AI के मदद से और खतरनाक हुए साइबर हमले, इन 6 तरीकों से बचाएं खुद को डिजिटल धोखाधड़ी से
डिजिटल युग में जहां तकनीक जीवन को आसान बना रही है, वहीं अब यही टेक्नोलॉजी खतरे का कारण भी बनती जा रही है. एक नई रिपोर्ट के अनुसार, साइबर ठगी के मामलों में आने वाले वर्षों में भारी उछाल देखा जा सकता है. कैसे? पूरी जानकारी पढ़ें इस रिपोर्ट में.

इंटरनेट की दुनिया में जहां एक ओर तकनीक विकास के नए आयाम छू रही है, वहीं दूसरी ओर साइबर धोखाधड़ी भी पहले से ज्यादा तेज और खतरनाक होती जा रही है. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मुताबिक, 2023 से 2027 के बीच साइबर फ्रॉड का ग्लोबल नुकसान दोगुना हो सकता है. अब सिर्फ सरकारी संस्थाएं ही नहीं, आम नागरिक और निजी कंपनियां भी हैकिंग, रैनसमवेयर और फर्जी लेन-देन के निशाने पर हैं.
1.जेनेरेटिव AI से नए तरीके की ठगी
अब साइबर अपराधी केवल ईमेल या फोन कॉल से ही नहीं, बल्कि जेनेरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Generative AI) का इस्तेमाल करके भी धोखाधड़ी कर रहे हैं. वे डीपफेक वीडियो और ऑडियो से लोगों को गुमराह कर रहे हैं, फिशिंग ईमेल, बिजनेस ईमेल कॉम्प्रोमाइज और सोशल मीडिया पर नकली प्रोफाइल बनाकर लोगों की पहचान और पैसे चुरा रहे हैं.
2.सॉफ्टवेयर अपडेट न करें नजरअंदाज
कंप्यूटर या मोबाइल फोन के पुराने सॉफ़्टवेयर साइबर हमले का सबसे आसान जरिया होते हैं. इन्हें समय पर अपडेट करना सबसे जरूरी बचाव है. हर बार जब सिस्टम या ऐप अपडेट मांगे, उसे नजरअंदाज न करें. यही आपकी पहली डिजिटल सुरक्षा दीवार है.
3. एंटीवायरस सॉफ्टवेयर से करें सुरक्षा पक्की
कई बार वायरस, की-लॉगर, बॉटनेट और मालवेयर के ज़रिए आपके सिस्टम को निशाना बनाया जाता है. इसके लिए एक भरोसेमंद एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें, उसे नियमित रूप से अपडेट करें और हफ्ते में कम से कम एक बार फुल स्कैन करें.
4.फिशिंग और विशिंग से रहें सतर्क
अगर किसी अनजान नंबर या ईमेल से बैंक या आधार जैसी संवेदनशील जानकारी मांगी जाए, तो सावधान हो जाएं. किसी लिंक पर क्लिक करने या अटैचमेंट खोलने से पहले उसकी वैधता की जांच करें.
5. होम नेटवर्क को भी करें सुरक्षित
अपने वाई-फाई नेटवर्क का पासवर्ड मजबूत रखें और WPA2 जैसे एन्क्रिप्शन को चुनें. राउटर का सॉफ्टवेयर समय-समय पर अपडेट करते रहें और हो सके तो नेटवर्क को ‘हाइड’ भी करें.
6. डेटा का बैकअप बनाएं आदत
डिवाइस क्रैश हो या वायरस अटैक.,बैकअप के बिना सारा डेटा चला सकता है. क्लाउड स्टोरेज, एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव या बैकअप सॉफ्टवेयर का नियमित इस्तेमाल करें.
यह भी पढ़ें: सुस्त शेयर बाजार में चमके LIC-SBI समेत ये 4 दिग्गज स्टॉक, इन 6 कंपनियों का ने कराया 34800 करोड़ का नुकसान
डिजिटल युग में सुरक्षा की सबसे बड़ी कुंजी है- सतर्कता. तकनीक जितनी तेज हो रही है, खतरे भी उतने ही गहरे हो रहे हैं. ऐसे में कुछ बुनियादी सावधानियों को अपनाकर आप खुद को और अपने डेटा को बड़े जोखिम से बचा सकते हैं.
Latest Stories

मस्क ने लॉन्च किया एक्स चैट, WhatsApp-Telegram को देगा टक्कर, जानें कब से कर पाएंगे इस्तेमाल?

रिलायंस दुनिया की टॉप 30 टेक कंपनियों में शामिल, नया ऑयल साबित हुआ डाटा

क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का असल दुनिया में कैसे हो रहा इस्तेमाल, क्या होते हैं स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट?
