आपके फोन में छुपे खतरनाक ऐप्स से हो सकती है ठगी, साइबर ठग चुरा रहे हैं आपका डाटा; जानें बचने के तरीके

आपके फोन में छुपे हुए ऐप्स आपकी निजी जानकारियां चुरा सकते हैं. साइबर अपराधी भरोसेमंद संस्थाओं के नाम पर फर्जी मैसेज भेजकर आपको ऐप डाउनलोड करने के लिए फंसाते हैं. ये ऐप्स आपके कॉन्टैक्ट्स, मैसेज और OTP तक पहुंच प्राप्त कर लेते हैं. सतर्क रहें, M-Kavach ऐप से फोन स्कैन करें और संदिग्ध ऐप्स हटाएं. ठगी होने पर क्या करें ये जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर.

APK cyber Fraud Image Credit: Canva/ Money9

APK cyber Fraud: क्या आपको पता है कि आपके फोन में कितने ऐप हैं? आप सोच रहे होंगे कि इसमें क्या है. उसकी गिनती करके पता कर लेंगे. यह भी संभव है कि आपके मोबाइल फोन में आपकी गिनती से अधिक ऐप हो सकते हैं, जो ना तो आपको दिखते हैं और ना ही आप उसका इस्तेमाल करते हैं. फिर यह आपके फोन में होता है. यह सिर्फ आपके फोन में होता ही नहीं है, बल्कि आपकी पर्सनल जानकारी भी चुराता है. इसमें आपका कॉन्टैक्ट नंबर, ओटीपी, मैसेज या कुछ और भी जरूरी जानकारी होती है. यह और कुछ नहीं साइबर अपराधियों की साजिश है, जो बार-बार किसी ना किसी बहाने से आपको मैसेज करते हैं और फिर आप जालसाजों के चाल में फंस जाते हैं.

अनजाने में होता है ऐप डाउनलोड

साइबर अपराधी किसी भरोसेमंद संस्था के नाम पर आपको मैसेज करता है. जैसे एक यूजर को साइबर अपराधियों ने SBI क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट के कर्मचारी बनकर व्हाट्सएप पर बार-बार मैसेज करता रहा. मैसेज में ये बताया जाता था कि आपका क्रेडिट कार्ड बनकर तैयार हो गया है. साथ ही मैसेज के साथ साइबर ठग APK फाइल का लिंक भेजता था. एक दिन उस यूजर ने भेजे गए एपीके फाइल पर क्लिक कर दिया. क्लिक करने के बाद एक SBI ऐप उसके फोन में डाउनलोड हो गया, जो दिखने में असली YONO की तरह ही था. इस बात की जानकारी उसे नहीं थी कि उसके फोन में यह ऐप भी डाउनलोड हुआ है. ऐप डाउनलोड होते ही उसके कॉन्टैक्ट, मैसेज और अन्य परिमिशन को ऑन हो गया. यहां तक कि यूजर के OTP जैसे पर्सनल इंफॉर्मेशन भी चुराता है. इसके बाद साइबर ठग जब चाहे यूजर से ठगी कर सकता है.

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इससे कैसे बचा जाए?

इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए आप अपने फोन में M-Kavach नाम के एक ऐप को डाउनलोड करें. यह साइबर फ्रॉड से सरक्षा देने के लिए केंद्र सरकार का ऐप है. यह आपके फोन को स्कैन करता है और सभी संदिग्ध ऐप की सूची बनाकर आपको दे देगा. इस ना दिखने वाला ऐप को भी आप देख सकेंगे.

ठगी होने पर क्या करें?

अगर आपके आसपास कोई भी ऐसी धोखाधड़ी या फिर इस तरह की ठगी का शिकार हो गया है तो तुरंत नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर फोन करके या फिर भारत सरकार की वेबसाइट cybercrime.gov.in पर शिकायत करें.

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