IT सेक्टर में गेम चेंजिंग टेक्नोलॉजी साबित होगी Quantum कंप्यूटिंग, 2026 की वॉचलिस्ट में शामिल कर सकते हैं ये 3 शेयर
भारत की आईटी दिग्गज कंपनियां TCS, Infosys और HCL Tech क्वांटम कंप्यूटिंग में तेजी से निवेश बढ़ा रही हैं. क्वांटम तकनीक के जरिए ये कंपनियां एआई, क्रिप्टोग्राफी और डिजिटल इनोवेशन को नए स्तर पर ले जा रही हैं. निवेशक 2026 की वॉचलिस्ट में इन तीनों कंपनियों को शामिल कर सकते हैं.
क्वांटम कंप्यूटिंग (Quantum Computing) को आईटी सेक्टर की सबसे बड़ी तकनीकी क्रांति माना जा रहा है. यह पारंपरिक कंप्यूटरों की तुलना में कहीं अधिक जटिल और तेज कैलकुलेशन करने के लिए क्वांटम मैकेनिक्स के सिद्धांतों का उपयोग करती है. इस तकनीक का प्रयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सिमुलेशन, क्रिप्टोग्राफी और ऑप्टिमाइजेशन जैसे क्षेत्रों में किया जा रहा है. हालांकि, यह सेक्टर अभी शुरुआती चरण में है. भारत में भी कई आईटी कंपनियां इस तकनीक में तेजी से निवेश कर रही हैं. इनमें टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस (Infosys) और एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Tech) 3 प्रमुख नाम हैं जिन्हें 2026 की वॉचलिस्ट में शामिल किया जा सकता है.
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) न सिर्फ भारत की बल्कि दुनिया की अग्रणी आईटी और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन कंपनियों में से एक है. क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र में TCS ने कई प्रोजेक्ट्स शुरू किए हैं जिनमें लाइफ साइंसेज, मटेरियल साइंस, सप्लाई चेन, एनर्जी ऑप्टिमाइजेशन और क्रिप्टोग्राफी जैसे सेक्टर शामिल हैं. कंपनी ने IBM और आंध्र प्रदेश सरकार के साथ पार्टनरशिप में भारत की सबसे बड़ी क्वांटम कंप्यूटिंग फैसिलिटी स्थापित करने की घोषणा की है. यह फैसिलिटी अमरावती स्थित क्वांटम वैली टेक पार्क में बनाई जा रही है जहां IBM Quantum System Two का उपयोग होगा जिसमें 156 क्यूबिट हेरॉन प्रोसेसर लगाया जाएगा.
FY2024–25 में TCS का नेट प्रॉफिट 4,87,970 करोड़ रुपये रहा जो लगातार वृद्धि को दर्शाता है. Q2 FY26 में कंपनी ने 658 बिलियन रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया जो पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है. कंपनी का मार्केट कैप 11,08,021 करोड़ है और इसके शेयर 3062.45 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं.
इंफोसिस
इंफोसिस (Infosys) एक ग्लोबल आईटी और कंसल्टिंग कंपनी है जिसके पास 3.3 लाख से अधिक कर्मचारी हैं. कंपनी का Quantum Living Labs प्लेटफॉर्म क्लाइंट्स के बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन में क्वांटम टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर केंद्रित है. इंफोसिस अपने क्लाइंट्स को “अर्ली एक्सेस प्रोग्राम” के तहत क्वांटम इंफ्रास्ट्रक्चर, यूज केस एप्लीकेशन और इनोवेशन सपोर्ट उपलब्ध कराती है. कंपनी ने फाइनेंस, हेल्थकेयर, ऑयल और साइबरसिक्योरिटी जैसे क्षेत्रों में क्वांटम प्रोजेक्ट्स पर काम किया है.
FY24–25 में इंफोसिस ने 1,629,900 करोड़ रुपये की नेट सेल्स दर्ज की जबकि Q2 FY26 में कंपनी का रेवेन्यू 444.90 बिलियन रुपये और नेट प्रॉफिट 73.75 बिलियन रुपये रहा. कंपनी का मार्केट कैप 6,33,712 करोड़ रुपये है और इसके शेयर 1525.40 रुपये पर कारोबार कर रहे है.
एचसीएल टेक्नोलॉजीज
एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Tech) भी क्वांटम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च में एक अग्रणी कंपनी है. कंपनी ने MIT मीडिया लैब के साथ साझेदारी की है ताकि एआई और क्वांटम कंप्यूटिंग में नई परियोजनाएं विकसित की जा सकें.कंपनी फाइनेंस, हेल्थकेयर और डिफेंस सेक्टर में स्टार्टअप्स के साथ मिलकर डीप टेक इनोवेशन पर काम कर रही है. एचसीएल टेक्नोलॉजीज की FY24–25 में नेट प्रॉफिट 1,73,990 करोड़ रुपये और सेल्स 1,170,550 करोड़ रुपये रही. Q2 FY26 में कंपनी का रेवेन्यू 319.42 बिलियन रुपये और नेट प्रॉफिट 42.36 बिलियन रुपये दर्ज किया गया. इसका मार्केट कैप करोड़ है और इसके शेयर पर ट्रेड कर रहे हैं.
चार्ट सोर्स- GROWW
नोट- सभी शेयरों के प्राइस 24 अक्टूबर के है.
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