कर्मचारियों के आरोपों पर सेबी ने दी सफाई, कहा बाहरी प्रभाव में शीर्ष नेतृत्व को बदनाम करने का प्रयास हो रहा

सेबी ने अपनी सफाई में पेश किए प्रेस नोट में कहा, 6 अगस्त, 2024 को मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजे गए एक गुमनाम पत्र में शीर्ष नेतृत्व के गैर-पेशेवर होने व खराब कार्य संस्कृति होने के संबंध में किए गए दावे गलत हैं. कुछ अधिकारियों को बाहरी पक्षों से संदेश मिल रहे हैं, जो उन्हें मीडिया और मंत्रालय के पास जाने के लिए उकसा रहे हैं.

सेबी प्रमुख को लेकर विपक्ष भी लगातार हमलावर बना हुआ है. Image Credit: Abhijit Bhatlekar/Mint via Getty Images

बाजार नियामक सेबी ने अपने कर्मचारियों की तरफ से खराब कार्य संस्कृति, एचआरए और केआरए संबंधी शिकायतों को खारिज कर दिया है. सेबी ने प्रेस नोट के जरिये अपना पक्ष रखते हुए कहा कि कुछ कर्मचारी बाहरी लोगों के प्रभाव में आकर सेबी नेतृत्व का बदनाम करने के इरादे से बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. सेबी ने कहा कि कर्मचारी एचआरए में 55% बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे. इसके अलावा कर्मचारियों ने केआरए व अपरेजल सिस्टम को लेकर भी शिकायत की गई है. वहीं, सेबी का कहना है कि इसे पारदर्शिता, निष्पक्षता और जवाबदेही तय करने के लिए लागू किया गया है.

सेबी ने अपनी सफाई में पेश किए प्रेस नोट में कहा, 6 अगस्त, 2024 को मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजे गए एक गुमनाम पत्र में शीर्ष नेतृत्व के गैर-पेशेवर होने व खराब कार्य संस्कृति होने के संबंध में किए गए दावे गलत हैं. कुछ अधिकारियों को बाहरी पक्षों से संदेश मिल रहे हैं, जो उन्हें मीडिया और मंत्रालय के पास जाने के लिए उकसा रहे हैं. बाहरी लोग अपने किसी छिपे हुए एजेंडे को ध्यान में रखकर ऐसा कर रहे हैं. सेबी ने वेतन संरचना का जिक्र करते हुए कहा, ग्रेड ए के लिए एंट्री लेवल ऑफिसर्स की सैलरी लगभग 34 लाख रुपये सालाना है. यह कॉर्पोरेट सेक्टर की तुलना में काफी आकर्षक है. इनकी मांग 6 लाख रुपये अतिरिक्त एचआरए के तौर पर दिए जाने की है.

इसके साथ ही कार्य संस्कृति को लेकर कहा, सेबी बाजार पारिस्थितिकी तंत्र और उसके सभी प्रतिभागियों के प्रति उत्तरदायी है. बाजार में गलत कामों के खिलाफ समय पर जांच और प्रवर्तन सेबी की अहम जिम्मेदारी है. इस जिम्मेदारी को पूरी करने के लिए शीर्ष से लेकर निचले स्तर तक पूरी तरह पेशेवर तरीके से काम किया जा रहा है.अपनी पेशेवर प्रतिबद्धता को ध्यान में रखकर ही पिछले वर्षों में नजीते आधारित केआरए, मासिक लक्ष्य, जवाबदेही, . अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीमों को पुरुस्कार और खराब प्रदर्शन करने वाली टीमों के लिए उपयुक्त बेल कर्व की सुविधा दी गई है.

Latest Stories

52 वीक हाई से 57% तक नीचे ट्रेड कर रहे ये 3 रिन्यूएबल एनर्जी स्टॉक, मजबूत है ऑर्डर बुक, रडार में रखें शेयर

FY26 में चमके ये 6 पेनी स्टॉक, आई 515% तक की तेजी, क्या आपने किसी में लगा रखा है दांव

NCLAT ने ऐनीज अपैरल से जुर्माना वसूलने संबंधी सेबी की अपील खारिज की, जानें क्या है पूरा मामला और क्या रहीं दलीलें

Nifty Outlook 15 Dec: 4 घंटे के चार्ट पर RSI में बना बुलिश क्रॉसओवर, पुलबैक जारी रहने का संकेत, 26300 पर अगला रेजिस्टेंस

साल की शुरुआत से FPI ने अबतक निकाले ₹1.6 लाख करोड़, मार्केट एक्सपर्ट से जानें किन वजहों से खिंचे हाथ और आगे क्या होगा?

सेंसेक्स-निफ्टी की धीमी रफ्तार में भी चमका रेखा झुनझुनवाला का पोर्टफोलियो! एक साल में नेटवर्थ में 5.11% उछाल