पांच साल में 7645 फीसदी रिटर्न, अब मिला रेलवे के लिए कवच सिस्टम का ऑर्डर, जानें कंपनी के फंडामेंटल

बीते कुछ सालों में एक ऐसा शेयर रहा जिसने चुपचाप निवेशकों को लाखों का फायदा पहुंचाया. अब इस कंपनी को सरकार की तरफ से बड़ा मौका मिला है. रेलवे की सुरक्षा से जुड़ी तकनीक में इसकी पकड़ अब और मजबूत होती दिख रही है. आखिर ये कौन-सी कंपनी है?

सरकारी ऑर्डर मिलते ही 5% अपर सर्किट! Image Credit: Money9 Live

Railway Stocks: रेलवे सेक्टर में तकनीक आधारित सुरक्षा समाधान देने वाली एक छोटी मगर जबरदस्त ग्रोथ दिखा चुकी कंपनी एक बार फिर निवेशकों के फोकस में है. बात हो रही है हैदराबाद स्थित कर्नेक्स माइक्रोसिस्टम्स (Kernex Microsystems India Ltd) की. बात, सप्ताह, महीने या सालभर की करें कंपनी ने इन सभी ड्यूरेशन में निवेशकों को मुनाफा दिया है. एक महीने में कंपनी ने 62 फीसदी तो एक साल में जबरदस्त 249 फीसदी का रिटर्न दिया. वहीं अगर 5 साल के परफॉर्मेंस की बात करें तो कंपनी के स्टॉक मल्टीबैगर साबित होकर 7645.83 फीसदी के जबरदस्त मुनाफे से निवेशकों की झोली भर दी है.

अब इस कंपनी को दक्षिण रेलवे से 311.03 करोड़ रुपये का ऑर्डर हासिल किया है. इस खबर के बाद कंपनी फिर चर्चा में आयी और शुक्रवार यानी 13 मई को शेयरों ने 5 फीसदी का अपर सर्किट लगाकर 1,300.75 रुपये का उच्चतम स्तर छुआ.

ऑर्डर अपडेट, रेलवे को मिलेगा ‘कवच’

कर्नेक्स माइक्रोसिस्टम्स ने KERNEX–VRRC कंसोर्टियम के तहत दक्षिण रेलवे से यह बड़ा ऑर्डर हासिल किया है. यह ऑर्डर दो परियोजनाओं में विभाजित है – पहली परियोजना 173.11 करोड़ रुपये की है, जबकि दूसरी परियोजना जिसकी लागत 137.92 करोड़ रुपये है, इसमें टावर इंफ्रास्ट्रक्चर और 48 फाइबर OFC बैकबोन नेटवर्क के साथ कवच सिस्टम की आपूर्ति भी शामिल है.

दोनों प्रोजेक्ट्स की कुल लागत 311.03 करोड़ रुपये है, जिसमें कर्नेक्स की हिस्सेदारी 60 फीसदी की है. परियोजनाओं को क्रमश: 730 और 540 दिनों में पूरा किया जाना है. कंपनी के पास मार्च 2025 तक 2,124 करोड़ रुपये का ऑर्डर बुक पहले से मौजूद है, जो इसके भविष्य के ग्रोथ संकेत देता है.

कंपनी की प्रोफाइल और ताकत

कर्नेक्स माइक्रोसिस्टम्स एक भारतीय कंपनी है जो रेलवे सेक्टर के लिए सेफ्टी-क्रिटिकल एम्बेडेड सिस्टम्स डिजाइन और मैन्युफैक्चर करती है. इसके प्रोडक्ट्स में प्रमुख हैं:

कंपनी ने हाल के वर्षों में रेलवे के साथ-साथ डिफेंस सेक्टर में भी कदम रखे हैं, और अब यह इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स व असेंबली ऑपरेशन्स में भी डाइवर्सिफाई कर रही है.

कंपनी के फाइनेंशियल टर्नअराउंड का आंकड़ा भी जबरदस्त है. Q4FY24 में जहां कंपनी का रेवेन्यू 9 करोड़ रुपये था, वहीं Q4FY25 में यह 83 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो 822.22% की YoY ग्रोथ है.

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स्टॉक की ताकत और कमजोरियां

श्रेणीबिंदु
ताकत– पिछले 5 वर्षों में 43.9% की CAGR से प्रॉफिट ग्रोथ
– रेलवे के कवच सिस्टम में विशेषज्ञता
– सरकार से लगातार मिल रहे बड़े ऑर्डर्स
कमजोरियां– स्टॉक अपनी बुक वैल्यू से 13.8 गुना महंगा
– प्रमोटर होल्डिंग कम, सिर्फ 29.1%
– पिछले 3 वर्षों में प्रमोटर होल्डिंग में 5.43% की गिरावट
– ROE (रिटर्न ऑन इक्विटी) सिर्फ 1.30%
– डिबेटर डेज बढ़कर 45.5 दिन हो गए (पहले 26.1 दिन थे), कलेक्शन धीमा हुआ

डिस्क्लेमर: यह सामग्री केवल सूचना के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है और इसे निवेश सलाह या सिफारिश के रूप में न माना जाए. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें. बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है.

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