Infosys Buyback: ₹18000 करोड़ वाले शेयर बायबैक की आ गई तारीख, जानें क्या है रिकॉर्ड डेट और प्राइस
Infosys Ltd ने 18,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक की घोषणा कर दी है. कंपनी हर शेयर को 1,800 रुपये में खरीदेगी, जिसमें छोटे और सामान्य शेयरधारकों के लिए खास नियम लागू हैं. यह कदम कंपनी की नकदी और कैपिटल स्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के उद्देश्य से है. पिछली बार कंपनी ने 2022 में 9,300 करोड़ रुपये का बायबैक किया था.
Infosys Buyback Date: बुधवार, 18 नवंबर को, IT सेक्टर की प्रमुख कंपनियों में से एक Infosys Ltd ने ऐलान किया है कि वह अपने शेयर बायबैक की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है. यह बायबैक 20 नवंबर से शुरू होकर 26 नवंबर तक चलेगा. इस योजना के तहत, कंपनी अपने नेट प्रॉफिट में से 10 करोड़ पूरी तरह से भुगतान किए गए इक्विटी शेयरों को खरीदने का निर्णय लिया है. इन शेयरों का फेस वैल्यू 5 रुपये है. यह कुल शेयर कंपनी की कुल पूंजी का लगभग 2.41 फीसदी है.
बायबैक का प्राइस और रकम
इन्फोसिस हर शेयर को 1,800 रुपये की कीमत पर खरीदेगी. इस पूरी प्रक्रिया में कुल मिलाकर 18,000 करोड़ रुपये की राशि लगेगी. यह बायबैक पूरी तरह से टेंडर ऑफर के जरिये किया जाएगा, यानी शेयरधारकों को अपने शेयर कंपनी को बेचने का मौका मिलेगा. कंपनी ने इसके लिए शेयरधारकों के लिए खास इंतजाम भी किया है.

छोटे शेयरधारक अपने हर 11 शेयरों में से 2 शेयर कंपनी को बेच सकते हैं वहीं, जनरल कैटेगरी के शेयरधारक अपने हर 706 शेयरों में से 17 शेयर बेच सकते हैं. बायबैक का रिकॉर्ड डेट 14 नवंबर है, यानी उस दिन जिन शेयरधारकों के पास ये शेयर होंगे, वही इस योजना के हिस्सेदार बनेंगे. इस बायबैक प्रक्रिया का मैनेजमेंट कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड कर रही है. वहीं, शेयरों का रजिस्ट्रेशन और ट्रैकिंग के लिए केएफइन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड जिम्मेदार है.
क्या है बायबैक मकसद?
इन्फोसिस ने बताया कि यह कदम कंपनी की रणनीतिक और परिचालन संबंधी नकदी जरूरतों को ध्यान में रखकर लिया गया है. इसका उद्देश्य कंपनी के पास उपलब्ध अधिशेष राशि को सही तरीके से शेयरधारकों में वापस बांटना है, ताकि कंपनी की पूंजी की व्यवस्था बेहतर हो सके. कंपनी ने यह भी कहा कि यह कदम उसके लॉन्ग टर्म कैपिटल प्लान का हिस्सा है.
पिछले बायबैक का कैसा था एक्सपीरियंस?
इन्फोसिस ने पहले भी कई बार अपने शेयरों का बायबैक किया है. 2017 में, कंपनी ने करीब 11.3 करोड़ शेयर खरीदे थे, जिसकी कीमत 1,150 रुपये प्रति शेयर थी. उस समय यह कुल मिलाकर लगभग 13,000 करोड़ रुपये का था. इसके बाद, 2022 में, इन्फोसिस ने 9,300 करोड़ रुपये का बायबैक किया था. 2019 में भी, कंपनी ने 8,260 करोड़ रुपये का बायबैक किया था. और 2022-23 में, फिर से 9,300 करोड़ रुपये का बायबैक किया गया था. कंपनी के प्रमोटर और प्रमोटर ग्रुप जैसे नंदन नीलेकणी और सुधा मूर्ति ने इस बार के बायबैक में हिस्सा लेने का फैसला नहीं किया है. इन प्रमोटरों का कुल मिलाकर कंपनी में हिस्सेदारी लगभग 13.05 फीसदी है.
क्या है शेयर का हाल?
मंगलवार, 18 नवंबर को इन्फोसिस के शेयर NSE पर 1,486.40 रुपये पर बंद हुए, जो पिछली तुलना में 1.41 फीसदी कम है. इंट्राडे में कंपनी के शेयरों का हाई 1,506 रुपये और लो 1,483.20 रुपये रहा है.
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