Apple का बड़ा फैसला, एडवांस्ड Siri लॉन्च से पहले सख्त किए प्राइवेसी नियम; ऐप डेवलपर्स के लिए बदला गाइडलाइन

Apple ने अपने App Review Guidelines में एक बड़ा बदलाव किया है. यह अपडेट ऐसे समय आया है जब Apple 2026 में एक ज्यादा एडवांस्ड, AI–पावर्ड Siri लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है. नई Siri ऐप्स के अंदर वॉइस कमांड से कई तरह के काम कर सकेगी और इसमें Google की Gemini AI का भी इस्तेमाल होगा. इससे पहले भी Apple के नियमों में पर्सनल डेटा से जुड़े कई प्रावधान थे.

एपल Image Credit: FreePik

Apple new Guidelines: Apple ने अपने App Review Guidelines में एक बड़ा बदलाव किया है. इससे ऐप डेवलपर्स को अब पहले से ज्यादा पारदर्शी होना पड़ेगा. नए नियम के तहत, कोई भी ऐप डेवलपर अगर यूजर का पर्सनल डेटा किसी थर्ड-पार्टी AI सर्विस के साथ शेयर करता है, तो उसे पहले यूजर को यह साफ-साफ बताना होगा. साथ ही यूजर से स्पष्ट अनुमति लेने के बाद ही डेटा शेयर किया जा सकेगा. यह बदलाव 13 नवंबर 2025 से लागू हो चुका है.

यह अपडेट ऐसे समय आया है जब Apple 2026 में एक ज्यादा एडवांस्ड, AI–पावर्ड Siri लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है. नई Siri ऐप्स के अंदर वॉइस कमांड से कई तरह के काम कर सकेगी और इसमें Google की Gemini AI का भी इस्तेमाल होगा. इसी कारण Apple यह सुनिश्चित करना चाहता है कि अन्य ऐप्स यूजर्स का निजी डेटा बिना इजाजत के किसी AI कंपनी को न भेजें.

क्या था पुराना नियम

इससे पहले भी Apple के नियमों में पर्सनल डेटा से जुड़े कई प्रावधान थे. पुराने नियमों के अनुसार, किसी भी ऐप को यूजर का डेटा इकट्ठा करने या किसी के साथ शेयर करने से पहले यूजर की मंजूरी लेना जरूरी था. यह नियम दुनिया के कई प्राइवेसी कानूनों जैसे यूरोप के GDPR और कैलिफोर्निया के प्राइवेसी कानून पर आधारित है. अगर कोई ऐप इन नियमों का पालन नहीं करता था तो Apple उसे App Store से हटा भी सकता था.

अब Apple ने अपने नियमों में एक नई लाइन जोड़ दी है, जिसमें कहा गया है कि ऐप्स को यह बताना जरूरी है कि यूजर का डेटा किस थर्ड-पार्टी को भेजा जाएगा. इसके लिए यूजर की स्पष्ट अनुमति भी जरूरी है. यह बदलाव उन ऐप्स को प्रभावित करेगा जो AI की मदद से फीचर्स को पर्सनलाइज करती हैं या किसी भी तरह से यूजर का डेटा AI मॉडल्स को भेजती हैं.

कई और गाइडलाइन अपडेट भी किए जारी

इस नियम के अलावा, Apple ने कई और गाइडलाइन अपडेट भी जारी किए हैं. इन अपडेट्स में Mini Apps Program के लिए नए नियम शामिल हैं. इसके साथ ही क्रिएटर ऐप्स, लोन ऐप्स और अन्य कैटेगरीज के लिए भी बदलाव किए गए हैं. Apple ने क्रिप्टों एक्सचेंज ऐप्स को भी उन ऐप कैटेगरी की सूची में जोड़ दिया है जिस पर अतिरिक्त नियम लागू होंगे, क्योंकि ये सेवाएं अक्सर कड़े रेगुलेशन के दायरे में आती हैं.

Apple का यह कदम साफ संकेत देता है कि आने वाले समय में यूजर प्राइवेसी और AI से जुड़े नियम और भी सख्त हो सकते हैं. कुल मिलाकर, Apple यह सुनिश्चित करना चाहता है कि जब AI का उपयोग बढ़ रहा है तब भी यूजर का डेटा सुरक्षित रहे और उनकी अनुमति के बिना किसी बाहरी कंपनी के साथ शेयर न किया जाए.

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