छठ में एजेंट से कंफर्म टिकट पाना पड़ सकता है भारी, बुकिंग पर हो रही ठगी, IRCTC ने जारी की चेतावनी

त्योहारी सीजन में घर जाने की चाहत के साथ ट्रेन टिकटों की मांग आसमान छूने लगती है. कन्फर्म सीट न मिलने पर कई लोग किसी भी कीमत पर टिकट खरीदने को तैयार हो जाते हैं. साइबर अपराधी इस मौके का फायदा उठाते हुए फर्जी टिकट बुकिंग के नाम पर ठगी कर रहे हैं, जिससे यात्रियों को बड़ा नुकसान हो रहा है.

Faket Ticket Scam Image Credit: Canva/ Money9

Faket Ticket Scam: त्योहारी सीजन में जब हर कोई घर जाने की तैयारी करता है, तब ट्रेन टिकटों की मांग आसमान छूने लगती है. टिकटों की भारी डिमांड के बीच जब यात्रियों को कन्फर्म सीट नहीं मिलती, तो कई लोग किसी भी कीमत पर टिकट पाने को तैयार हो जाते हैं. साइबर अपराधी इसी स्थिति का फायदा उठाकर फर्जी टिकट बुकिंग के नाम पर ठगी कर रहे हैं.

क्या है यह ठगी?

साइबर ठग सोशल मीडिया, व्हाट्सऐप ग्रुप या नकली वेबसाइटों के जरिए दावा करते हैं कि वे कन्फर्म टिकट दिलवा सकते हैं, चाहे ट्रेन फुल हो. वे अपने आपको आईआरसीटीसी एजेंट या रेलवे अधिकारी बताकर भरोसा जीतते हैं. इसके बाद वे ग्राहकों से एडवांस पैसे ले लेते हैं और या तो नकली ई-टिकट भेज देते हैं, या फिर पैसे लेकर गायब हो जाते हैं.

कैसे होती है फर्जी टिकट बुकिंग

फर्जी टिकट बुकिंग आमतौर पर कई तरीकों से की जाती है. कुछ ठग असली आईआरसीटीसी वेबसाइट जैसी दिखने वाली नकली वेबसाइट बनाकर यात्रियों को फंसाते हैं. ये वेबसाइटें देखने में बिल्कुल असली जैसी लगती हैं, जिससे लोग धोखा खा जाते हैं. कई बार ठग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या व्हाट्सऐप पर कन्फर्म टिकट दिलवाने का दावा करते हुए लिंक शेयर करते हैं.

इन लिंक पर क्लिक करते ही लोग फर्जी बुकिंग पेज पर पहुंच जाते हैं या फिर उनसे पैसे मांग लिए जाते हैं. कुछ मामलों में अपराधी ग्राहकों को फर्जी पेमेंट लिंक भेजते हैं और बुकिंग कन्फर्म करने के नाम पर पैसा अपने खाते में ट्रांसफर करा लेते हैं. कई बार ठग असली जैसे दिखने वाले नकली ई-टिकट पीडीएफ या स्क्रीनशॉट भी भेज देते हैं, जो रेलवे सिस्टम में मौजूद ही नहीं होते.

बचाव के उपाय

ऐसी ठगी से बचने के लिए यात्रियों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए. सबसे पहले टिकट बुक करते समय सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट [www.irctc.co.in](https://www.irctc.co.in) या IRCTC मोबाइल ऐप का ही इस्तेमाल करें. किसी भी अनजान लिंक या सोशल मीडिया पर दिए गए एजेंट पर भरोसा न करें. वेबसाइट के URL को ध्यान से जांचें. अगर वह [https://www.irctc.co.in](https://www.irctc.co.in”) से अलग है, तो वह फर्जी हो सकती है. किसी व्यक्ति या एजेंट को एडवांस पेमेंट करने से पहले उसकी वैधता की पुष्टि करें. अगर किसी वेबसाइट या व्यक्ति पर शक हो, तो रेलवे हेल्पलाइन या साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर तुरंत जानकारी दें.

IRCTC ने चेतावनी में कहा है कि कुछ लोग ट्रेन टिकट बुक करने के लिए नकली या पर्सनल यूजर ID का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो पूरी तरह से गैर-कानूनी है. IRCTC ने यात्रियों को अलर्ट रहने और ऐसे नकली एजेंट से डील करने से बचने की सलाह दी है.

ठगी हो जाए तो कहां शिकायत करें

यदि आप साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत [www.cybercrime.gov.in](https://www.cybercrime.gov.in) पर जाकर शिकायत दर्ज करें या राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें. इसके अलावा, नजदीकी साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराएं और अपने बैंक को भी तुरंत सूचित करें ताकि लेनदेन को रोका जा सके.