LIC ने पोर्टफोलियो में किया बड़ा बदलाव, HDFC-ICICI बैंक समेत इन 8 शेयरों में घटाई हिस्सेदारी; देखें पूरी लिस्ट

भारतीय कंपनियों के शेयर एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी, लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (LIC) ने कुछ कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी कम की है. आइए, विस्तार से जानते हैं कि LIC ने किन-किन कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी घटाई और इसका क्या मतलब है.

LIC पोर्टफोलियो स्टॉक्स Image Credit: TV9 Bharatvarsh, canva

LIC Reduce Stakes: LIC एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि इसने कुछ कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी कम की है. इसमें एचडीएफसी बैंक, ICICI बैंक, डिविस लैबोरेटरीज, कोटक महिंद्रा बैंक, अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेज, आयशर मोटर्स और मैरिको शामिल है. आइए, विस्तार से जानते हैं कि LIC ने इन कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी क्यों घटाई और इसका क्या मतलब है.

एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank)

LIC ने अप्रैल से जून 2025 के बीच HDFC बैंक में अपनी हिस्सेदारी कम की. इस दौरान कंपनी ने लगभग 3,750 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. पहले LIC के पास बैंक में 5.45 फीसदी हिस्सेदारी थी. यह अब घटकर 5.15 फीसदी हो गई है. इसका मतलब है कि LIC ने इस बड़े बैंक में अपने निवेश को थोड़ा कम किया है.

ICICI बैंक

LIC ने ICICI बैंक में भी अपनी हिस्सेदारी कम की. इस बार कंपनी ने लगभग 3,489 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. पहले LIC के पास 6.80 फीसदी हिस्सेदारी थी. यह अब 6.38 फीसदी रह गई. यह दिखाता है कि एलआईसी ने इस बैंक में भी अपने शेयरों की संख्या को थोड़ा कम किया है.

डिविस लैबोरेटरीज (Divis Laboratories)

डिविस लैबोरेटरीज दवाइयों से जुड़ी कंपनी है. इसमें भी एलआईसी ने अपनी हिस्सेदारी घटाई. इस दौरान कंपनी ने लगभग 3,062 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. पहले 5.63 फीसदी हिस्सेदारी थी, जो अब घटकर 3.94 फीसदी हो गई. यह एक बड़ा बदलाव है, जिससे पता चलता है कि एलआईसी ने इस कंपनी में अपने निवेश को काफी कम किया है.

कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank)

कोटक महिंद्रा बैंक में भी LIC ने अपनी हिस्सेदारी कम की. इस बार कंपनी ने लगभग 2,061 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. पहले 7.36 फीसदी हिस्सेदारी थी, जो अब 6.88 फीसदी रह गई. यह बदलाव दिखाता है कि एलआईसी ने इस बैंक में भी अपने शेयरों को थोड़ा कम किया है.

अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेज (Apollo Hospitals Enterprises)

अपोलो हॉस्पिटल्स स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कंपनी है. इसमें एलआईसी ने अपनी हिस्सेदारी में भारी कमी की. कंपनी ने लगभग 1,667 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. पहले 3.77 फीसदी हिस्सेदारी थी. यह अब घटकर 2.17 फीसदी हो गई. यह एक बड़ा बदलाव है, जिससे पता चलता है कि एलआईसी ने इस कंपनी में अपने निवेश को काफी कम किया.

SRF

SRF रसायन और सामग्री बनाने वाली कंपनी है. इसमें भी एलआईसी ने अपनी हिस्सेदारी कम की. इस दौरान कंपनी ने लगभग 1,590 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. पहले 4.72 फीसदी हिस्सेदारी थी. यह अब 3.07 फीसदी रह गई. यह दिखाता है कि एलआईसी ने इस कंपनी में भी अपने शेयरों की संख्या को कम किया.

आयशर मोटर्स (Eicher Motors)

आयशर मोटर्स रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल बनाने वाली कंपनी है. इस कंपनी में भी एलआईसी ने अपनी हिस्सेदारी कम की. कंपनी ने लगभग 1,556 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. पहले 2.90 फीसदी हिस्सेदारी थी, जो अब 1.90 फीसदी रह गई. यह बदलाव दिखाता है कि एलआईसी ने इस कंपनी में भी अपने निवेश को कम किया.

मैरिको (Marico)

मैरिको ब्यूटी और खाद्य प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी है. इसमें भी एलआईसी ने अपनी हिस्सेदारी कम की. कंपनी ने लगभग 1,545 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. पहले 4.34 फीसदी हिस्सेदारी थी. यह अब 2.69 फीसदी रह गई.

LIC ने इन आठ कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी कम की है, जिसका मतलब है कि उसने इन कंपनियों के शेयर बेचकर अपने निवेश को घटाया है. यह एक सामान्य प्रक्रिया हो सकती है. इसमें एलआईसी अपने पैसे को अलग-अलग जगह निवेश करने की रणनीति बना रही हो. लेकिन इससे शेयर बाजार में इन कंपनियों के शेयरों की कीमत पर असर पड़ सकता है.

डेटा सोर्स: BSE

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