UPI हेल्प क्या है जिसमें AI करेगा आपकी मदद, जानें डिटेल्स

NPCI ने ‘UPI Help’ नाम से नया AI-बेस्ड चैट असिस्टेंट लॉन्च किया है जो डिजिटल पेमेंट्स से जुड़ी शंकाओं और शिकायतों का समाधान करेगा. यह यूजर्स को ट्रांजैक्शन जानकारी, शिकायत दर्ज करने और ऑटोपे मैनेजमेंट जैसी सुविधाएं देगा, जिससे डिजिटल पेमेंट अनुभव और भरोसेमंद बनेगा.

UPI हेल्प

भारत में डिजिटल पेमेंट्स का दायरा तेजी से बढ़ रहा है और अब हर महीने करीब 20 अरब ट्रांजैक्शन UPI के जरिए किए जाते हैं. इस बीच, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने एक नया AI- बेस्ड असिस्टेंट ‘UPI Help’ लॉन्च किया है जो डिजिटल पेमेंट्स से जुड़ी समस्याओं का समाधान आसान बनाएगा. NPCI का यह कदम डिजिटल पेमेंट्स इकोसिस्टम में पारदर्शिता, भरोसे और यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.

क्या है UPI Help?

UPI Help एक पायलट प्रोजेक्ट है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI पर आधारित चैट असिस्टेंट है. इसका उद्देश्य यूजर्स को डिजिटल पेमेंट्स से जुड़ी शंकाओं और शिकायतों के लिए त्वरित, संवादात्मक सहायता प्रदान करना है. जैसे-जैसे अधिक लोग इसका इस्तेमाल करेंगे यह असिस्टेंट लगातार सीखता रहेगा और और भी स्मार्ट बनता जाएगा.

कौन-कौन सी सेवाएं मिलेंगी

इस पर डिजिटल पेमेंट्स से जुड़ी जानकारी मिलेगी. यूजर इस AI असिस्टेंट से पेमेंट्स, ट्रांजैक्शन नियमों और फीचर्स के बारे में सवाल पूछ सकते हैं. यह उन्हें सरल भाषा में जवाब देगा जिससे जागरूकता और उपयोग दोनों बढ़ेंगे.

ट्रांजैक्शन शिकायत और ट्रैकिंग

यदि किसी UPI ट्रांजैक्शन में दिक्कत आती है, तो यूजर इसी असिस्टेंट के जरिए शिकायत दर्ज कर सकता है और उसका स्टेटस ट्रैक कर सकता है. यह बैंक को आवश्यक जानकारी भेजकर विवाद समाधान (dispute resolution) प्रक्रिया को आसान बनाएगा.

ऑटोपे और मैंडेट मैनेजमेंट

UPI यूजर्स अपने सभी सक्रिय ऑटोपे मैंडेट्स को एक ही जगह देख सकेंगे. इसमें ‘Pause’, ‘Resume’ और ‘Revoke’ जैसे आसान कीवर्ड्स से वे अपने सब्सक्रिप्शन या पेमेंट्स को मैनेज कर पाएंगे.

कहां मिलेगा UPI Help

UPI Help असिस्टेंट बैंकों के वेबसाइट और चैटबॉट्स, DigiSathi पोर्टल, और जल्द ही UPI ऐप्स में भी उपलब्ध होगा. यह सुविधा NPCI की ओर से ग्राहक के बैंक की तरफ से दी जाएगी जबकि अंतिम निर्णय ग्राहक या बैंक का ही रहेगा.

किस तरह बदलेगा डिजिटल पेमेंट का अनुभव?

  • इस पर यूजर्स को तुरंत सहायता मिलेगी.
  • आपकी शिकायतें तेजी से सुलझेंगी.
  • ऑटोपे और सब्सक्रिप्शन कंट्रोल आसान होंगे.
  • सिस्टम पारदर्शी (Transparent) और भरोसेमंद बनेगा.
  • बैंकों पर कस्टमर सर्विस का दबाव घटेगा.

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