरिका (GW)
20251.2 GW38 GW
203084 GW (अनुमान)
20329 GW (अनुमान)

कौन सी कंपनियां करेंगी निवेश

कंपनीनिवेश फंडप्रोजेक्ट
Google – Airtel – Adani$15 बिलियनबड़े पैमाने पर डेटा सेंटर निर्माण, भारत के विशाखापत्तनम में सबसे बड़ा AI हब, हरित ऊर्जा नेटवर्क
AWS$8.3 बिलियनडेटा सेंटर और AI इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण
Reliance Industries1 GWAI-तैयार कॉम्प्लेक्स, उन्नत डेटा इन्फ्रास्ट्रक्चर
TCS1 GWनई बिजनेस यूनिट

इन कंपनियों को होगा फायदा

रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट फर्म JLL के अनुसार, भारत की डेटा सेंटर क्षमता 2027 तक 1.8 गीगावाट तक पहुंच जाएगी. बीएफएसआई और टेक सेक्टर डेटा सेंटर के विकास को गति दे रहे हैं. मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली और चेन्नई इसके प्रमुख केंद्र बनकर उभरे हैं.

जेफरीज के अनुसार, भारत की डेटा सेंटर क्षमता वर्तमान के 1.7GW से बढ़कर 2030 तक 8GW हो जाएगी जो कि 5 गुना की भारी वृद्धि होगी. इसका फायदा टेलीकॉम और हाइपरस्केलर कंपनियां जैसे भारती एयरटेल, रिलायंस, AdaniConneX आदि को होगा. डेटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण और ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाने वाली कंस्ट्रक्शन, पावर इक्विपमेंट और कूलिंग सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को भी इसका लाभ मिलेगा. क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर्स का भी कारोबार बढ़ेगा.

डेटा सेंटर के ये शेयर बन सकते हैं कमाऊपूत

कंपनी का नाम
Tata Communications
Anant Raj
RailTel Corporation of India
Netweb Technologies India
Black Box
Aurionpro Solutions
E2E Networks
Marine Electricals (India)
Orient Technologies
Allied Digital Services

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