Waaree Energies समेत इस स्टॉक से दिग्गज इंवेस्टर मधुसूदन केला ने बनाई दूरी, जानें ऐसे क्या दिखे इंडीकेटर
दिग्गज निवेशक मधुसूदन केला ने अपने पोर्टफोलियो में बड़ा बदलाव किया है. इन्होंने दो बड़े शेयरों में मौजूद अपनी हिस्सेदारी बेच दी है. इनमें से एक सोलर इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनी है, दूसरी होटल इंडस्ट्री की प्रमुख कंपनी है. तो किन कारणों से उन्होंने इन दो स्टॉक्स से बनाई दूरी, ये रही वजह.

Madhusudan Kela Portfolio: भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक कारकों के चलते इनदिनों शेयर बाजार में हलचल देखने को मिल रही है. इसी बीच दिग्गज निवेशक मधुसूदन केला ने अपने पोर्टफोलियो से दो बड़े शेयर बचकर सबको हिलाकर रख दिया है. इसमें एक सोलर सेक्टर का दिग्गज खिलाड़ी है तो दूसरी कंपनी होटल इंडस्ट्री की प्रमुख है. तो कौन से हैं वो दो स्टॉक्स और क्यों दिग्गज निवेशक ने इन शेयरों से बनाई दूरी, जानिए वजह.
Waaree Energies
इक्विटी मास्टर के मुताबिक मधुसूदन केला ने वारी एनर्जी में अपनी 1.2% हिस्सेदारी (मार्च 2025 तक) जून 2025 की तिमाही में पूरी तरह बेच दी. वारी भारत की सबसे बड़ी सौर पैनल निर्माता कंपनी है, जिसकी उत्पादन क्षमता 15 गीगावाट है और 2027 तक इसे 21 गीगावाट तक बढ़ाने की योजना है. कंपनी का ऑर्डर बुक 25-26.5 गीगावाट का है, जिसकी कीमत करीब 47,000 करोड़ रुपये है. इसके बावजूद दिग्गज निवेशक ने इस स्टॉक से दूरी बना ली.
शेयर बेचने की वजह
रिपोर्ट के मुताबिक वॉरी एनर्जी की आय का बड़ा हिस्सा अमेरिका से आता है. चूंकि अमेरिका टैरिफ लगा रहा है, इससे कंपनी की कीमतों और मुनाफे पर असर पड़ सकता है. इसके अलावा सोलर इंडस्ट्री में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और कंपनी का ऊंचा पीई मल्टीपल भी निवेशकों के लिए चिंता का विषय हो सकता है. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इन्हीं इंडीकेटर्स को देखते हुए मधुसूदन केला ने इस बड़े शेयर को अपने पोर्टफोलियो से हटाया है.
Samhi Hotels
वारी एनर्जीज के अलावा मधुसूदन केला ने Samhi Hotels में भी अपनी 1.7% हिस्सेदारी (मार्च 2025 तक) जून 2025 की तिमाही में बेच दी. ये देश की दिग्गज होटल कंपनी है, जो दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, पुणे जैसे 14 शहरों में 32 होटलों और 4,948 कमरों का संचालन करती है. कंपनी मैरियट, IHG और हयात जैसे वैश्विक ब्रांड्स के साथ काम करती है.
हिस्सेदारी बेचने की वजह
रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की हिस्सेदारी में कमी आई है. ये दिसंबर 2024 में 54.76% थी, जो मार्च 2025 में घटकर 51.94% हो गई है. दिग्गज निवेशक के पोर्टफोलियो से इस स्टॉक को हटाने की ये एक वजह हो सकती है, हालांकि बाकी सटीक कारणों का अभी पता नहीं चला है.
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कंपनी की प्लानिंग
इस होटल कंपनी ने अपने कर्ज को कम किया है. FY25 में इसका नेट डेट/EBITDA रेशियो 3.2 था, जिसे FY26 तक 2 तक लाने का लक्ष्य है. कंपनी 790 कमरों को स्थिर करने और 540 नए कमरे तैयार करने की योजना बना रही है, साथ ही GIC के साथ साझेदारी से नए होटल खरीदने और बेंगलुरु के वेस्टिन/ट्रिब्यूट पोर्टफोलियो के लिए फंडिंग जुटाने की तैयारी में है. ये कंपनी की ग्रोथ में मदद कर सकते हैं.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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