ऑनलाइन गेमिंग भी अब रिस्की, पैसा लगाने से पहले जान लें जालसाजी का Modus operandi, साफ हो रहा है खाता

भारत में ऑनलाइन गेमिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसके साथ ही ऑनलाइन के नाम पर साइबर धोखाधड़ी भी बढ़ रही है. जालसाज आकर्षक ऑफर और नकली प्लेटफॉर्म के जरिए यूजर्स को ठग रहे हैं. छोटी रकम से भरोसा जीतकर, बड़े निवेश पर पैसे गायब कर देते हैं. जालसाजी का Modus operandi समझने के लिए पढ़ें पूरी खबर.

Online Gaming Cyber Fraud Image Credit: Canva/ Money9

Online Gaming Cyber Fraud: भारत में ऑनलाइन गेमिंग तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इससे जुड़ी धोखाधड़ी भी उसी रफ्तार से बढ़ रही है. जालसाज नकली गेमिंग ऐप्स या वेबसाइट्स बनाकर गेमर्स या यूजर्स को छोटी-मोटी पूंजी निवेश करने का लालच देते हैं. पहले थोड़ी राशि निकालने पर भरोसा जताते हैं और फिर बड़े निवेश पर अचानक पैसे निकालने से रोक देते हैं. फिशिंग लिंक, फर्जी लॉगिन पेज और इन-गेम करेंसी ऑफर देकर यूजर्स के अकाउंट क्रेडेंशियल्स चुराए जाते हैं, जिससे उनकी जेब खाली कर दी जाती है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में पंजाब पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर 18 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है.

क्या है जालसाजी का Modus operandi?

अपराधी नकली गेमिंग या निवेश प्लेटफॉर्म बनाते हैं, जो शानदार रिटर्न का वादा करते हैं. शुरुआत में मामूली रकम निकालकर भरोसा जीतने के बाद, बड़ी राशि निकालने की कोशिश करने पर अचानक वेबसाइट बंद या इनएक्टिव हो जाता है. एसएसपी हरमनदीप सिंह हंस ने मीडिया को बताया कि आरोपी www.allpanelexch.com वेबसाइट के जरिए काम करते थे, जिसे वे एक अट्रैक्टिव ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के रूप में चला रहे थे. पीड़ितों को व्हाट्सएप मैसेज के जरिए फर्जी कमाई का लालच दिया जाता था और उन्हें आरोपी से जुड़े कई बैंक खातों यूजर आईडी रजिस्ट्रेशन और इन्वेस्टमेंट के नाम पर पैसे ट्रांसफर कराया जाता था. इस तरह से लोगों की जेब खाली करने पर साइबर अपराधी तुले हुए हैं.

यह भी पढ़ें: बिजली बिल का ऑनलाइन पेमेंट करने से पहले 100 बार क्रॉस चेक करें लिंक, कर्मचारी के नाम पर हो रही ठगी

इन टिप्स को अपनाएं और मेहनत की कमाई को बचाएं

  • केवल भरोसेमंद और लाइसेंस प्राप्त गेमिंग वेबसाइट्स या ऐप्स का उपयोग करें. उसकी रेटिंग्स की जांच करें.
  • अपने गेमिंग अकाउंट के लिए मजबूत और यूनिक पासवर्ड बनाएं.
  • जहां संभव हो, 2FA (Two-Factor Authentication) को सक्रिय करें, ताकि आपके अकाउंट में अधिक सेफ्टी मिल सके.
  • गेम में मिलने वाले अनजान लिंक या मैसेज पर क्लिक ना करें, खासकर अगर वे प्राइज या रिवॉर्ड का वादा करते हों.
  • अपनी निजी जानकारी जैसे बैंक खाता, पासवर्ड, या OTP किसी के साथ साझा ना करें, चाहे वे गेम में आपके दोस्त ही क्यों ना हों.
  • अपने डिवाइस पर भरोसेमंद एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें और इसे नियमित रूप से अपडेट करें.
  • गेमिंग ऐप्स केवल ऑफिसियल स्टोर (जैसे Google Play Store या Apple App Store) से डाउनलोड करें.
  • मुफ्त रिवॉर्ड्स, अनरियल डील्स, या आप जीत गए जैसे मैसेज से सावधान रहें. ये स्कैम हो सकते हैं.

ठगी होने पर यहां कर सकते हैं शिकायत‌‌‌‌

किसी साइबर अपराधी के हाथों ठगे जाने पर सबसे पहले नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें और साथ ही भारत सरकार की वेबसाइट cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें. इससे इस बात की संभावना है कि आप खोई हुई रकम पा सकते हैं. साइबरो ठगों से सावधान रहें, सतर्क रहें.

यह भी पढ़ें: BEST QUALITY बताकर बेचा प्रोडक्ट, लेकिन निकला कुछ और, जानें कैसे करें रिपोर्ट